SpaceX Starship Accident: स्पेसएक्स के स्टारशिप को एक और बड़ा झटका लगा है। दरअसल बुधवार की तड़के सुबह कंपनी की नौवीं टेस्ट फ्लाईट हिंद महासागर के ऊपर एक विशाल आग के गोले में तब्दील हो गई। जिसके बाद एलन मस्क ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए, मिशन की सफलताओं और तकनीकी विफलताओं दोनों के बारे में विस्तार से बताया है।
SpaceX Starship Accident इस बार क्या रहा सफल?
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, इस बार की टेस्टिंग पिछली उड़ानों की तुलना में कहीं बेहतर साबित हुई। मस्क ने कन्फर्म किया, कि स्टारशिप ने अपना निर्धारित मेन इंजन बंद करने का टारगेट सफलतापूर्वक हासिल किया, जो पिछली उड़ानों के मुकाबले एक महत्वपूर्ण सुधार है। सबसे उत्साहजनक बात यह रही कि उड़ान के दौरान गर्मी रोधी ढाल की टाइलों का कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। यह अंतरिक्ष यान की तापीय सुरक्षा प्रणाली के लिए एक सकारात्मक विकास है।
हीट शिल्ड की कार्यप्रणाली, जो पहले की उड़ानों में एक प्रमुख चिंता का विषय था, इस बार काफी संतोषजनक रही। अंतरिक्ष यान ने पिछले प्रयासों की तुलना में कहीं अधिक दूरी तय की, जो इंजीनियरों के लिए एक उत्साहजनक संकेत है।
फिर दुर्घटना क्यों हुई?
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METRO NEWS — Elon Musk’s SpaceX Starship rocket tumbled out of control shortly after launch, failing for the third time in a row. The rocket lost control of its Starship as it descended toward the Indian Ocean.… https://t.co/QAYKIlUzil— Press infos 🛰️ (@EUFreeCitizen) May 28, 2025
लेकिन मिशन आखिरकार लीक की समस्या की वजह से असफल हो गया। तैराकी और पुनः प्रवेश के चरणों के दौरान मुख्य टैंक के दबाव में कमी हुई, जिसकी वजह से रॉकेट नियंत्रण से बाहर हो गया। तेज़ गति से पृथ्वी के वायुमंडल में वापस प्रवेश करते समय रॉकेट घूमने लगा और अंततः टुकड़े-टुकड़े हो गया।
"रिसाव के कारण तैराकी और पुनः प्रवेश के दौरान मुख्य टैंक का दबाव कम हो गया। समीक्षा के लिए बहुत सारी अच्छी जानकारी मिली है," मस्क ने अपने बयान में कहा। उन्होंने जोर देकर कहा कि हर परीक्षण, चाहे वह असफलता में समाप्त हो, भविष्य के सुधारों के लिए मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।
Fair play to SpaceX for continuing to show Ship while they still had comms with it. Most companies would have ended the stream by now. pic.twitter.com/5JT7NcOHM8
— NSF - NASASpaceflight.com (@NASASpaceflight) May 28, 2025
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अन्य तकनीकी चुनौतियां-
परीक्षण में सुपर हेवी बूस्टर का आंशिक फिर से इस्तेमाल भी शामिल था और नकली स्टारलिंक उपग्रहों की तैनाती का प्रयास भी किया गया। हालांकि पेलोड के दरवाजे पूरी तरह से नहीं खुल सके - यह समस्या पहले के परीक्षणों में भी देखी गई थी। ये तकनीकी चुनौतियां स्पेसएक्स के इंजीनियरों के लिए हल करने वाली अगली पहेलियां हैं।
Starship Flight 9: Ship 35 has lost attitude control. pic.twitter.com/GLEg2cQx12
— NSF - NASASpaceflight.com (@NASASpaceflight) May 28, 2025
असफलता के बावजूद भी मस्क आशावादी हैं। उन्होंने घोषणा की है कि अगली तीन स्टारशिप उड़ानों की आवृत्ति बढ़ाई जाएगी। हर तीन से चार सप्ताह में एक प्रक्षेपण निर्धारित है। यह तेज़ गति स्पेसएक्स की "जल्दी असफल हो, जल्दी सीखो" दर्शन को दर्शाती है।
कंपनी का नज़रिया यह है, कि हर परीक्षण से रॉकेट प्रणालियों को बेहतर बनाया जाए और चांद तथा मंगल मिशन के लक्ष्यों के करीब पहुंचा जाए। यह नाटकीय दुर्घटना के बावजूद भी मिशन ने महत्वपूर्ण आंकड़े प्रदान किए हैं, जो स्पेसएक्स के तीव्र विकास और दोहराव परीक्षण की प्रतिबद्धता को मजबूत करते हैं।
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