Space Station: आज का दिन मुंबई और पुणे के निवासियों के लिए खास है। आज रात को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) को बिना किसी विशेष उपकरण के देखने का सुनहरा मौका मिलेगा। यह मानव इंजीनियरिंग का एक अद्भुत नमूना है, जो पृथ्वी की परिक्रमा करते हुए माइक्रोग्रैविटी में वैज्ञानिक शोध का केंद्र बना हुआ है।
Space Station समय और स्थान का महत्व-
नेहरू तारामंडल के निदेशक अरविंद परांजपे के मुताबिक, शाम 7:23 बजे से ISS दिखना शुरू होगा। 7:28 बजे तक यह चांद और शुक्र के बाद आसमान में तीसरी सबसे चमकीली वस्तु होगी। उत्तर-पश्चिम दिशा में क्षितिज से 10 डिग्री ऊपर लगभग ढाई मिनट तक यह स्पष्ट रूप से दिखाई देगा।
Space Station दूरबीन का इस्तेमाल-
बेहतर दृश्य के लिए दूरबीन का इस्तेमाल किया जा सकता है, हालांकि यह जरूरी नहीं है। शहर का प्रदूषण दृश्यता को प्रभावित कर सकता है, इसलिए साफ आसमान होना आवश्यक है। यह एक ऐसा दुर्लभ अवसर है जिसे चूकना नहीं चाहिए।
सुनीता विलियम्स से मिलने का मौका-
इस दौरान आप भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्रियों को वेव भी कर सकते हैं। यह एक रोमांचक पल होगा जब आप अंतरिक्ष में मौजूद अपनी देशवासी को देख सकेंगे। स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल के जरिए ISS के पृथ्वी पर लौटने से पहले इसके साथ सेल्फी लेने का भी मौका है।
वैज्ञानिक महत्व-
अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन मानव इंजीनियरिंग की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह न केवल अंतरिक्ष में मानव उपस्थिति का प्रतीक है, बल्कि माइक्रोग्रैविटी में वैज्ञानिक अनुसंधान का एक प्रमुख केंद्र भी है। यहां होने वाले शोध मानव जाति के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।
शैक्षिक अवसर-
यह घटना स्कूली बच्चों और विज्ञान के विद्यार्थियों के लिए एक बेहतरीन शैक्षिक अवसर है। वे न केवल अंतरिक्ष विज्ञान को करीब से समझ सकेंगे, बल्कि एक ऐतिहासिक क्षण के गवाह भी बनेंगे। अभिभावकों को अपने बच्चों को यह अद्भुत नजारा दिखाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
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सामाजिक महत्व-
यह घटना लोगों को विज्ञान से जोड़ने का एक बेहतरीन अवसर है। यह दिखाता है कि कैसे वैज्ञानिक उपलब्धियां हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा बन सकती हैं। साथ ही यह सामूहिक अनुभव समाज में वैज्ञानिक चेतना को बढ़ावा देने में मदद करेगा। ऐसी घटनाएं युवा पीढ़ी को अंतरिक्ष विज्ञान की ओर आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। यह भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी मदद करेगी। आने वाले समय में ऐसे और मौके मिलने की उम्मीद है।
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