Councilor Controversy: तिंडिवनम नगरपालिका में एक दलित कर्मचारी के साथ हुई, अमानवीय घटना ने पूरे विलुप्पुरम जिले को हिलाकर रख दिया है। बुधवार को पुलिस ने दो काउंसिलर्स समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोप है, कि इन लोगों ने जूनियर असिस्टेंट एस मुनियप्पन को एक महिला काउंसिलर के पैर छूने पर मजबूर किया था।
घटना का विवरण और आरोपी-
35 वर्षीय एस मुनियप्पन, जो विलुप्पुरम जिले के रोशनाई निवासी हैं, को इस अपमानजनक स्थिति से गुजारा गया। पुलिस के अनुसार, मुख्य आरोपी काउंसिलर आर रम्या और रविचंद्रन हैं। रविचंद्रन तिंडिवनम नगरपालिका की चेयरपर्सन आर निर्मला के पति हैं। इसके अलावा रम्या के पति राजा उर्फ मारूर राजा, निर्मला के पर्सनल असिस्टेंट कमराज और एक काउंसिलर के पति सेल्वम भी इस मामले में शामिल हैं।
🚨 This is DMK’s model of Social Justice. A public servant belonging to the SC community in Tindivanam was cornered continuously by DMK Councillors and was made to apologise by falling at the feet of the DMK Councillor Ramya. pic.twitter.com/s4LdB3PgHc
— Chandan Mishra (@IamChandanCM) September 3, 2025
मुनियप्पन का कहना है, कि उसे 2021 में दिए गए एक कॉन्ट्रैक्ट से संबंधित फाइल समय पर नहीं मिलने के कारण यह अपमान झेलना पड़ा। जब काउंसिलर रम्या ने यह फाइल मांगी थी, तो वह इसे तुरंत नहीं ला सका था। इस बात से नाराज होकर काउंसिलर्स ने उसके साथ यह शर्मनाक व्यवहार किया।
पुलिस में शिकायत और कार्रवाई-
मुनियप्पन ने विलुप्पुरम के सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस पी सरावणन को एक पेटिशन सौंपी है। इसमें उसने काउंसिलर और अन्य लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। मुनियप्पन ने बताया, कि जब यह घटना हुई थी, तो चैंबर में अन्य काउंसिलर और नगरपालिका के अधिकारी भी मौजूद थे।
सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस ने कहा, कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। यह कानून दलित समुदाय के लोगों को सामाजिक न्याय दिलाने के लिए बनाया गया है।
काउंटर कंप्लेंट का मामला-
इस बीच, काउंसिलर रम्या ने भी मुनियप्पन के खिलाफ एक काउंटर कंप्लेंट दर्ज कराई है। उसका आरोप है, कि मुनियप्पन ने उसे अनुचित तरीके से छूने की कोशिश की थी। रम्या ने अपनी शिकायत में कहा, “मुनियप्पन ने मेरा हाथ गलत तरीके से पकड़ा और अपने दाहिने हाथ से मुझे गलत इरादे से छूने की कोशिश की। साथ ही उसने बाएं हाथ से मेरी कुर्सी पकड़ने की कोशिश की। मेरे धक्का देने के बावजूद भी वह अपनी गलत हरकतें करता रहा।”
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रम्या ने यह भी कहा, कि वहां कई पुरुष मौजूद थे, जिससे उसे बहुत शर्मिंदगी और असहजता महसूस हुई। उसे तुरंत अपनी कुर्सी हटाकर दूसरी जगह बैठना पड़ा। उसका दावा है, कि मुनियप्पन की ये हरकतें जानबूझकर की गई थीं।
विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया-
इस घटना को लेकर विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने डीएमके सरकार की जमकर आलोचना की है। उनका कहना है, कि सरकार हाशिए पर पड़े समुदायों के अधिकारों की रक्षा करने में नाकाम रही है।
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