Sanjeev Khanna
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    Sanjeev Khanna: सोमवार 11 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के सिनियर जज संजीव खन्ना ने राष्ट्रपति भवन में भारत के 51वें चीफ जस्टिस के रूप में शपथ ली है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने करीब सुबह 10:00 बजे उन्हें पद की शपथ दिलाई। वह भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में 6 महीने का कार्यकाल पूरा करेंगे। सुप्रीम कोर्ट के दूसरे सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजीव खन्ना को मुख्य न्यायाधीश की भूमिका के लिए पूर्व चीफ जस्टीस डीवाई चंद्रचूड़ ने प्रस्तावित किया था, जो की 9 नवंबर 2022 से सेवा देने के बाद 10 नवंबर को रिटायर हो गए। 14 मई 1960 को जन्मे न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने 1987 में दिल्ली बार काउंसलिंग के वकील के रूप में अपने कानूनी करियर की शुरूआत की थी।

    व्यापक अनुभव (Sanjeev Khanna)-

    उन्हें संवैधानिक कानून वाणिज्यिक, कानून पर्यावरण, और मध्यस्थता में व्यापक अनुभव है। न्यायमूर्ति खन्ना आयकर विभाग के वरिष्ठ स्थाई वकील के रूप में भी काम कर चुके हैं। उन्हें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के लिए साल 2004 में वकील नियुक्त किया गया था। 2005 में दिल्ली उच्च न्यायालय का अतिरिक्त न्यायाधीश चीफ जस्टिस खन्ना को नियुक्त किया गया था और साल 2006 में वह स्थाई न्यायाधीश बने, जो कि उनके न्यायिक करियर के लिए ज़रुरी था।

    कई ऐतिहासिक फैसले-

    अपने कार्यकाल के दौरान संजीव खन्ना ने दिल्ली न्यायिक अकादमी, दिल्ली अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र और जिला न्यायालय मध्यस्थ केंद्रों में भी जरूरी योगदान दिया और न्यायिक परिदृश्य को आकार देने में भूमिका निभाई। 18 जनवरी साल 2019 को किसी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किए बिना न्यायमूर्ति खन्ना को, सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया। कई ऐतिहासिक फैसले जस्टिस खन्ना ने दिए हैं।

    केजरीवाल को अंतरिम ज़मानत-

    जिसमें दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अंतरिम ज़मानत देना भी शामिल था। इस फैसले की वजह से केजरीवाल लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार कर पाए। एक अन्य महत्वपूर्ण फैसले में न्यायमूर्ति खन्ना ने इस बात पर जोर दिया, की कार्यवाही में देरी संशोधन निवारण अधिनियम के तहत जमानत देने के लिए एक वैध आधार हो सकता है। यह फैसला दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से जुड़े हुए मामले में सामने आया था।

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    वहीं 10 नवंबर को धनंजय वाई चंद्रचूड़ यानी डीवाई चंद्रचूड़ भारत के मुख्य न्यायाधीश के पद से रिटायर हो गए। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के शीर्ष पद पर बुलडोजर एक्शन पर अपना अंतिम फैसला सुनाया। डीवाई चंद्रचूड़ ने 9 नवंबर 2022 को भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार संभाला था। अब उनकी जगह पर न्यायमूर्ति संजीव खन्ना होंगे, जिन्होंने 11 नवंबर को शपथ लेकर पदभार संभाला है।

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