KiranaPro Cyber ​​Attack
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    KiranaPro Cyber ​​Attack: दिसंबर 2024 में शुरू हुई भारतीय किराना वितरण कंपनी KiranaPro पर एक बड़ा साइबर हमला हुआ है, जिसकी वजह से न सिर्फ ऐप का कोड बल्कि ग्राहकों का संवेदनशील डेटा भी पूरी तरह से मिटा दिया गया है। कंपनी के संस्थापक दीपक रवींद्रन ने TechCrunch को पुष्टि करते हुए बताया, कि हैकर्स ने उनके तंत्र में घुसकर सब कुछ मिटा दिया है। KiranaPro एक अनोखे आवाज़-आधारित ऑर्डरिंग तंत्र के साथ बाज़ार में आया था, जो हिंदी, तमिल, मलयालम और अंग्रेजी जैसी स्थानीय भाषाओं को सहायता प्रदान करता था। इस नवाचार की वजह से कंपनी ने बहुत जल्दी लोकप्रियता हासिल की थी और 50 शहरों में स्थानीय किराना दुकानों को ग्राहकों से जोड़ रही थी।

    KiranaPro Cyber ​​Attack रोज़ाना 2000 ऑर्डर से अचानक शून्य पर पहुंचा कारोबार-

    KiranaPro प्रतिदिन लगभग 2000 ऑर्डर संभाल रहा था और अगले 100 दिनों में अपना विस्तार दोगुना करने की योजना बना रहा था। लेकिन यह साइबर हमला उनकी सारी योजनाओं पर पानी फेर गया है। कंपनी के सारे सर्वर मिटा दिए गए हैं, जिसमें ऐप को चलाने वाली सारी आभासी मशीनें भी शामिल हैं।

    ग्राहकों की व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, पते और भुगतान विवरण भी इस हमले में खतरे में पड़ गए हैं। यह स्थिति न सिर्फ कंपनी के लिए बल्कि उन हज़ारों ग्राहकों के लिए भी चिंता की बात है जो इस मंच का इस्तेमाल कर रहे थे। कंपनी जो रोज़ाना हज़ारों परिवारों तक किराना पहुंचा रही थी, अब एक दिन में सब कुछ खो बैठी है।

    KiranaPro Cyber ​​Attack कैसे हुई शुरुआत-

    26 मई को जब टीम अपने Amazon Web Services खाते में प्रवेश करने की कोशिश कर रही थी, तब पता चला कि कुछ गड़बड़ है। जांच में पाया गया, कि हैकर्स ने कंपनी के मुख्य AWS और GitHub खातों में पहुंच पा ली थी। सबसे चौंकाने वाली बात यह है, कि यह एक पूर्व कर्मचारी के एंट्री डिटेल के माध्यम से हुई है।

    कंपनी का दावा है, कि वे टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल कर रहे थे, फिर भी हमलावर किसी तरह से घुसने में सफल हो गए। यह घटना सुरक्षा के मामले में कितनी सावधान योजना की ज़रूरत है, इसका स्पष्ट उदाहरण है। पूर्व कर्मचारियों के खाते बंद करना और उनकी पहुंच हटाना कितना महत्वपूर्ण है, यह इस घटना से साफ हो जाता है।

    तकनीकी नुकसान का विस्तार-

    इस साइबर हमले में KiranaPro का पूरा तकनीकी ढांचा नष्ट हो गया है। कंपनी के सभी EC2 instances जो ऐप को संचालित करते थे, डेटाबेस जिसमें ग्राहकों की जानकारी थी, और यहां तक कि बैकअप फाइलें भी मिटा दी गईं। यह दिखाता है कि हमलावरों ने कितनी सोच-समझकर और योजनाबद्ध तरीके से यह हमला किया था। सबसे दुखद बात यह है कि कंपनी की महीनों की मेहनत, कोडिंग, और व्यापारिक डेटा एक रात में गायब हो गया। उन दुकानदारों की जानकारी भी चली गई जो इस मंच से जुड़े थे और नियमित आय कमा रहे थे।

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    कानूनी कार्रवाई और सुराग की तलाश-

    अब KiranaPro टीम GitHub के साथ मिलकर हैकर्स का पता लगाने की कोशिश कर रही है। कंपनी ने उन पूर्व कर्मचारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है जिन्होंने अपने प्रवेश विवरण वापस नहीं किए थे। यह कदम भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बहुत ज़रूरी है। साइबर अपराध विशेषज्ञों का मानना है, कि इस तरह के हमले अक्सर अंदरूनी जानकारी के साथ किए जाते हैं। पूर्व कर्मचारियों के पास कंपनी की आंतरिक संरचना की जानकारी होती है, जिसका गलत इस्तेमाल हो सकता है।

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