SRH vs MI: पहलगाम आतंकी हमले में हुई 26 लोगों की दुखद मौत के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने बुधवार, 23 अप्रैल को हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में होने वाले सनराइजर्स हैदराबाद और मुंबई इंडियंस के बीच आईपीएल 2025 के 41वें मैच के दौरान पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने का फैसला किया है।
इस भयावह घटना में दो विदेशी नागरिकों सहित 26 लोगों की जान गई, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। पीड़ितों की याद में सभी खिलाड़ी और अंपायर काले अर्मबैंड पहनेंगे और मैच शुरू होने से पहले एक मिनट का मौन भी रखा जाएगा। इतना ही नहीं, मैच के दौरान कोई भी चीयरलीडर्स मैदान पर मौजूद नहीं रहेंगे और पूरे खेल के दौरान सादगी बनाए रखी जाएगी।
SRH vs MI क्रिकेट जगत ने जताया शोक और एकजुटता-
निर्दोष पर्यटकों पर हुए इस हमले की दुनिया भर के शीर्ष नेताओं ने कड़ी निंदा की है। भारतीय क्रिकेटरों ने भी पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त की है। विराट कोहली, हार्दिक पांड्या, केएल राहुल और शुभमन गिल जैसे दिग्गज खिलाड़ियों ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से इस हमले की निंदा की है और पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
यह पहली बार नहीं है जब बीसीसीआई आतंकी हमले के पीड़ितों के साथ एकजुटता दिखा रहा है। 2019 में पुलवामा हमले के बाद बीसीसीआई ने आईपीएल के 12वें सीजन का उद्घाटन समारोह नहीं करने का फैसला किया था। इसके बजाय उन्होंने पीड़ित परिवारों के कल्याण के लिए धन दान करने का निर्णय लिया था।
भारतीय क्रिकेट टीम ने मार्च 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे के दौरान उन सैनिकों के सम्मान में कैमोफ्लाज कैप भी पहनी थी, जिन्होंने इस घटना में अपनी जान गंवाई थी। उसी वर्ष, महान भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने वनडे विश्व कप के दौरान सेना के प्रतीक चिन्ह वाले ग्लव्स का इस्तेमाल किया था। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के हस्तक्षेप के बाद उन्हें इन्हें पहनना बंद करना पड़ा था।
SRH vs MI भारतीय खेल जगत का संकटकाल में एकजुटता का इतिहास-
भारतीय खेल बिरादरी ने समय-समय पर संकट के समय में राष्ट्र के साथ एकजुटता दिखाई है और एक बार फिर अपने सार्थक इशारों के माध्यम से अपनी एकता दिखा रही है। विशेष रूप से क्रिकेट में, ऐसे कई अवसर रहे हैं जब खिलाड़ियों और प्रशासकों ने राष्ट्रीय त्रासदियों के दौरान अपना समर्थन दिखाया है।
पहलगाम हमले की भयावहता को देखते हुए बीसीसीआई का यह कदम सराहनीय है। इससे न केवल पीड़ितों के प्रति सम्मान प्रदर्शित होता है, बल्कि यह संदेश भी जाता है कि भारतीय खेल जगत देश के दुख में शामिल है और सदैव राष्ट्रीय संकट के समय एकजुट रहता है।
आतंकवाद के खिलाफ यह एकजुटता दिखाने का भारतीय क्रिकेट का प्रयास विशेष महत्व रखता है, क्योंकि क्रिकेट भारत में सिर्फ एक खेल नहीं बल्कि भावनाओं से जुड़ा विषय है। करोड़ों लोग इस खेल को देखते हैं और इसके माध्यम से दिए गए संदेश समाज के हर वर्ग तक पहुंचते हैं।
खेल के माध्यम से राष्ट्रीय एकता का संदेश-
बीसीसीआई का यह निर्णय सिर्फ एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से राष्ट्रीय एकता और एकजुटता का संदेश पूरे देश और दुनिया तक पहुंचेगा। आईपीएल जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर इस तरह के प्रतीकात्मक कदम से यह भी स्पष्ट होता है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में एकजुट है।
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सनराइजर्स हैदराबाद और मुंबई इंडियंस के मैच में काले अर्मबैंड पहनकर और एक मिनट का मौन रखकर खिलाड़ी न केवल पीड़ितों के प्रति अपना सम्मान प्रकट करेंगे, बल्कि पूरे देश को भी यह संदेश देंगे कि हम सभी इस दुख में साथ हैं।
इस कठिन समय में आईपीएल में यह छोटा सा प्रयास उन सभी लोगों के लिए सांत्वना का कारण बनेगा जो इस त्रासदी से प्रभावित हुए हैं। बीसीसीआई का यह कदम खेल और राष्ट्रीय भावनाओं के बीच के मजबूत संबंध को दर्शाता है, जो हमारे समाज में क्रिकेट के महत्व को और भी बढ़ा देता है।
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