Cucumber vs Boondi Raita
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    Cucumber vs Boondi Raita: भारतीय थाली में रायते की जगह अमूल्य है। ये ना केवल टेस्टी होते हैं, बल्कि हमारे डाइजेशन के लिए भी बेहद फायदेमंद हैं। तीखे खाने के साथ रायता खाने से न केवल मुंह की जलन शांत होती है, बल्कि पेट भी कूल रहता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है, कि कौन सा रायता आपके पेट के लिए ज्यादा जेंटल है?

    रायते का इम्पोर्टेंस भारतीय खाने में-

    रायता हमारी डाइट का इंटीग्रल पार्ट है। चाहे बात हो गर्मियों की या सर्दियों की, रायता हर सीजन में हमारे बॉडी को कूलिंग इफेक्ट देता है। इसके साथ ही यह हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम को भी स्ट्रॉन्ग बनाता है। दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स हमारी इम्युनिटी बूस्ट करते हैं और गट हेल्थ को बेहतर बनाते हैं।

    आजकल की लाइफस्टाइल में, जब हम ज्यादा तीखा और मसालेदार खाना खाते हैं, तो रायता एक नेचुरल कूलेंट का काम करता है। यह हमारे बॉडी के पीएच लेवल को बैलेंस करता है और एसिडिटी की प्रॉब्लम से रिलीफ दिलाता है।

    खीरे का रायता-

    खीरे का रायता सबसे पॉप्युलर और हेल्दी ऑप्शन्स में से एक है। इसकी स्पेशियलिटी यह है, कि खीरे में 96% वॉटर होता है, जो हमारे बॉडी को नेचुरल हाइड्रेशन देता है। यह लो-कैलोरी और लो-फैट होता है, जो वेट लॉस के लिए आइडियल है।

    फाइबर की अच्छी क्वांटिटी खीरे में होती है, जो डाइजेशन को ईजी बनाती है और ब्लोटिंग की प्रॉब्लम को कम करती है। इसका कूलिंग इफेक्ट बहुत तेज होता है, जिससे यह स्पाइसी या हेवी मील्स के साथ परफेक्ट कॉम्बिनेशन बनता है। खीरे का रायता एक प्रोबायोटिक फूड है, जो इम्युनिटी को बूस्ट करता है और हार्ट हेल्थ को भी इम्प्रूव करता है।

    डॉक्टर्स भी रिकमेंड करते हैं, कि जिन लोगों का डाइजेशन वीक है या जो एसिडिटी की प्रॉब्लम से परेशान रहते हैं, उन्हें डेली खीरे का रायता खाना चाहिए। यह कम्प्लीटली नेचुरल है और इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है।

    बूंदी रायता-

    बूंदी रायता भी ट्रेडिशनली बहुत पॉप्युलर है। इसमें बेसन की बनी हुई फ्राइड बूंदी होती हैं, जो टेस्ट में बहुत अच्छी लगती हैं। बूंदी में प्रोटीन की अच्छी अमाउंट होती है क्योंकि यह ग्राम फ्लावर से बनती है। लेकिन फ्राइड होने के कारण इसमें कैलोरीज ज्यादा होती हैं।

    हालांकि आजकल हेल्थ-कॉन्शियस लोग बेक्ड या एयर-फ्राइड बूंदी का यूज करने लगे हैं, जो रिलेटिवली हेल्दियर ऑप्शन है। बूंदी रायते में योगर्ट की वजह से फ्राइड बूंदी की ग्रीसिनेस कुछ हद तक बैलेंस हो जाती है, लेकिन फिर भी यह सेंसिटिव स्टमक वाले लोगों के लिए हेवी हो सकता है।

    कौन सा है बेटर चॉइस-

    जब बात आती है, कि कौन सा रायता पेट के लिए ज्यादा जेंटल है, तो खीरे का रायता क्लियर विनर है। इसके कई साइंटिफिक रीजन्स हैं। पहला, खीरे में हाई वॉटर कंटेंट होता है, जो नेचुरल डिटॉक्स करता है। दूसरा, यह लो कैलोरी होता है, इसलिए डाइजेशन पर लोड नहीं पड़ता।

    खीरे का रायता डेली कंज्यूम किया जा सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जिनका पेट सेंसिटिव है। वहीं बूंदी रायता ऑकेजनली एंजॉय करने के लिए परफेक्ट है, लेकिन डेली कंजम्पशन के लिए आइडियल नहीं है।

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    कंक्लूजन-

    दोनों रायते अपनी-अपनी जगह टेस्टी और बेनिफिशियल हैं। लेकिन जब बात पेट की जेंटलनेस की आती है, तो कुकुम्बर रायता क्लियरली बेटर चॉइस है। यह डेली कंजम्पशन के लिए सेफ है और किसी भी टाइप का स्टमक डिस्कम्फर्ट नहीं करता।

    अगर आप हेल्दी लाइफस्टाइल मेंटेन करना चाहते हैं और अपने डाइजेस्टिव सिस्टम को स्ट्रॉन्ग रखना चाहते हैं, तो कुकुम्बर रायता को अपनी डेली डाइट का पार्ट बनाएं। बूंदी रायता को स्पेशल ऑकेजन्स या ऑकेजनली एंजॉय करें, लेकिन गिल्ट फील करने की जरूरत नहीं है।

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