INDIA Alliance
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    INDIA Alliance को लेकर कांग्रेस ने ममता के फैसले पर कही ये बड़ी बात

    Last Updated: 25 जनवरी 2024

    Author: sumit

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    INDIA Alliance: फिलहाल कांग्रेस पार्टी भारत जोड़ो न्याय यात्रा कर रही है, जो की 14 जनवरी को उत्तर पूर्वी राज्य मणिपुर से शुरू हुई थी। अब गुरुवार को पश्चिम बंगाल में यह यात्रा प्रवेश कर चुकी है, जैसे ही भारत जोड़ो में यात्रा ने बंगाल में प्रवेश किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने उम्मीद जताई की राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस यात्रा में शामिल होंगी और उसका हिस्सा भी बनेंगी। लेकिन क्योंकि वह और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस भी BJP हराना चाहती है, आने वाले चुनाव लोकसभा चुनाव 2023 में भाजपा को हराने के लिए विपक्षी पार्टियों ने एक गठबंधन बनाया था। जिसमें ममता बनर्जी भी शामिल हुई थीं।

    टीएमसी इंडिया ब्लॉक का महत्वपूर्ण स्तंभ-

    समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक जय राम रमेश का कहना है कि हम विशेष रूप से चाहते हैं कि वह खुद आएं भले ही वह 10 से 15 मिनट के लिए आए। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी एक अनुभवी और जाबाज़ नेता हैं। हम उसका सम्मान करते हैं, उन्होंने कहा कि टीएमसी इंडिया ब्लॉक का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। जिसमें 28 पार्टियां शामिल है। ममता बनर्जी देश की अनुभवी और ऊर्जावान नेता हैं, खुद्दार नेता है। हम उनका समर्थन और सम्मान करते हैं। यह तो सभी जानते हैं कि वह हमारे देश की राजनीति में एक खास महत्व पहचान रखते हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि वह बीजेपी को हराना चाहते हैं और हम भी यही चाहते हैं। हम मिलकर लड़ेंगे, हम इंडिया ब्लॉक को सफल बनाएंगे और यही हमारा कर्तव्य है।

    लोकसभा चुनाव-

    कर्नाटक से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद का भी बयान काफी मायने रखता है, क्योंकि बुधवार को ममता बनर्जी ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी राज्य में अकेले ही लोकसभा चुनाव लड़ेगी। पश्चिम बंगाल में भारत जोड़ो न्याय यात्रा में ममता बनर्जी के शामिल होने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर रमेश ने कहा कि उन्हें आमंत्रण दिया गया था। मल्लिकार्जुन खड़गे ने उन्हें पत्र लिखा था और ईमेल भी भेजा था। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे सोनिया और राहुल गांधी यह सभी चाहते हैं कि टीएमसी के नेता भारत जुड़े यात्रा में शामिल हो खास तौर पर हम यह चाहते हैं कि खुद आए, भले ही कुछ समय के लिए। भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर इसका ज्यादा असर होगा।

    भारतीय जनता पार्टी से मुकाबला-

    भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन 28 विपक्षी दलों का गठबंधन है जो आने वाले लोकसभा चुनाव में सत्तारुढ़ी भारतीय जनता पार्टी से मुकाबला करने के लिए बनाया गया था। लेकिन हम एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी हैं और बंगाल में हम अकेले ही बीजेपी को हराएंगे। इससे पहले असम के मुख्यमंत्री हेमंत शर्मा द्वारा राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने पर प्रतिक्रिया व्यक्ति करते हुए कांग्रेस के लोकसभा सांसद गौरव गोगाजी ने कहा था कि राहुल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करना जारी रख सकते हैं, लेकिन सबसे पुरानी पार्टी अपना काम जारी रखेगी। देश को एकजुट करने के लिए भारत जोड़ो न्याय यात्रा जारी रहेगी।

    300 से ज्यादा सीटों पर अकेले चुनाव-

    टीएमसी सुप्रीमो ने प्रस्ताव दिया था कि कांग्रेस को अपने बड़े भाई के विशेषाधिकार को छोड़ देना चाहिए और क्षेत्रीय दल में अपने घरेलू में चुनाव से निपटना चाहिए। आप 300 से ज्यादा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ें। हम मदद करेंगे लेकिन वह कहते हैं ना कि वह जैसा चाहेंगे वैसा करेंगे। बस एक बात ध्यान रखें कि बीजेपी की मदद ना करें। अगर आप बीजेपी की मदद करेंगे तो अल्लाह कसम कोई भी आपको माफ नहीं करेगा। बनर्जी का कहना था कि मैं तुम्हें कभी माफ नहीं करूंगी। हालांकि अड़े हुए अधीर चौधरी पीछे हटने के मूड में नहीं थे और उन्होंने वोट को मोदी और दीदी के बीच बांटने के लिए इसे अपना बहाना बताया।

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    हालात और ज्यादा बिगड़ गए-

    पिछले कुछ हफ्ते से टीएमसी के शीर्ष नेताओं की एक बैठक में यह निर्णय लिया गया की पार्टी अधीर रंजन की बरहमपुर सहित सभी 42 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके बाद हालात और ज्यादा बिगड़ गए। चौधरी 1999 में बरहमपुर सीट जीते थे, कांग्रेस ने खतरे की घंटी बजा दी और चौधरी ने बनर्जी को अवसरवादी बताते हुए कहा कि पार्टी उनकी सहायता के बिना ही लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। अधीर का कहना है कि इस बार चुनाव ममता बनर्जी की दया पर नहीं लड़ा जाएगाय़ कांग्रेस पार्टी जानती है कि चुनाव कैसे लड़ना है ममता बनर्जी अवसरवादी हैं वह 2011 में कांग्रेस की दया से सत्ता में आई थी। वहीं राहुल गांधी ने ममता बनर्जी को मनाने की कोशिश की लेकिन नुकसान हो चुका था।

    ममता बनर्जी को शांत करने का प्रयास-

    मंगलवार को राहुल गांधी ने ममता बनर्जी को शांत करने का प्रयास करते हुए कहा था कि रंजन की ऐसी टिप्पणियों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा और वह बंगाल के सीएम के करीबी ही है। अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा में मीडिया को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ममता बनर्जी मेरी बहुत करीबी हैं। कभी-कभी हमारे नेता कुछ कहते हैं ऐसी टिप्पणियों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। अगले दिन ममता बनर्जी ने गठबंधन तोड़ दिया।

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