Onion Price: प्याज की बढ़ती हुई कीमतों को देखकर सरकार ने आम आदमियों को राहत देने के लिए रणनीति बनाई है। हाल ही में प्याज की कीमत 1 सप्ताह के अंदर दोगुनी हो चुकी है। कीमतें 30-35 रुपए प्रति किलोग्राम से बढ़कर 60-90 रुपए प्रति किलो पहुंच गई है। उपभोक्ता ग्राहकों पर बोझ कम करने के लिए सरकार ने एक रणनीतिक पहल की है। जिसके तहत वह अपने बफर स्टॉक से 25 रुपए प्रति किलोग्राम की रिहाईती दर पर प्याज बेच रही है।
गंभीर मुद्दे-
170 से ज्यादा शहरों और 685 केद्रों में समर्पित प्याज बिक्री स्टॉल की मेजबानी के साथ स्टोर प्रयास का उद्देश्य देश भर में बढ़ी हुई प्याज की कीमतों के गंभीर मुद्दे को संबोधित करना है। अगस्त के दूसरे हफ्ते से सरकार लगातार बफर स्टॉक से प्याज जारी कर रही है।
25 रुपए प्रति किलो-
राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ के तहत मोबाइल वैन चलाकर 25 रुपए प्रति किलो की रिहायती दर पर प्याज वितरित किया गया है। बाजार को स्थिर करने के अपनी कार्य को केंद्र सरकार ने हाल ही में बफर के लिए अतिरिक्त 2 लाख टन प्याज खरीदने के अपने इरादे की घोषणा की है, जो पहले से मौजूद 5 लाख टन को बढ़ा रहा है।
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मोबाइल वैन के माध्यम से उपलब्ध-
घरेलू उपभोक्ताओं के लिए सस्ती कीमतों पर प्याज की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कम मूल्य लगाने को एक महत्वपूर्ण कारण के रूप में सराहा जा रहा है। खासकर 2023 में संग्रहित प्याज की बढ़ती मात्रा को देखते हुए विशेष रूप से रियायती प्याज वर्तमान में दिल्ली एनसीआर, लुधियाना, जयपुर, रोहतक, वाराणसी, श्रीनगर, इंदौर, भोपाल, भुवनेश्वर, हैदराबाद और बेंगलुरु समेत अलग-अलग स्थान पर मोबाइल वैन के माध्यम से उपलब्ध है। इन प्रयासों के बावजूद भी प्याज की खुदरा कीमत लगातार ऊंचाई छू रही है।
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