Oldest Test Tube Baby: अमेरिका में एक ऐसी घटना हुई है, जो सुनने में किसी कहानी जैसी लगती है। 26 जुलाई को जन्मे थैडियस नाम के बच्चे की कहानी दुनिया भर में चर्चा का विषय बन गई है। इस बच्चे की खासियत यह है, कि यह उस भ्रूण से पैदा हुआ है जो पिछले 30 साल से अस्पताल के फ्रीजर में रखा हुआ था।
आसान भाषा में समझिए क्या हुआ-
वीयोन्यूज़ के मुताबिक, दरअसल बात यह है, कि साल 1994 में लिंडा नाम की एक महिला बच्चा पैदा करने की कोशिश कर रही थी। उस समय डॉक्टरों ने टेस्ट ट्यूब बेबी की तकनीक से उसके लिए 4 भ्रूण तैयार किए थे। भ्रूण का मतलब है, बच्चा बनने से पहले का रूप, जैसे पेड़ का बीज होता है। इन 4 भ्रूणों में से एक को लिंडा के पेट में डाला गया और उससे एक बच्ची पैदा हुई। बाकी तीन भ्रूण को डॉक्टरों ने बर्फ की तरह जमाकर फ्रीजर में रख दिया। यह एक आम बात है, जो आज भी होती है।
30 साल बाद क्या हुआ-
अब 30 साल बाद लिंडा बूढ़ी हो गई थी और उसके लिए मां बनना मुश्किल था। तो उसने सोचा, कि इन जमे हुए भ्रूणों को किसी और दंपति को दे दे जो बच्चा चाहते हैं। यह बिल्कुल वैसे ही है जैसे कोई बच्चा गोद लेता है। लिंडसे और टिम नाम के एक दंपति को बच्चा चाहिए था। उन्होंने लिंडा से एक भ्रूण लिया। 9 महीने बाद थैडियस नाम का यह बच्चा पैदा हुआ।
इसमें हैरानी की क्या बात है-
सबसे मजेदार बात यह है, कि जब यह भ्रूण बनाया गया था, तब टिम (बच्चे का पिता) खुद एक छोटा बच्चा था। मतलब यह भ्रूण टिम से भी ज्यादा पुराना है और भी हैरानी की बात यह है, कि इस नवजात बच्चे की एक 30 साल की बड़ी बहन है, वह लिंडा की बेटी जो 1994 में ही पैदा हुई थी।
नई मां की खुशी-
नई मां लिंडसे कहती है, “प्रसव में थोड़ी दिक्कत हुई लेकिन अब हम दोनों बिल्कुल ठीक हैं। यह बच्चा बहुत शांत है। हमें विश्वास ही नहीं हो रहा, कि हमारे पास इतना कीमती तोहफा है।” यह तो किसी साइंस फिक्शन फिल्म जैसा लगता है, उनका परिवार और चर्च के लोग कहते हैं।
यह कैसे संभव हुआ-
आज की तकनीक से भ्रूण को कई सालों तक फ्रीजर में सुरक्षित रखा जा सकता है। लेकिन 30 साल पुराने भ्रूण से बच्चा पैदा होना बहुत ही दुर्लभ बात है। पुराने भ्रूण आसानी से जिंदा नहीं रहते। बहुत से अस्पताल इतने पुराने भ्रूण को स्वीकार भी नहीं करते। लिंडा को काफी मुश्किल से एक संस्था मिली जो उसके भ्रूण लेने को तैयार हुई।
ये भी पढ़ें- रुस पर बरस रहा प्रकृति का कहर, भूकंप के बाद अब रूस के इस हिस्से में फटा ज्वालामुखी,
पुराने रिकॉर्ड की तलाश-
सबसे दिलचस्प बात यह है, कि लिंडा को अपने 30 साल पुराने डॉक्टर से मिलना पड़ा। उसे उस डॉक्टर का फोन नंबर तक याद था। 70 साल के उस डॉक्टर ने अपने घर के तहखाने से लिंडा की पुरानी फाइलें निकालीं, जिनमें से कुछ हाथ से लिखी हुई थीं।
समाज की प्रतिक्रिया-
यह घटना दिखाती है, कि विज्ञान कितना आगे बढ़ चुका है। लेकिन साथ ही यह एक भावनात्मक कहानी भी है। एक औरत ने 30 साल तक अपनी उम्मीद को जिंदा रखा और आखिर में उसकी मेहनत रंग लाई।
ये भी पढ़ें- भारत में भी है सुनामी का खतरा? जानिए INCOIS ने रुस में आए भूकंप के बाद चेतावनी में क्या कहा



