Mamta Banerjee open letter: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार देर रात बंगाल के लोगों को एक चार पन्ने का खुला पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) राज्य में दंगे भड़काने की साजिश रच रहे हैं और झूठे प्रचार के माध्यम से विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
मुर्शिदाबाद में नए वक्फ कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन से उत्पन्न तनाव के बीच, ममता बनर्जी ने सभी से शांति बनाए रखने और इस "खतरनाक जाल" में न फंसने की अपील की है।
Mamta Banerjee open letter "विभाजन की राजनीति" पर CM का हमला-
अपने भावनात्मक पत्र में, ममता बनर्जी ने कहा, "मैं आपसे हाथ जोड़कर विनती करती हूँ कि आप शांति बनाए रखें। BJP और RSS राज्य में सांप्रदायिक तनाव और दंगे भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। वे बंगाल के लोगों के बीच विभाजन पैदा करना चाहते हैं। लेकिन हमारा बंगाल हमेशा एकता और भाईचारे के लिए जाना जाता रहा है।" मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बंगाल की संस्कृति और परंपरा में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मों के लोग एक साथ रहते आए हैं। "हमारी एकता ही हमारी ताकत है और इसी एकता को तोड़ने की साजिश हो रही है," उन्होंने लिखा।
Mamta Banerjee open letter मुर्शिदाबाद की घटना पर प्रतिक्रिया-
मुर्शिदाबाद में हाल ही में नए वक्फ कानून के विरोध में हुए प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व इस स्थिति का फायदा उठाकर समाज में विभाजन पैदा करना चाहते हैं। "मुर्शिदाबाद की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन इसे राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल करना और भी दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरी सरकार स्थिति पर नजर रखे हुए है और शांति बहाली के लिए हर संभव प्रयास कर रही है," उन्होंने लिखा, मुर्शिदाबाद में पिछले सप्ताह नए वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसमें कई लोग घायल हुए थे और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा था।
ये भी पढ़ें- जानिए कौन है संभव जैन? जिनसे हुई अरविंद केजरीवाल की बेटी हर्षिता से शादी
"बंगाल की एकता पर हमला"-
अपने पत्र में ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार राज्य के साथ भेदभाव कर रही है और बंगाल की एकता पर हमला कर रही है। "केंद्र सरकार हमारे राज्य के विकास में बाधा डाल रही है। MGNREGA के फंड रोके जा रहे हैं, आवास योजना के पैसे नहीं दिए जा रहे हैं। ये सब बंगाल के गरीब लोगों के साथ अन्याय है," उन्होंने बंगाल के लोगों से अपील की कि वे अफवाहों और झूठे प्रचार पर ध्यान न दें और राज्य की शांति और सद्भावना बनाए रखने में सहयोग करें।
ये भी पढ़ें- घूंघट उठाते ही उड़े होश: 21 साल की दुल्हन की जगह निकली 45 साल की मां! जानें मामला