Jasbir Singh
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    Jasbir Singh: पंजाब के रूपनगर जिले के गांव महलान के निवासी जसबीर सिंह महल की गिरफ्तारी ने पूरे देश को हिला दिया है। जसबीर सिंह, जो 'जान महल' नाम के यूट्यूब चैनल के माध्यम से लाखों लोगों के दिलों में जगह बनाए हुए था, अब पाकिस्तानी संचालकों के साथ जुड़े एक जासूसी नेटवर्क का हिस्सा होने के गंभीर आरोप में फंस गया है। यह मामला तब और भी चिंताजनक हो गया जब पता चला कि इससे पहले भी एक अन्य यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को इसी प्रकार के आरोपों में गिरफ्तार किया जा चुका है।

    Jasbir Singh जान महल चैनल की गाथा-

    जसबीर सिंह का यूट्यूब चैनल 'जान महल' कोई सामान्य चैनल नहीं था। वर्ष 2008 में आरंभ हुए इस चैनल पर आज तक 2,985 वीडियो अपलोड किए गए हैं और इसके 11 लाख ग्राहक हैं। जसबीर अपने चैनल पर दैनिक व्लॉग बनाता था, जिसमें वह अपनी यात्राओं और रोजमर्रा के जीवन के विषय में बताता था। उसके चैनल के विवरण के अनुसार, वह पंजाब और इसकी संस्कृति के संबंध में सार्थक जानकारी देना चाहता था। उसके वीडियो में मालदीव, सिंगापुर, मलेशिया और जम्मू-कश्मीर की यात्राओं के साथ-साथ पाकिस्तान के भी कई वीडियो थे।

    Jasbir Singh जासूसी के गंभीर आरोप-

    राज्य विशेष अभियान प्रकोष्ठ, मोहाली द्वारा प्राप्त कार्यक्षम सूचना के आधार पर जसबीर सिंह के विरुद्ध कार्रवाई की गई। जांच में पता चला कि वह पीआईओ शाकिर उर्फ जट्ट रंधावा के संपर्क में था, जो एक आतंकवाद समर्थित जासूसी नेटवर्क का हिस्सा है। इतना ही नहीं, वह हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के भी निकटतम संपर्क में था, जिसे पहले ही जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि वह एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश नाम के एक पाकिस्तानी नागरिक के भी संपर्क में था, जो पाकिस्तान उच्चायोग का निष्कासित अधिकारी है।

    पाकिस्तान की संदिग्ध यात्राएं-

    जांच में खुलासा हुआ कि जसबीर ने दानिश के निमंत्रण पर दिल्ली में पाकिस्तान राष्ट्रीय दिवस के कार्यक्रम में भाग लिया था। इस दौरान उसकी पाकिस्तानी सेना अधिकारियों और व्लॉगर्स से भी मुलाकात हुई। पुलिस के अनुसार, उसने 2020, 2021 और 2024 में पाकिस्तान की यात्राएं कीं। उसके यूट्यूब चैनल पर पाकिस्तान के कई वीडियो भी मौजूद हैं। सबसे नवीनतम वीडियो अप्रैल 2024 में प्रकाशित हुआ था, जिसमें वह नानकाना साहिब गया था और लाहौर की सैर की थी। सबसे चिंताजनक बात यह है कि उसके इलेक्ट्रॉनिक उपकरण में कई पाकिस्तान आधारित नंबरों के संपर्क पाए गए हैं।

    ज्योति मल्होत्रा से संबंध-

    'ट्रैवल विथ जो' चैनल चलाने वाली ज्योति मल्होत्रा को 16 मई को जासूसी के आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया था। उस पर भी शासकीय गुप्त अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ है। वह भी दानिश के संपर्क में थी। पुलिस के अनुसार, जसबीर सिंह का ज्योति मल्होत्रा से लगातार संपर्क था, और उसकी गिरफ्तारी के पश्चात जसबीर ने अपनी सभी बातचीत को मिटाने का प्रयास किया था।

    आगे की जांच-पड़ताल-

    पंजाब पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने कार्यक्षम सूचना के आधार पर इस मामले की गहरी जांच प्रारंभ की है। यह मामला दिखाता है कि कैसे सामाजिक माध्यम मंचों का दुरुपयोग करके विदेशी संचालक अपनी योजना को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। यह मामला यूट्यूब रचनाकारों और सामग्री निर्माताओं के लिए एक चेतावनी की घंटी की भांति है कि वे अपने संपर्कों और सहयोग को लेकर सावधान रहें।

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    राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रभाव-

    इस पूरे प्रकरण से यह स्पष्ट होता है, कि डिजिटल युग में जासूसी के तरीके बदल गए हैं और सामाजिक माध्यम मंच नए युद्धक्षेत्र बन गए हैं। जसबीर सिंह का मामला एक स्मरण है कि प्रसिद्धि और अनुयायियों के पीछे कभी-कभी खतरनाक संपर्क छुपे हो सकते हैं। यह घटना दर्शाती है कि आज के समय में राष्ट्रीय सुरक्षा केवल भौतिक सीमाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि साइबर स्पेस में भी निरंतर खतरे मौजूद हैं।

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