High Speed Train: संसद में बुधवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया, कि इंटीग्रल कोच फैक्ट्री चेन्नई में BEML के साथ मिलकर हाई स्पीड ट्रेन सेट का डिजाइन बना रही है और जिसकी डिजाइन स्पीड 280kmp रहेगी। लोकसभा में एक प्रश्न का जवाब देते हुए अश्विनी वैष्णव ने कहा, कि मेक इन इंडिया पहल के तहत वंदे भारत ट्रेनों की सफलता के बाद भारतीय रेलवे ने अब हाई स्पीड ट्रेन सेट का डिजाइन और निर्माण शुरू कर दिया है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुधीर गुप्ता और अनंतनायक द्वारा उठाए गए सवालों के जवाब में कहा, कि निर्माण लागत लगभग 28 करोड़ रुपए प्रति गाड़ी है, जो अन्य रेल गाड़ियों की तुलना में काफी प्रतिष्ठित है।
हाई स्पीड ट्रेन सीटों का डिजाइन (High Speed Train)-
रेल मंत्री का कहना है, कि हाई स्पीड ट्रेन सीटों का डिजाइन और निर्माण एक मुश्किल और प्रौद्योगिकी की गहन प्रक्रिया है। उन्होंने प्रमुख तकनीकी पहलुओं पर भी प्रकाश डाला. जैसे कि एयरटाइट बॉडी का डिजाइन निर्माण, उच्च गति के लिए थ्रस्ट सहित इलेक्ट्रिक डिजाइन और निर्माण। ट्रेनों सेटों का भार अनुकूल, वेंटिलेशन और एयर कंडीशन भी शामिल है।
सुविधाएं (High Speed Train)-
वैष्णव ने कहा, कि ट्रेन सेट में सर्वश्रेष्ठ श्रेणी की सुविधाओं के साथ चेयर कार होंगी, जैसे कि वायु गति की है एयरोडाइनेमिक आउटर साइड, स्वचालित दरवाजे, सील बंद केंद्र, यात्रियों के आराम के लिए डिब्बे के अंदर अनुकूल वातावरण, मोबाइल चार्जिंग सुविधा, सीसीटीवी, अनुकूलतम प्रकाश व्यवस्था, अग्नि सुरक्षा उपकरण आदि शामिल हैं।
प्रोजेक्ट के पूरा होने का अनुमान-
उन्होंने कहा. की विस्तृत डिजाइन को आखिरी रूप दिए जाने के बाद इस प्रोजेक्ट के पूरा होने का अनुमान लगाया जा सकता है। अश्विनी वैष्णव ने जापान की तकनीक और विशेष वित्तीय सहायता से निर्माण अधिनियम मुंबई, अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना पर भी जानकारी दी और कहा कि अब तक 336 किलोमीटर पियरर फाउंडेशन, 260 किलोमीटर गार्डन कास्टिंग, 225 किलोमीटर गार्डन लॉन्चिंग और 380 किलोमीटर पियर निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
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समुद्र के नीचे भी सुरंग-
उन्होंने कहा कि समुद्र के नीचे भी सुरंग का भी काम शुरू हो गया है। रेल मंत्री का कहना है कि 508 किलोमीटर लंबी एमएएचएसआर परियोजना में थाने, मुंबई, विरार, बोईसर, वापी, सूरत, भरूच, बिलिमोरा, अहमदाबाद, बड़ोदरा, आनंद और साबरमती में 12 स्टेशन बनाए जाएंगे और इसके लिए जरूरी भूमि अधिकृत कर ली गई है। आपकी जानकारी के लिए बता दें यह ट्रेनें भारत में चल रही सबसे तेज़ ट्रेन वंदे भारत से भी ज्यादा तेज़ होंगी। जिसे 280 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड के लिए डिज़ाइन किया गया है।
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