Balendra Shah
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    Balendra Shah: नेपाल में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लगाई गई, पाबंदी के विरोध में फूटे आंदोलन ने पूरे देश को हिला दिया है। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़पों में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई अन्य घायल हो गए हैं। इस खूनी संघर्ष के बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा है।

    नेपाल की राजनीति में यह एक अभूतपूर्व घटना है, जहां युवाओं की आवाज़ ने इतना प्रभावशाली रूप लिया, कि सरकार को झुकना पड़ा। सोशल मीडिया की पाबंदी के खिलाफ उठे, इस आंदोलन ने न सिर्फ सरकार की नीति को बदलने पर मजबूर किया, बल्कि पूरी राजनीतिक व्यवस्था को हिला कर रख दिया।

    जेन जेड का नया चेहरा बालेन शाह-

    इस पूरे आंदोलन के दौरान एक नाम बार-बार चर्चा में आया है, काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह, जिन्हें प्यार से ‘बालेन’ कहा जाता है। युवा प्रदर्शनकारियों के समर्थन में खड़े होने वाले बालेन अचानक से देश के सबसे लोकप्रिय राजनेता बन गए हैं। जब सरकार ने सोशल मीडिया की पाबंदी वापस ली, तो बालेन का नाम ट्रैंडिंग में आ गया।

    सोशल मीडिया यूज़र्स बालेन को “नई पीढ़ी की आवाज़” कह रहे हैं और मानते हैं, कि वे व्यक्तिगत स्वार्थ के बिना देश की भलाई के लिए काम करेंगे। एक यूज़र ने X पर लिखा, “प्रिय बालेन, अब वक्त आ गया है… कृपया आगे आइए और नेतृत्व संभालिए। पूरा नेपाल आपके साथ है।”

    कई लोग मानते हैं, कि अगर बालेन अगले प्रधानमंत्री बनते हैं, तो यह एक “पीढ़ीगत बदलाव” का संकेत होगा। एक यूज़र ने कहा, “मेयर से राष्ट्रीय नेता तक, उनकी भ्रष्टाचार विरोधी छवि और छात्रों का समर्थन। उन्हें इस आंदोलन का स्वाभाविक चेहरा बनाता है। नेपाल एक नए राजनीतिक युग के जन्म का गवाह हो सकता है।”

    भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रतीक बने बालेन-

    लोग बालेन शाह को “परिवर्तन का प्रतीक” मानते हैं। उनका भ्रष्टाचार विरोधी रुख और छात्रों के साथ खड़े होना, लोगों के दिल में उनकी जगह बना चुका है। एक यूज़र ने कहा, कि बालेन शाह का अगले PM के रूप में नाम आना दिखाता है, कि “युवा गुस्सा जब एक भरोसेमंद चेहरे से मिलता है” तो क्या होता है।

    नेपाल की राजनीति में यह एक अनोखा मोड़ है, जहां एक इंजीनियर और रैपर का बैकग्राउंड रखने वाला व्यक्ति देश के सबसे बड़े पद के लिए लोगों की पसंद बन रहा है। यह दिखाता है, कि आज की युवा पीढ़ी पुरानी राजनीति से ऊब चुकी है और नए विकल्पों की तलाश में है।

    कौन हैं बालेंद्र शाह-

    1990 में काठमांडू में जन्मे बालेंद्र शाह फिलहाल इस महानगर के मेयर हैं। उन्होंने नेपाल से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और भारत की विश्वेश्वरैया टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री हासिल की है। बालेन की कहानी बेहद दिलचस्प है। राजनीति में आने से पहले वे नेपाल के हिप-हॉप सीन में एक एक्टिव रैपर और गीतकार थे। अपने संगीत में उन्होंने असमानता और भ्रष्टाचार जैसे सामाजिक मुद्दों को शामिल किया था। यही सामाजिक चेतना उन्हें राजनीति में ले आई।

    2022 में उन्होंने काठमांडू में मेयर का चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ा और 61,000 से ज्यादा वोट हासिल करके जीत दर्ज की।

    आंदोलन के बाद संयम की अपील-

    ओली के इस्तीफे के बाद बालेन ने जेन जेड प्रदर्शनकारियों से “संयम बरतने” की अपील की है। फेसबुक पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, “देश की संपत्ति का नुकसान वास्तव में हमारी अपनी संपत्ति का नुकसान है। अब यह जरूरी है, कि हम सभी संयम के साथ काम करें।”

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    यह बयान दिखाता है, कि बालेन एक जिम्मेदार नेता हैं, जो हिंसा के बजाय शांतिपूर्ण तरीकों में विश्वास रखते हैं। उनका यह रुख उन्हें और भी ज्यादा भरोसेमंद बनाता है।

    नेपाल अब एक नए मोड़ पर खड़ा है, जहां पुरानी राजनीति और नई पीढ़ी के बीच टकराव हो रहा है। बालेन शाह इस बदलाव के प्रतीक बन गए हैं और आने वाला समय बताएगा, कि क्या वे वाकई नेपाल की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू कर सकेंगे।

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