Congress Rally Delhi
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    Congress Rally Delhi: रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने कथित वोट चोरी के खिलाफ एक विशाल विरोध रैली का आयोजन किया। पार्टी ने केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर चुनावों में हेरफेर करने और मिलीभगत करने का आरोप लगाया। देशभर से आए हजारों कार्यकर्ताओं ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया, लेकिन रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कुछ आपत्तिजनक नारे भी लगाए गए, जिसने विवाद को जन्म दिया।

    इस विरोध रैली का मुख्य उद्देश्य केंद्र सरकार और चुनाव आयोग को उस चीज के लिए जवाबदेह ठहराना था, जिसे पार्टी ने चुनावों में हेरफेर की साजिश बताया। मैदान में जैसे-जैसे नारों की गूंज तेज होती गई। इसके साथ ही ऐसा कहा जा रहा है कि, कुछ कार्यकर्ता मोदी तेरी कब्र खुदेगी, आज नहीं तो कल खुदेगी और वोट चोर, गद्दी छोड़ जैसे नारे लगाते हुए सुने गए। हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं की गई है।

    कार्यकर्ताओं ने क्या कहा-

    समाचार वेबसाइट मिड-डे के मुताबिक, राजस्थान से आई कांग्रेस कार्यकर्ता मंजुलता मीणा ने बातचीत में कहा, कि हम अपने नेता राहुल गांधी के साथ हैं जो बीजेपी और चुनाव आयोग की मिलीभगत से हो रही वोट चोरी के खिलाफ लड़ रहे हैं। बड़ी संख्या में लोग यहां आए हैं और हम वोट चोरी के खिलाफ अपनी लड़ाई लड़ने के लिए पूरी कोशिश करेंगे। जब प्रधानमंत्री के खिलाफ लगाए गए अपमानजनक नारों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, कि हर कोई इस हिटलर सरकार से तंग आ चुका है। यह जनता अपनी आवाज को मजबूत करेगी और यह उनके ताबूत में आखिरी कील साबित होगी।

    हम बदलाव चाहते हैं-

    एक अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता सोनिया बेगम ने विवादास्पद टिप्पणियों को सही ठहराते हुए कहा, कि हम राहुल गांधी के साथ इस लड़ाई में हैं। बुराई का अंत होता है, इसलिए हम मोदी तेरी कब्र खुदेगी के नारे लगा रहे हैं। हम बदलाव चाहते हैं। पूरी रैली के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्लैकार्ड और बैनर पकड़े हुए इसी तरह के आपत्तिजनक नारे लगाते रहे।

    सुनीता नाम की एक अन्य कार्यकर्ता ने कहा कि जनता के साथ सही व्यवहार नहीं हो रहा है। हम लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने के लिए अपने नेतृत्व के साथ हैं। मोदी तेरी कब्र जरूर खुदेगी। जनता अब वोट चोरी जैसी गलतियों को बर्दाश्त नहीं करेगी।

    बड़े नेताओं की उपस्थिति-

    इस बीच कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और के सी वेणुगोपाल, जयराम रमेश और प्रियंका गांधी वाड्रा जैसे वरिष्ठ नेताओं ने भी इस विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। इसके अलावा कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार, राज्य के सभी कांग्रेस विधायकों और एक हजार से अधिक पार्टी कार्यकर्ताओं के भी राष्ट्रीय राजधानी में विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की उम्मीद थी।

    के सी वेणुगोपाल ने रैली के बारे में कहा, कि यह विरोध बीजेपी के खिलाफ नहीं, बल्कि वोट चोरी के खिलाफ है। लोकतंत्र की रक्षा के लिए लाखों लोग रैली में हिस्सा ले रहे हैं। कांग्रेस लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए काम करती रहेगी। लोगों के दिमाग में यह साफ है कि वोट चोरी हुई है।

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    लोकतंत्र बचाने की अपील-

    कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, कि कल शाम से ही दिल्ली की सड़कें, होटल और गलियां लोगों से भरी पड़ी हैं। जिस उत्साह के साथ लोग इकट्ठा हुए हैं, उससे पता चलता है, कि वे लोकतंत्र की रक्षा और संविधान को बनाए रखने के मिशन पर आए हैं। जबकि बीजेपी ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजों का साथ दिया, कांग्रेस ने भारत की आजादी को सुरक्षित करने के लिए कारावास सहा, फांसी का सामना किया और अत्याचार झेले। हम इस लड़ाई को जारी रखेंगे।

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