Effect of Birth Number
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    Effect of Birth Number: ज्योतिष और अंकशास्त्र का मानना है, कि हमारी जन्म तिथि केवल एक संख्या नहीं, बल्कि हमारे पूर्व जन्मों के कर्मों की गाथा है। आपकी जन्म तारीख में छिपे अंक आपके पिछले जन्मों के अनुभव, सीख और कर्म फल को अपने साथ लेकर आते हैं। अंकशास्त्र में तारीख 1 से 9 तक के अंकों को विभिन्न ग्रहों से जोड़ा जाता है, जो हमारी कार्मिक यात्रा को परिभाषित करते हैं।

    सूर्य का प्रभाव मूलांक 1 वाले जातक

    जिनकी जन्म तिथि 1, 10, 19 या 28 है, उन पर सूर्य देव की कृपा रहती है। इन लोगों ने पूर्व जन्म में राजा, प्रशासक या परिवार के मुखिया की भूमिका निभाई होगी। उनका कर्म अहंकार, नियंत्रण और जिम्मेदारी से जुड़ा है। यदि पिछले जन्म में सत्ता का दुरुपयोग हुआ था, तो इस जन्म में विनम्रता और करुणा के साथ नेतृत्व करना सीखना होगा।

    चंद्रमा की छाया मूलांक 2 के जातक

    अंक 2, 11, 20 या 29 तारीख को जन्मे लोग चंद्रमा के प्रभाव में आते हैं। इन्होंने पूर्व जन्म में परिवार और रिश्तों के लिए त्याग किया होगा। संभवतः इन्होंने अपनी खुशियां दूसरों के लिए कुर्बान की थीं या भावनात्मक रूप से किसी पर निर्भर रहे होंगे।

    गुरु का आशीर्वाद मूलांक 3

    तीसरी, 12वीं, 21वीं या 30वीं तारीख को जन्मे व्यक्ति बृहस्पति के शिष्य हैं। पूर्व जन्म में ये विद्वान, पुजारी, गुरु या राज्य सलाहकार रहे होंगे। ज्ञान इनकी पूंजी थी, पर अहंकार भी साथ आया। इस जन्म में इन्हें अपना ज्ञान दूसरों के उत्थान के लिए बांटना है।

    राहु की चुनौती मूलांक 4

    चौथी, 13वीं, 22वीं या 31वीं को जन्मे लोगों पर राहु का प्रभाव है। पूर्व जन्म में इन्होंने अचानक उठान और गिरावट देखी होगी। नियम तोड़ना और शक्ति के प्रयोग में गलतियां हुई होंगी। इस जीवन में धैर्य और अनुशासन सीखना जरूरी है।

    बुध की चतुराई मूलांक 5

    पांचवीं, 14वीं या 23वीं तारीख के जातकों पर बुध की कृपा रहती है। पिछले जन्म में ये व्यापारी, दूत या कहानीकार थे। शब्दों का दुरुपयोग हुआ होगा, इसलिए अब ईमानदारी और दयालुता से संवाद स्थापित करना सीखना है।

    शुक्र का प्रेम मूलांक 6

    छठी, 15वीं या 24वीं को जन्मे लोग शुक्र के प्रभाव में हैं। पूर्व जन्म में सुख-सुविधा और प्रेम में डूबे रहे होंगे। अब इन्हें दूसरों की भावनाओं का ख्याल रखना और सच्चा सामंजस्य स्थापित करना है।

    केतु की साधना मूलांक 7

    सातवीं, 16वीं या 25वीं तारीख वाले केतु के अधीन हैं। पहले जन्म में ये साधक या संत रहे होंगे, जो आध्यात्मिकता में लीन थे। अब सांसारिक जिम्मेदारियों के साथ आध्यात्मिकता को संतुलित करना चुनौती है।

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    शनि का न्याय मूलांक 8

    आठवीं, 17वीं या 26वीं को जन्मे शनि देव के अनुशासन में हैं। पूर्व जन्म के अधूरे वादे और गलत उपयोग अब परीक्षा के रूप में आते हैं। धैर्य, मेहनत और ईमानदारी से ही मुक्ति मिलेगी।

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    मंगल का साहस मूलांक 9

    नौवीं, 18वीं या 27वीं तारीख के जातक मंगल के योद्धा हैं। पूर्व जन्म में युद्ध या संघर्ष में रहे होंगे। अब क्रोध को काबू करना और शक्ति को निस्वार्थ सेवा में लगाना सीखना है।