Tiangong Space Station
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    Tiangong Space Station: हाल ही में चीन के अंतरिक्ष यात्रियों ने एक ऐसी तकनीक विकसित की है, जो यह पूरी तरह से बदल देगी, कि हम अंतरिक्ष में कैसे यात्रा करते हैं। शेनझोउ-19 मिशन ने टियानगोंग अंतरिक्ष स्टेशन पर एक क्रांतिकारी उपलब्धि हासिल की है, उन्होंने अंतरिक्ष में सीधे रॉकेट ईंधन और ऑक्सीजन का निर्माण किया है।

    Tiangong Space Station एक नई तकनीक का जन्म-

    वैज्ञानिकों ने एक अद्भुत तकनीक विकसित की है, जिसे "कृत्रिम फोटोसिंथेसिस" कहा जाता है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है, जो पौधों द्वारा की जाने वाली प्राकृतिक प्रक्रिया को नकल करती है, लेकिन यहाँ सब कुछ भौतिक और रासायनिक विधियों द्वारा किया जाता है। माइक्रोग्रेविटी वाले परिवेश में भी यह तकनीक काम करती है, जो पहले असंभव माना जाता था।

    Tiangong Space Station कैसे काम करती है यह तकनीक?

    चीनी अंतरिक्ष यात्रियों ने सेमीकंडक्टर कैटेलिस्ट का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को ऑक्सीजन और एथिलीन में बदल दिया। एथिलीन एक हाइड्रोकार्बन है, जिसका उपयोग अंतरिक्ष यान में ईंधन के रूप में किया जाता है। सबसे अच्छी बात यह है, कि यह पूरी प्रक्रिया कमरे के तापमान पर और सामान्य वायुमंडलीय दबाव में होती है, जिससे ऊर्जा की खपत बहुत कम हो जाती है।

    क्यों है यह इतना महत्वपूर्ण?

    अब तक, अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी से सभी संसाधन ले जाने पड़ते थे। लेकिन इस नई तकनीक से वे सीधे अंतरिक्ष में मौजूद संसाधनों का उपयोग कर सकेंगे। चाहे चांद पर जाना हो या मंगल ग्रह, अब अंतरिक्ष यात्री वहां भी अपने लिए ऑक्सीजन और ईंधन बना सकेंगे।

    संभावनाएं-

    यह तकनीक सिर्फ ऑक्सीजन और ईंधन तक सीमित नहीं है। वैज्ञानिक इसे और भी विविध उत्पादों जैसे मीथेन या फॉर्मिक एसिड बनाने के लिए समायोजित कर सकते हैं। यानी अंतरिक्ष में रहते हुए भी अब हम अपनी जरूरतें खुद पूरी कर सकेंगे।

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    वैश्विक महत्व-

    चीन ने इस नवाचार के साथ स्थायी अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में एक नई मिसाल कायम की है। यह सिर्फ एक तकनीकी उपलब्धि नहीं है, बल्कि मानवता के अंतरिक्ष अन्वेषण के सपने को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

    अंतरिक्ष में जीवन और काम करने की हमारी कल्पना अब और अधिक वास्तविक दिखती है। चीन के इस नवाचार ने दिखाया है कि मानव की कल्पना और वैज्ञानिक कौशल किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।

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