Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव जल्द ही शुरु होने वाली है और इस चुनाव के लिए BJP ने 400 पार का नारा दिया है। लेकिन एक्सपर्टस् के मुताबिक, इस चुनाव में अगर बीजेपी 2019 जितने यानी 272 सीटें भी पार कर लेती है तो यह बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। अब सवाल यह उठता है कि क्या सच में BJP इस बार अपने इस नारे को पूरा कर पाएगी या नहीं। मतलब क्या इस बार बीजेपी 400 सीटों पर जीत हासिल कर पाएगी? एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर बड़े राज्यों जैसे यूपी, मध्य प्रदेश और गुजरात को अलग कर दिया जाए तो ज्यादातर राज्यों में BJP को काटें की टक्कर मिलने वाली है। इस बार बीजेपी शायद 2019 का आंकड़ा भी पार करने में असफल हो सकती है।
400 सीटों पर जीत हासिल कर पाएगी BJP?
एक्सपर्ट्स की ग्राउंड रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी, मध्य प्रदेश और गुजरात जैसे बड़े राज्यों को अलग कर दिया जाए तो BJP को वहां कांटे की टक्ककर मिलने वाली है। इसके साथ ही भाजपा के नेता खुद भी यह जानते हैं कि इस बार 272 सीटें पार करना भी मुश्किल हैं। इसके साथ ही बीजेपी के कई नेता टिकट वापस कर रहे हैं। वह चुनाव लड़ने से इनकार कर रहे हैं।
महाराष्ट्र की बात की जाए तो वहां चुनाव में जीत हासिल करना BJP के लिए सबसे मुश्किल होने वाला है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि महाराष्ट्र में शिवसेना के बीच हुआ बटवारा बीजेपी के लिए ठीक नहीं है। जब से बटवारा हुआ है बीजेपी के लिए महाराष्ट्र में जीत हासिल करना मुश्किल है। वहीं गुजरात की बात की जाए तो वहां BJP की पार्टी के अंदर ही सियासी घमासान छिड़ा हुआ है। इसके साथ ही कर्नाटक इस समय बीजेपी के गले की फांस बनी हुई है। (Lok Sabha Election 2024)
हरियाणा और दिल्ली (Lok Sabha Election 2024)-
एक्सपर्ट्स के मुताबिक हरियाणा की बात की जाए तो वहां बीजेपी में सियासी जंग छिड़ी हुई है। वहां बीजेपी के लिए जीतना इसलिए मुश्किल है क्योंकि वहां कांग्रेस के ही कई नेता बीजेपी में शामिल हुए हैं। हरियाणा में लगभग 6 नेताओं ने कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है। वहीं अगर दिल्ली की बात की जाए तो एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर दिल्ली के अरविंद केजरिवाल की गिरफ्तारी नहीं हुई होती तो शायद BJP के लिए इतना मुश्किल नहीं होता। लेकिन केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी के लिए दिल्ली में चुनाव जितना मुश्किल लग रहा है। क्योंकि केजरिवाल जनता के नेता हैं। वह आंदोलनकारियों में से उभरे हुए नेता हैं।
राजस्थान, छत्तीसगढ़ और एमपी-
राजस्थान की बात की जाए तो यहां पिछली बार बीजेपी ने 25 में से 25 सीटें हासिल की थी। लेकिन इस बार एक्सपर्ट्स के मुताबिक, बीजेपी को 6 से 7 सीटों का नुकसान हो सकता है। क्योंकि लगभग 11 शहरों में कांग्रेस के विधानसभा मतप्रतिशत बीजेपी से ज्यादा हैं। जिसके चलते इस बार BJP को राजस्थान से 6 से 7 सीटों का नुकसान हो सकता है। वहीं मध्य प्रदेश और छत्तीशगढ़ में बीजेपी की जीत पक्की है। क्योंकि इन दोनों राज्यों में कांग्रेस की पकड़ कमज़ोर है।
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तेलंगाना, कर्नाटक और झारखंड-
तेलंगाना में इस बार बीजेपी के लिए 4 सीटें ले जाना भी मुश्किल है। क्योंकि तेलंगाना में इस समय कांग्रेस सत्ता में है। इसके साथ ही कविता की गिरफ्तारी के बाद यह और मुश्किल हो गया है। कर्नाटक में भी BJP का यही हाल है क्योंकि वहां पार्टी में घमासान छिड़ा हुआ है। वहीं झारखंड में भी बीजेपी का कुछ दिल्ली जैसा ही हाल है। अगर हेमंत सोरेन को भ्रष्टाचार के मामले में अंदर नहीं करती तो वह 14 में से 14 सीटें ले जाती। एक्सपर्ट्स का कहना है कि विपक्ष पर लगातार हमले करने और चुनाव में कमज़ोर करने की वजह से विपक्ष लोगों की सिंपती का पात्र हो गई है। लोग उनसे सिंपती जता रहे हैं।
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अगर एक्सपर्ट्स की ग्राउंड रिपोर्ट की मानें तो देश में करीब 7 से 8 राज्य ऐसे हैं जो बीजेपी के लिए दुखती रग बन गए हैं। इस बार बीजेपी के लिए 400 पार तो दूर की बात है, भाजपा के लिए 272 सीटें जितना भी मुश्किल है।