Farrukhabad Coaching Centre Blast
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    Farrukhabad Coaching Centre Blast: शनिवार की दोपहर साढ़े तीन बजे का वक्त था, जब फर्रुखाबाद के कादरी गेट इलाके में एक ऐसा धमाका हुआ, कि पूरे इलाके में दहशत फैल गई। सातनपुर मंडी रोड पर स्थित एक कोचिंग सेंटर की बिल्डिंग में हुए इस भीषण विस्फोट ने दो लोगों की जान ले ली और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। विस्फोट इतना तेज था, कि बिल्डिंग के टुकड़े बीस मीटर दूर तक बिखर गए।

    इस दर्दनाक घटना में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पांच छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। कोचिंग सेंटर में पढ़ने आए मासूम बच्चों के साथ हुए इस हादसे ने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है।

    क्या था इस खौफनाक विस्फोट का कारण?

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया और यह सुनिश्चित करने को कहा, कि घायलों को तत्काल राहत प्रदान की जाए। मुख्यमंत्री ने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना भी की है।

    जब पुलिस और प्रशासन ने जांच शुरू की तो सामने आया, कि यह कोई साधारण विस्फोट नहीं था। फर्रुखाबाद की एसपी आरती सिंह ने घटना की गंभीरता को समझते हुए मीडिया को बताया, कि दोपहर तीन बजकर उन्नीस मिनट पर उन्हें कादरी गेट थाना क्षेत्र से इस घटना की सूचना मिली थी। जब अधिकारी मौके पर पहुंचे तो पता चला, कि यह एक कोचिंग इंस्टीट्यूट की बिल्डिंग है और इसके बेसमेंट में एक सेप्टिक टैंक बना हुआ है।

    एसपी आरती सिंह ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “हमें दोपहर करीब 3.19 बजे कादरी गेट पुलिस स्टेशन क्षेत्र की सूचना मिली। प्रथम दृष्टया यह एक कोचिंग इंस्टीट्यूट प्रतीत होता है और इसके बेसमेंट में एक सेप्टिक टैंक है। शायद वहां अत्यधिक केंद्रित मीथेन के कारण विस्फोट हुआ। वहां एक स्विच बोर्ड भी मिला है, शायद उसी के कारण विस्फोट हुआ। हालांकि जांच अबी जारी है। 7 लोग घायल हुए, जिनमें से 2 की मृत्यु हो गई है और 5 उपचाराधीन हैं। जांच की जा रही है।”

    उन्होंने आगे समझाया, कि सेप्टिक टैंक में मीथेन गैस का अत्यधिक सांद्रण हो गया था। यह गैस जब बहुत ज्यादा मात्रा में इकट्ठा हो जाती है, तो बेहद खतरनाक बन जाती है। जब स्विच ऑन या ऑफ किया गया होगा, तो उससे निकली चिंगारी ने मीथेन गैस को आग लगा दी और भीषण धमाका हो गया।

    मीथेन गैस का यह खतरनाक खेल-

    सेप्टिक टैंक की सफाई और मेंटेनेंस हमारे देश में एक बड़ी समस्या है। कई जगहों पर सेप्टिक टैंकों की नियमित सफाई नहीं होती और वहां मीथेन गैस जमा होने लगती है। मीथेन एक ऐसी गैस है जो बेहद ज्वलनशील होती है और जरा सी चिंगारी से विस्फोट कर सकती है। फर्रुखाबाद में जो हादसा हुआ वह इसी लापरवाही का नतीजा है।

    कोचिंग सेंटर की बिल्डिंग के बेसमेंट में सेप्टिक टैंक बना होना और उसकी ठीक से देखभाल न होना इस त्रासदी की मुख्य वजह बनी। जब गैस का सांद्रण बढ़ गया और उसमें इलेक्ट्रिकल स्पार्क आई तो विस्फोट होना तय था। घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारियों ने बताया, कि विस्फोट की तीव्रता इतनी ज्यादा थी, कि बिल्डिंग के कुछ हिस्से उड़कर बीस मीटर दूर जा गिरे। बिल्डिंग को काफी नुकसान पहुंचा है और संरचना की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई जा रही है। प्रशासन ने इलाके को सील कर दिया है और पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।

    प्रशासन की तत्काल कार्रवाई-

    घटना की गंभीरता को देखते हुए फर्रुखाबाद के जिलाधिकारी आशुतोष कुमार और पुलिस अधीक्षक आरती सिंह तुरंत मौके पर पहुंच गए। दोनों अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लिया और राहत कार्यों की निगरानी की। घायलों को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाने के लिए तत्काल व्यवस्था की गई। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया, कि घायलों को सबसे अच्छा इलाज मिले और उनकी जान बचाने की पूरी कोशिश की जाए।

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    जिलाधिकारी आशुतोष कुमार ने घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए कहा, कि जांच तेजी से की जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है, कि आखिर कैसे यह हादसा हुआ। उन्होंने यह भी कहा, कि अगर किसी की लापरवाही सामने आती है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने इलाके को पूरी तरह से सुरक्षित कर लिया है और भीड़ को नियंत्रित किया जा रहा है, ताकि बचाव कार्य में कोई बाधा न आए।

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    सातों घायलों में से पांच का इलाज अभी भी जारी है और डॉक्टर उनकी स्थिति को स्थिर करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। अस्पताल प्रशासन ने बताया, कि कुछ घायलों की हालत गंभीर है और उन्हें विशेष देखभाल की जरूरत है। परिवार के लोग अस्पताल में अपने प्रियजनों के लिए दुआएं कर रहे हैं।