Short Motivational Story
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    Short Motivational Story: गाँव के किनारे एक छोटी सी झोपड़ी में मोहन रहता था। वह एक साधारण परिवार से था, जहाँ रोज़ की रोटी के लिए भी संघर्ष करना पड़ता था। मोहन का एक सपना था, अपने परिवार को गरीबी से बाहर निकालना और एक बेहतर जीवन देना।

    हर सुबह, जब अन्य युवक अभी सो रहे होते, मोहन उठ जाता और अपने खेत में काम करने चला जाता। दोपहर में, वह पास के शहर में जाकर एक कारखाने में काम करता। शाम को लौटकर वह स्थानीय स्कूल में पढ़ाई करता, क्योंकि उसे पता था कि शिक्षा ही उसे आगे ले जाएगी।

    "आराम तो मृत्यु के बाद भी कर सकते हैं, अभी तो जीवन जीना है," मोहन अक्सर कहता। एक दिन, गाँव के एक व्यक्ति ने उससे पूछा, "मोहन, तुम इतनी कड़ी मेहनत क्यों करते हो? थोड़ा आराम क्यों नहीं करते?"

    Short Motivational Story-

    मोहन मुस्कुराया और बोला, "जब बीज बोया जाता है, तो वह मिट्टी में छिपकर कठिन परिश्रम करता है। वह आराम नहीं करता, बल्कि अपनी सारी शक्ति लगाकर धरती को चीरकर ऊपर निकलने की कोशिश करता है। तभी वह एक दिन विशाल वृक्ष बनता है। मैं भी वही कर रहा हूँ।"

    साल दर साल, मोहन की मेहनत रंग लाने लगी। उसने अपनी पढ़ाई पूरी की, एक अच्छी नौकरी पाई, और अपने गाँव में एक स्कूल खोला। आज वह न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे गाँव के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

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    उसकी कहानी हमें सिखाती है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। आराम को भूलकर, कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से ही हम अपने सपनों को साकार कर सकते हैं।

    मोहन का संदेश:-

    "जब आप आराम की चादर ओढ़कर सोते हैं, तो याद रखिए - कोई और उसी समय अपने सपनों को साकार करने के लिए जाग रहा है। आज का त्याग, कल की सफलता की नींव है।"

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