Delhi Pink Card
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    Delhi Pink Card: दिल्ली सरकार अक्टूबर के मध्य से महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा के पिंक कार्ड की पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करने जा रही है। यह कार्ड आजीवन वैध होगा और महिलाओं के लिए सरकारी परिवहन का इस्तेमाल बेहद आसान बना देगा। एक वरिष्ठ परिवहन अधिकारी के अनुसार, इस नई योजना की अंतिम तारीख और प्रक्रिया का निर्णय आगामी बैठक में लिया जाएगा। यह नया कार्ड पुराने कागजी टिकट व्यवस्था की जगह ‘सहेली स्मार्ट कार्ड’ के रूप में काम करेगा, जो एक स्थायी और व्यक्तिगत यात्रा पास होगा।

    पुराने तरीके से आगे बढ़कर आधुनिक समाधान-

    अधिकारी ने बताया, कि कार्ड की पंजीकरण अक्टूबर में शुरू होने की संभावना है, जिससे “दिल्ली की बेटियां और बहनें सरकार के कल्याण के प्रति वचनबद्धता के प्रतीक के रूप में असीमित मुफ्त यात्रा का लाभ उठा सकें।” यह कार्ड सार्वजनिक परिवहन को और भी सुरक्षित बनाएगा। क्योंकि इससे रोजाना कागजी टिकट की आवश्यकता नहीं होगी।

    आने वाले सप्ताह में पंजीकरण प्रक्रिया और अन्य परिचालन विवरणों को अंतिम रूप देने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक निर्धारित है। यह नया सहेली स्मार्ट कार्ड धारक के नाम और फोटो के साथ एक व्यक्तिगत यात्रा पास होगा, जो 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र की महिलाओं और किन्नर निवासियों को सभी डीटीसी और क्लस्टर बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा देगा।

    कार्ड बनवाने के नियम-

    यह स्मार्ट कार्ड राष्ट्रीय सामान्य गतिशीलता कार्ड ढांचे के तहत जारी किया जाएगा। मौजूदा कागज आधारित गुलाबी टिकट व्यवस्था के विपरीत, यह नया स्मार्ट कार्ड केवल डीटीसी और क्लस्टर बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा देगा, लेकिन इसमें रीचार्ज और टॉप-अप की भी सुविधा होगी, जिससे इसे अन्य परिवहन साधनों में भी उपयोग किया जा सकेगा।

    कार्ड प्राप्त करने के लिए आवेदकों का दिल्ली का वास्तविक निवासी होना आवश्यक है, उनकी आयु 12 वर्ष या इससे अधिक होनी चाहिए और उनके पास वैध पता प्रमाण होना चाहिए। पंजीकरण डीटीसी पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन करना होगा, भागीदार बैंक का चयन करना होगा और चुने गए बैंक शाखा में पूर्ण केवाईसी सत्यापन कराना होगा।

    सरल पंजीकरण प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेज-

    केवाईसी प्रक्रिया पूरी होने के बाद, बैंक कार्ड को पंजीकृत पते पर भेज देगा। आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, पैन कार्ड, दिल्ली में निवास का प्रमाण, पासपोर्ट आकार की तस्वीर और बैंक-विशिष्ट केवाईसी नियमों के अनुसार अन्य दस्तावेज शामिल हैं।

    दिल्ली सरकार ने बैंकों और वित्तीय संस्थानों को इन कार्डों को जारी करने में सहायता करने के लिए रुचि अभिव्यक्ति के लिए आमंत्रित किया है। सरकार का कहना है, कि यह शहर में महिलाओं और किन्नर व्यक्तियों के लिए सुरक्षित, सुलभ और कागज रहित सार्वजनिक परिवहन के एक नए युग की शुरुआत करेगा।

    खर्च और रखरखाव की जानकारी-

    अधिकारी ने स्पष्ट किया, कि जबकि सरकार यात्रियों से मुफ्त यात्रा लाभ के लिए कोई शुल्क नहीं लेगी, जारीकर्ता बैंक अपनी नीतियों के अनुसार न्यूनतम कार्ड जारी करने या रखरखाव शुल्क ले सकते हैं। यदि कार्ड खो जाए, तो उपयोगकर्ताओं को जारीकर्ता बैंक को रिपोर्ट करना होगा, जो अपनी शर्तों के अनुसार प्रतिस्थापन प्रदान कर सकता है।

    कार्ड को उपयोग करने से पहले डीटीसी के स्वचालित किराया संग्रह प्रणाली के माध्यम से सक्रिय करना होगा। हालांकि टॉप-अप के बाद कार्ड को अन्य पारगमन प्रणालियों में भी उपयोग किया जा सकता है, लेकिन मुफ्त यात्रा लाभ केवल इस योजना के तहत डीटीसी और क्लस्टर बसों तक ही सीमित है।

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    ऑनलाइन और पारदर्शी प्रक्रिया

    कोई भी कार्ड सीधे डीटीसी द्वारा जारी नहीं किया जाएगा। पंजीकरण पूर्णतः ऑनलाइन डीटीसी पोर्टल के माध्यम से होगी और कार्ड केवल चयनित बैंक द्वारा पूर्ण केवाईसी सत्यापन के बाद ही जारी किए जाएंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पहले भी पुराने गुलाबी टिकट व्यवस्था की आलोचना की थी, जो आम आदमी पार्टी सरकार के दौरान शुरू किया गया था और उसमें भ्रष्टाचार की संभावना पर सवाल उठाए थे।

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