Amit Shah
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    Amit Shah: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को राज्यसभा में विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए, ऑपरेशन सिंदूर को लेकर साफ स्थिति रखी। उन्होंने कहा, कि भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कोई युद्ध घोषित नहीं किया था, बल्कि यह 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में एक सीमित आक्रामक कार्रवाई थी। जब विपक्ष लगातार सरकार से सवाल कर रहा था, शाह का यह बयान उस समय आया, कि आखिर संघर्ष विराम की घोषणा क्यों की गई।

    विपक्ष के सवालों का जवाब-

    राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान अमित शाह ने विपक्ष की आलोचनाओं का सीधा जवाब देते हुए कहा, “हमने तो युद्ध घोषित ही नहीं किया था। आप किस तरह के संघर्ष विराम की बात कर रहे हैं। यह एक सीमित आक्रमण था, आतंकवाद पर हमला था और अपने वैध आत्मरक्षा के अधिकार का इस्तेमाल था।” गृह मंत्री के इन शब्दों से साफ हो गया, कि सरकार की नीति आतंकवाद के खिलाफ सख्त है, लेकिन बेवजह की जंग में नहीं पड़ना चाहती।

    शाह ने अपने बयान में यह भी स्पष्ट किया, कि भारत की कार्रवाई केवल आतंकवादियों के खिलाफ थी, न कि पाकिस्तान की आम जनता के खिलाफ। उन्होंने कहा, कि देश की सुरक्षा से जुड़े मामलों में भारत कभी भी पीछे नहीं हटेगा और जरूरत पड़ने पर हर तरह की कार्रवाई करने को तैयार है।

    पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पर सख्त रुख-

    पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुद्दे पर भी अमित शाह ने बेहद स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने राहुल गांधी को संबोधित करते हुए कहा, “राहुल गांधी को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की चिंता करने की जरूरत नहीं है, भाजपा इसे वापस ले आएगी।” गृह मंत्री ने कांग्रेस पार्टी पर भी निशाना साधते हुए आरोप लगाया, कि पिछले कई दशकों से कांग्रेस ने पाकिस्तान को क्लीन चिट देने का काम किया है। उन्होंने कहा, कि कांग्रेस की नीतियों के कारण ही पाकिस्तान को लगातार आतंकवाद फैलाने का मौका मिलता रहा है।

    आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश-

    अमित शाह ने साफ शब्दों में कहा, कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन बंद नहीं करता, तब तक भारत और पाकिस्तान के बीच कोई बातचीत नहीं होगी। उन्होंने कहा, कि नरेंद्र मोदी ने हमारे लोकतंत्र को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दिलाई है। गृह मंत्री ने जी-20 शिखर सम्मेलन का जिक्र करते हुए कहा, “हमारे द्वारा आयोजित जी-20 सबसे सफल जी-20 शिखर सम्मेलन था।”

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    कश्मीर में बदलाव की सच्चाई-

    कश्मीर की स्थिति पर भी अमित शाह ने बेहद महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया, कि पहले पाकिस्तान को सीमा पार से आतंकवादी भेजने की जरूरत नहीं थी, क्योंकि हमारे ही कश्मीरी युवा हथियार उठा लेते थे। लेकिन आज हालात बिल्कुल बदल गए हैं। गृह मंत्री ने यह भी बताया, कि अब जो भी आतंकवादी मारे जा रहे हैं, वे सभी पाकिस्तानी हैं। यह आंकड़ा दिखाता है, कि कश्मीर में स्थानीय युवाओं का आतंकवाद से मोहभंग हो गया है और वे अब मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं।

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