Amla vs Bhringraj: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर कोई अपने बालों को लेकर परेशान रहता है। चाहे वो बाल झड़ने की समस्या हो, रूसी का मामला हो या फिर बालों में चमक की कमी, ये सभी परेशानियां आजकल बेहद आम हो गई हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, कि हमारे पुराने जमाने के नुस्खों में इन सभी समस्याओं का हल छुपा हुआ है? जी हां, हम बात कर रहे हैं आंवला और भृंगराज की, ये दोनों ही आयुर्वेद की दुनिया के असली सितारे हैं।
आंवला के गुणकारी फायदे-
द् टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, आंवला, जिसे अमृतफल भी कहते हैं, बालों के लिए एक प्राकृतिक खजाना है। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी होता है – तथ्य यह है, कि एक आंवले में संतरे से 20 गुना ज्यादा विटामिन सी पाया जाता है! इसके अलावा इसमें टैनिन भी होते हैं जो बालों को मजबूती देने का काम करते हैं।
आंवला में अमीनो एसिड, खनिज पदार्थ और फाइटो न्यूट्रिएंट्स का भंडार छुपा हुआ है। ये सभी तत्व मिलकर बालों की जड़ों को पोषण देते हैं और बाल झड़ने की समस्या को कम करते हैं। सबसे रोचक बात यह है, कि आंवला स्कैल्प के पीएच लेवल को संतुलित करता है, जिससे खुजली और रूसी की समस्या से राहत मिलती है।
आंवला के एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण सूखेपन को रोकते हैं और समय से पहले सफेद होने वाले बालों की समस्या को भी कम करते हैं। यह एक प्राकृतिक हेयर टॉनिक की तरह काम करता है, जो बालों को जड़ों से मजबूत बनाता है।
आंवला का इस्तेमाल कैसे करें-
आंवला तेल की मालिश: रात को सोने से पहले थोड़ा सा आंवला का तेल गर्म करके सिर की मालिश करें। यह रक्त प्रवाह बेहतर बनाता है और बालों की जड़ों को उचित पोषण देता है। सुबह हल्के शैम्पू से धो लें।
आंवला पाउडर का लेप: आंवला पाउडर में थोड़ा सा तेल मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बनाएं। इसे 30 मिनट तक लगाकर रखें फिर नेचुरल शैम्पू से धो लें।
ताजे आंवले का गूदा: ताजे आंवले को पीसकर गूदा बनाएं और सीधे सिर पर लगाएं। 40 मिनट बाद गुनगुने पानी से धो लें।
भृंगराज के अद्भुत फायदे-
भृंगराज को “केशराज” भी कहा जाता है, क्योंकि यह बालों की हर समस्या का इलाज करने में सक्षम है। यह जड़ी-बूटी मुख्यत: बालों की जड़ों को पोषण देकर उन्हें मजबूत बनाने का काम करती है। भृंगराज में मौजूद प्रोटीन बालों को अंदर से मजबूत बनाते हैं और टूटने से रोकते हैं।
भृंगराज का सबसे बड़ा फायदा यह है, कि यह सिर में रक्त संचार को बेहतर बनाता है। जब सिर में सही तरीके से खून पहुंचता है, तो बालों की जड़ों को ऑक्सीजन और जरूरी पोषक तत्व मिलते रहते हैं। इससे नए बाल आते हैं और पुराने बाल झड़ना कम हो जाता है।
भृंगराज का प्रयोग-
भृंगराज तेल की मालिश: भृंगराज का तेल 30 सेकंड के लिए हल्का गर्म करें और सीधे सिर पर लगाएं। 15 मिनट तक गोल घुमाकर मालिश करें और 30 मिनट तक लगा रहने दें। इसके बाद प्राकृतिक क्लींजर से बाल धो लें। इस प्रक्रिया को 2-3 महीने तक नियमित करें।
भृंगराज पाउडर: प्राकृतिक भृंगराज पाउडर को खाने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं और बालों पर लगाने के लिए भी। इसे पानी या तेल के साथ मिलाकर पेस्ट बनाकर लगाएं।
आंवला vs भृंगराज कौन है जीता?
असल में इस लड़ाई का कोई एक विजेता नहीं है, क्योंकि आंवला और भृंगराज दोनों के अपने-अपने फायदे हैं। जहां भृंगराज रक्त संचार बढ़ाकर बाल झड़ना कम करता है, वहीं आंवला सिर की सेहत सुधारकर बालों की बेहतर ग्रोथ को बढ़ावा देता है।
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दोनों को मिलाकर करें इस्तेमाल-
सबसे बेहतर तरीका यह है, कि दोनों का एक साथ इस्तेमाल करें। आंवला और भृंगराज का मिश्रण बालों और सिर की हर समस्या के लिए एक संपूर्ण समाधान देता है। आप आंवला और भृंगराज का तेल मिलाकर लगा सकते हैं या फिर दोनों का पाउडर मिलाकर हेयर मास्क बना सकते हैं।
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