Jaguar Plane Crash
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    Jaguar Plane Crash: हरियाणा के पंचकूला के पास शुक्रवार को भारतीय वायुसेना (IAF) का एक जगुआर लड़ाकू विमान सिस्टम में खराबी के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया। समझदारी दिखाते हुए पायलट ने विमान को आबादी वाले क्षेत्रों से दूर ले जाने के बाद सुरक्षित रूप से बाहर छलांग लगा दी। विमान अंबाला एयरबेस से एक प्रशिक्षण उड़ान पर निकला था।

    आग की लपटों में घिरा मलबा-

    घटनास्थल से सामने आए एक वीडियो में विमान का मलबा जमीन पर बिखरा हुआ दिखाई दे रहा है, जिसके कुछ हिस्से अभी भी आग की चपेट में हैं। पीटीआई समाचार एजेंसी के अनुसार, पंचकूला जिले के रायपुरराणी थाने के एसएचओ ने बताया, "भारतीय वायुसेना का विमान पंचकूला जिले के पहाड़ी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पायलट ने सुरक्षित रूप से विमान से छलांग लगा ली।" थाना प्रभारी ने आगे बताया, "हमें सुबह लगभग 11:30 बजे सूचना मिली कि एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। हमारी टीम तुरंत मौके पर पहुंची और क्षेत्र को सील कर दिया। वायुसेना के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं।"

    वायुसेना ने दी आधिकारिक जानकारी-

    भारतीय वायुसेना ने एक बयान में कहा कि उसने दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए एक जांच शुरू कर दी है। वायुसेना ने अपने आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर पोस्ट किया, "भारतीय वायुसेना का एक जगुआर विमान आज अंबाला में नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान सिस्टम में खराबी आने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पायलट ने विमान से बाहर निकलने से पहले इसे जमीन पर किसी भी बस्ती से दूर ले जाने में सफलता हासिल की। दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए भारतीय वायुसेना द्वारा एक जांच का आदेश दिया गया है।"

    प्रत्यक्षदर्शियों की जुबानी-

    स्थानीय निवासी राजेश कुमार, जो घटना के समय अपने खेत में काम कर रहे थे, ने बताया, "मैंने पहले एक तेज आवाज सुनी और ऊपर देखा तो विमान से धुआं निकलता दिखा। कुछ ही क्षणों में पायलट को पैराशूट से उतरते देखा और फिर विमान पहाड़ी के पीछे गिर गया। हमें एक जोरदार धमाका सुनाई दिया और धुएं का गुबार उठता दिखा।"

    एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी सुरेंद्र सिंह ने कहा, "मैं अपनी बाइक पर जा रहा था जब मैंने आसमान में कुछ गिरते हुए देखा। पहले मुझे लगा कि यह कोई पक्षी है, लेकिन फिर मैंने एक पैराशूट देखा और समझ गया कि यह कोई विमान दुर्घटना है। हम सभी तुरंत घटनास्थल की ओर भागे लेकिन पुलिस ने हमें नजदीक जाने से रोक दिया।"

    पायलट की बहादुरी ने बचाई कई जानें-

    वायुसेना के सूत्रों के अनुसार, अनुभवी पायलट ने जब देखा कि विमान में तकनीकी खराबी है और यह नियंत्रण से बाहर हो सकता है, तो उन्होंने तुरंत इसे आबादी वाले क्षेत्रों से दूर ले जाने का फैसला किया। यह निर्णय कई निर्दोष लोगों की जान बचाने में मददगार साबित हुआ।

    एक वरिष्ठ IAF अधिकारी ने गुमनाम रहने की शर्त पर बताया, "हमारे पायलट की तत्परता और बहादुरी के कारण ही बड़ी त्रासदी टल गई। विमान में खराबी आने के बावजूद उन्होंने पहले इसे सुरक्षित स्थान की ओर मोड़ा और फिर ही बाहर निकले। यह वायुसेना के प्रशिक्षण और पेशेवरता का प्रमाण है।"

    भारतीय वायुसेना की शक्ति-

    जगुआर विमान भारतीय वायुसेना के बेड़े का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह एक डीप-स्ट्राइक फाइटर एयरक्राफ्ट है, जिसे ग्राउंड अटैक और एयर-सपोर्ट मिशन के लिए डिज़ाइन किया गया है। भारत ने 1970 के दशक के अंत में इन विमानों को अपने बेड़े में शामिल किया था और समय-समय पर इनका अपग्रेड किया गया है। रक्षा विशेषज्ञ मनोज जोशी के अनुसार, "जगुआर विमान अपने समय में अत्याधुनिक थे और भारतीय वायुसेना की मारक क्षमता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। हालांकि, अब ये विमान पुराने हो चुके हैं और इनके स्थान पर नई पीढ़ी के विमानों की जरूरत है।"

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    स्थानीय प्रशासन का प्रतिक्रिया-

    पंचकूला के डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि प्रशासन ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू किया। "हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना थी कि आसपास के क्षेत्रों में कोई नुकसान न हो। वायुसेना के साथ मिलकर हमने घटनास्थल को सुरक्षित किया और सभी आवश्यक मदद प्रदान की।"

    हरियाणा के मुख्यमंत्री ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, "यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। हम वायुसेना के साथ हैं और जांच के निष्कर्षों का इंतजार करेंगे। मैं पायलट की बहादुरी की सराहना करता हूं जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर भी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की।"

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