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    Health: भोजन से पहले मिठाई का सेवन करना आयुर्वेद के मुताबिक पाचन तंत्र को उत्तेजित करता है और पाचन में सुधार करता है। आयुर्वेद के सिद्धांतों के मुताबिक मीठा स्वाद शरीर और दिमाग तक सकारात्मक, पौष्टिक प्रभाव पहुंचाता है। ऐसा कहा जाता है कि यह पाचन एंजाइमों के स्त्राव को भी बढ़ता है।

    रक्त शर्करा के स्तर को कंट्रोल-

    जब हम कुछ मीठा खाते हैं तो यह हमारे इंसुलिन के स्त्राव को ट्रिगर कर देता है, जो रक्त शर्करा के स्तर को कंट्रोल करने में मदद करता है‌। यह बदले में भूख लालसा को कम करने में भी मदद करता है। जिससे खाने के प्रति ज्यादा कंट्रोल और सचेत दृष्टिकोण अपनाया जा सकता है।

    कफ-

    इसके अलावा आयुर्वेद का मानना है कि खाना खाने से पहले मिठाई का सेवन शरीर में ऊर्जा को संतुलित करने में मदद करता है। विशेष रूप से मीठा स्वाद कफ दोष से जुड़ा हुआ होता है, जो पोषण और स्थिरता को कंट्रोल करता है‌। ऐसा माना जाता है कि भोजन से पहले कफ दोष को दूर करने, शरीर में किसी अतिरिक्त वायु, अग्नि या पानी को संतुलित करने में मदद करता है।

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    स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती-

    हालांकि ध्यान देने वाली बात यह है कि सभी मिठाइयां सामान नहीं होती और आयुर्वेद शर्करा के बजाय मीठे के प्राकृतिक संपूर्ण खाद्य स्रोतों जैसे की खजूर, फल, कच्चे शहद का सेवन करने की सलाह देते हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती को बनाए रखने के लिए मिठाई समेत खाने के सभी पहलुओं पर कंट्रोल रखना जरूरी है।

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