Karnataka DGP Om Prakash
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    Karnataka DGP Om Prakash: बेंगलुरु के एक प्रतिष्ठित इलाके में हुई एक चौंकाने वाली घटना ने पूरे कर्नाटक राज्य को हिलाकर रख दिया है। कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) ओम प्रकाश का शव उनके घर में खून से लथपथ हालत में मिला है। PTI की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व DGP के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान पाए गए हैं।

    बेंगलुरु के हाई-प्रोफाइल HSR लेआउट इलाके में स्थित उनके तीन मंजिला घर के ग्राउंड फ्लोर पर खून के एक बड़े गड्ढे में उनका शव पड़ा मिला। इस दर्दनाक घटना ने न केवल पुलिस विभाग बल्कि पूरे राज्य में शोक की लहर पैदा कर दी है।

    अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (ACP) पूर्व विकास कुमार ने ANI को बताया, “ऐसा लगता है कि किसी तेज धारदार हथियार का इस्तेमाल किया गया है, जिससे इतना खून बह गया कि मौत हो गई।” उन्होंने आगे कहा कि हत्या के पीछे के मकसद अभी तक स्पष्ट नहीं हुए हैं और अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

    Karnataka DGP Om Prakash जांच की प्रगति-

    पुलिस ने इस घटना के संबंध में प्रकाश की पत्नी और बेटी से पूछताछ शुरू कर दी है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए अनुभवी अधिकारियों की एक टीम जांच में जुटी हुई है। ACP कुमार ने मीडिया को बताया, “केस रजिस्टर होने के बाद विस्तृत जांच की जाएगी। फिलहाल, कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि मामला आंतरिक प्रकृति का हो सकता है।”

    पुलिस सूत्रों के अनुसार, जांच में अब तक मिले सबूतों से शक है कि इस घटना में परिवार के किसी करीबी सदस्य का हाथ हो सकता है। जानकारी के अनुसार, परिवार में कुछ संपत्ति विवाद चल रहे थे, जो इस हत्या का संभावित कारण हो सकते हैं। यह भी पता चला है कि सेवानिवृत्त DGP ने पहले अपने कुछ करीबी साथियों को अपनी जान के खतरे के बारे में चिंता व्यक्त की थी। PTI की रिपोर्ट के अनुसार, ओम प्रकाश ने कुछ नजदीकी दोस्तों को बताया था कि उन्हें अपनी जान का खतरा महसूस हो रहा है।

    कौन थे Karnataka DGP Om Prakash?

    ओम प्रकाश 1981 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी थे। वे बिहार के चंपारण के मूल निवासी थे और भूविज्ञान में मास्टर डिग्री धारक थे। उन्हें 1 मार्च, 2015 को कर्नाटक का पुलिस महानिदेशक (DGP) नियुक्त किया गया था और दो साल बाद वे सेवानिवृत्त हुए थे।

    अपने करियर की शुरुआत में, ओम प्रकाश हरपनहल्ली में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) के रूप में नियुक्त हुए थे। इसके बाद उन्होंने बल्लारी जिले में ASP और फिर शिवमोग्गा, उत्तर कन्नड़ और चिक्कमगलुरु में पुलिस अधीक्षक (SP) के रूप में सेवा की।

    अपने लंबे और प्रतिष्ठित करियर के दौरान, उन्होंने राज्य लोकायुक्त, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं और अपराध जांच विभाग (CID) में भी महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया था। पुलिस बल में उनकी दक्षता और ईमानदारी के लिए उन्हें हमेशा सम्मान के साथ याद किया जाएगा।

    Karnataka DGP Om Prakash परिवार और सहयोगियों की प्रतिक्रिया-

    इस दुखद घटना के बाद, ओम प्रकाश के परिवार गहरे सदमे में है। हालांकि, पुलिस पूछताछ के कारण परिवार के सदस्य मीडिया से बात करने से बच रहे हैं। उनके कुछ पूर्व सहयोगियों ने उन्हें एक कुशल अधिकारी और मार्गदर्शक के रूप में याद किया है।

    एक सेवानिवृत्त IPS अधिकारी, जो ओम प्रकाश के साथ काम कर चुके हैं, ने कहा, “वे एक निष्पक्ष और ईमानदार अधिकारी थे। उनकी अकाल मृत्यु पुलिस बल और समाज के लिए एक बड़ी क्षति है।”

    कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया है और पुलिस को जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, “ओम प्रकाश जी एक कुशल प्रशासक और समर्पित पुलिस अधिकारी थे। उनकी हत्या के दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।”

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    पुलिस का आगे का रोडमैप-

    पुलिस ने घटनास्थल से सबूत इकट्ठा कर लिए हैं और फॉरेंसिक टीम की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। फिंगरप्रिंट विशेषज्ञों और डॉग स्क्वाड की मदद से भी जांच की जा रही है।

    ACP विकास कुमार ने बताया, “हम हर पहलू की जांच कर रहे हैं। घर के आसपास के CCTV फुटेज की भी जांच की जा रही है। जल्द ही हम इस केस को सुलझा लेंगे।” यह मामला कर्नाटक पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है, क्योंकि एक पूर्व DGP की हत्या न केवल राज्य के पुलिस बल के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है।

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