Meerut-Lucknow Vande Bharat Express: शनिवार को मेरठ से लखनऊ तक के सफर के लिए नई वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन किया गया। लेकिन वहां अफरा-तफरी तब मच गई, जब एक महिला और उसके साथी ने आरोप लगाया की ट्रेन में बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने उनके साथ दुर्व्यवहार और छेड़छाड़ की है। महिला ने घटना के बारे में बताते हुए कहा, कि जब वह खाना लेने के लिए ट्रेन के कोच से गुजर रही थीं, तभी उन्हें रोका गया। किसी उन्हें रोका और कहा कि यह केबिन भाजपा के सदस्यों के लिए आरक्षित है और उन्हें वहां से गुजरने की भी अनुमति नहीं है।
वापस लौटने की कोशिश-
इसके अलावा जब उन्होंने वापस लौटने की कोशिश की, तो बात बिगड़ गई और बात बहस, मारपीट तक पहुंच गई। महिला ने मीडिया कर्मियों से बात-चीत करते हुए कहा, कि हम खाना खाने के लिए केबिन से गुजर रहे थे। तभी एक अंकल ने हमें रोक दिया और कहा कि यह बीजेपी का केबिन है, जब हम वापस जाने लगे, तो उन्होंने झगड़ा करना शुरु कर दिया और हमें धक्का भी मारा और फिर कहा कि हम बार-बार केबिन में क्यों घूम रहे हैं।
बीजेपी से जुड़े हुए लोग-
हम भी बीजेपी से जुड़े हुए लोग हैं, लेकिन इस तरह के लोग पार्टी को बदनाम करते हैं। इसके साथ ही महिला के साथी ने खुद को बीजेपी समर्थक और प्रभावशाली व्यक्ति बताया। उन्होंने इस पर अपना गुस्सा भी ज़ाहिर किया। उन्हें ट्रेन के उद्घाटन को कवर करने के लिए बुलाया गया था। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हमें प्रभावशाली व्यक्ति के तौर पर काम पर रखा है। वह ट्रेन को अपनी निजी संपत्ति मानते हैं और मेरी बहन के साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे।
कांग्रेस पार्टी-
वहीं कांग्रेस पार्टी ने भी इस घटना का वीडियो शेयर करते हुए टिप्पणी की, यह वीडियो बीजेपी के चेहरे और चरित्र का गवाह है। दरअसल शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्चुअल माध्यम से मेरठ से लखनऊ जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन किया गया। मेरठ-लखनऊ वंदे भारत ट्रेन से यात्रियों को दोनों शहरों के बीच वर्तमान सबसे तेज ट्रेन की तुलना में लगभग 1 घंटे का समय बचाने में मदद मिलेगी।
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वर्चुअल फ्लैग ऑफ़-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल फ्लैग ऑफ़ समारोह के दौरान कहा, कि "रेलवे ने लंबे समय से लंबित मुद्दों को हल करने में प्रगति हासिल की है और जब तक यह समाज के सभी वर्गों के लिए आरामदायक यात्रा की गारंटी नहीं दे देता, तब तक यह नहीं रुकेगा। सालों से अपनी कड़ी मेहनत के माध्यम से रेलवे ने लंबे समय से संबंधित मुद्दों को सुलझाने में बड़ी प्रगति हासिल की, नई उम्मीदें और समाधान पेश किए हैं। हम तब तक नहीं रुकेंगे, जब तक भारतीय रेलवे सभी के लिए आरामदायक यात्रा का वादा नहीं करती।"
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