James Webb Telescope: अंतरिक्ष की गहराइयों से आने वाली एक नई तस्वीर ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है। नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने एक ऐसी तस्वीर खींची है, जो हमारे ब्रह्मांड के सबसे दिलचस्प रहस्यों में से एक को उजागर करती है, तारों का जन्म कैसे होता है।
ब्रह्मांडीय नर्सरी का अद्भुत नज़ारा-
यह तस्वीर किसी कहानी की तरह लगती है, जहां चमकदार पहाड़ों की चोटियां बादलों के बीच झिलमिला रही हैं। लेकिन असल में यह एक विशाल धूल भरी जगह है, जो नवजात तारों की तेज रोशनी और हवाओं के तूफान में घिरा हुआ है। यह अंतरिक्ष का एक ऐसा हिस्सा है, जहां बड़े सितारे अपना जन्म ले रहे हैं।
Catch a glittering glimpse of starbirth ✨
— European Space Agency (@esa) September 4, 2025
This young star cluster, Pismis 24, captured by the NASA/ESA/CSA James Webb Space Telescope is home to a vibrant stellar nursery and one of the closest sites of massive star birth.
This region is one of the best places to explore the… pic.twitter.com/jEvuyKh0Nn
पिस्मिस 24 तारों का जन्मस्थान-
इस खोज का केंद्र है, पिस्मिस 24, एक युवा तारा समूह, जो लॉबस्टर नेबुला के दिल में मौजूद है। यह जगह हमसे लगभग 5,500 प्रकाश वर्ष की दूरी पर वृश्चिक तारामंडल में मौजूद है। खगोलविदों के लिए यह बेहतरीन है, क्योंकि यहां वह बड़े तारों के जन्म और विकास की पूरी प्रक्रिया को देख सकते हैं।
वैज्ञानिकों का कहना है, कि यह जगह उन सबसे नजदीकी जानी जाने वाली जगहों में से एक है, जहां विशाल तारे बनते हैं। इसीलिए शोधकर्ताओं के लिए यह एक सुनहरा मौका है, कि वह तारों के बनने की रहस्यमय प्रक्रिया को समझ सकें।
पिस्मिस 24-1 ब्रह्मांड का सुपरस्टार-
इस समूह के केंद्र में चमक रहा है पिस्मिस 24-1, एक असली तारा शक्तिशाली केंद्र जिसे कभी ब्रह्मांड का सबसे भारी तारा माना जाता था। आज वैज्ञानिकों ने पाया है, कि यह सच में कम से कम दो तारों का समूह है, जिनमें से हर एक हमारे सूर्य से 60 गुना अधिक भारी है। यह समूह आज भी आकाशगंगा के सबसे चमकीले और तेज रोशनी वाले समूहों में से एक है।
वेब के नियर-इंफ्रारेड कैमरा से खींची गई, यह तस्वीर हजारों तारों को बिखरे हुए हीरों की तरह चमकते हुए दिखाती है। सबसे बड़े और चमकदार तारों में छह कोने वाली किरणें नजर आ रही हैं, जबकि अनगिनत छोटे समूह के सदस्य सफेद, पीले और लाल रंगों में चमक रहे हैं।
ब्रह्मांडीय कलाकारी का नमूना-
वेब टेलीस्कोप की आधुनिक तकनीक ने धूल के आर-पार भी देखने की क्षमता दिखाई है, जिससे हजारों तारे भी दिखाई दे गए हैं, जो आकाशगंगा के हिस्सा हैं। यह तकनीकी उपलब्धि सच में कमाल है।
पिस्मिस 24 के गर्म, युवा सूर्य बेहद तेजी से जल रहे हैं, कुछ का तापमान हमारे सूर्य से लगभग आठ गुना अधिक है। इनकी रोशनी नेबुला में विशाल गुहाएं बना रही है और धूल व गैस के ऊंचे स्तंभ बना रही है। ये नाटकीय संरचनाएं पांच प्रकाश वर्ष से भी अधिक ऊंची हैं और ये तारों के विनाश के स्मारक होने के साथ-साथ नए तारों के जन्म के लिए पालना का भी काम करती हैं।
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रंगों की भाषा में ब्रह्मांड की कहानी-
इस तस्वीर में रंग एक दिलचस्प कहानी बताता है। हरा-नीला रंग आयनीकृत हाइड्रोजन को दिखाता है, नारंगी धुंधली धूल को दर्शाता है और गहरा लाल ठंडे, घने आणविक हाइड्रोजन को दिखाता है। यह शक्तियों का खेल ब्रह्मांड की निरंतर रचना की एक जीती जागती तस्वीर दिखाता है।
यह सब कुछ वेब टेलीस्कोप के मिशन को दिखाता है, यह दुनिया की प्रमुख अंतरिक्ष विज्ञान वेधशाला है, जो नासा, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी और कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसी का सहयोगी प्रयास है। इसका मुख्य लक्ष्य है, हमारे ब्रह्मांड के रहस्यों को खोजना।
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