Congress Protest
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    Congress Protest: राजधानी भुवनेश्वर में आज एक ऐसा दिन था जब राजनीतिक तनाव ने पूरे शहर को अपनी चपेट में ले लिया। कांग्रेस पार्टी ने महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के विरोध में विधानसभा का घेराव करने का निर्णय लिया, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज, आंसू गैस और वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया।

    Congress Protest कांग्रेस की रैली-

    सुबह से ही राम मंदिर चौक से शुरू हुई कांग्रेस की रैली ने पूरे शहर में राजनीतिक बवाल मचा दिया। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार पर महिलाओं की गरिमा की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया। हालांकि, जैसे ही प्रदर्शनकारी विधानसभा की ओर बढ़े, पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए कई स्तरीय बैरिकेड्स लगा दिए।

    Congress Protest स्थिति बेहद तनावपूर्ण-

    घटनास्थल पर लोअर पीएमजी चौक पर स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गई। पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई, जिसमें दोनों पक्षों के कई सदस्य घायल हुए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बल पर पत्थर और कुर्सियां फेंकीं, जबकि पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के माध्यम से भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास किया।

    राज्य में सुरक्षा के लिए लगभग 80 प्लाटून बल तैनात किए गए थे। पुलिस का दावा है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक पुलिस वाहन को जलाने की कोशिश की, जिसे समय रहते रोका गया। इस पूरी घटना ने राजनीतिक माहौल को और भी तीखा बना दिया।

    नेताओं को हिरासत में लिया-

    कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भक्त चरण दास सहित कई वरिष्ठ नेताओं को हिरासत में लिया गया। दास ने आरोप लगाया कि उनका शांतिपूर्ण विरोध था, लेकिन पुलिस ने उन पर आंसू गैस के गोले दागे। उन्होंने साफ शब्दों में कहा, "सरकार पुलिस बल का उपयोग करके हमें चुप नहीं करा सकती। हम इस लड़ाई को सड़कों और हर गांव तक ले जाएंगे।"

    राजनीतिक तीखापन और महिला सुरक्षा पर बहस और भी गहरी हो गई, जब ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण महापात्र ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों में कमी आने का दावा किया। हालांकि, कांग्रेस इस दावे से सहमत नहीं है और पूरी तरह से इसका विरोध कर रही है।

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    विधानसभा से निलंबित-

    कांग्रेस के सभी 14 विधायकों को पहले ही विधानसभा से निलंबित कर दिया गया था। वरिष्ठ विधायक तारा प्रसाद बाहिनीपति ने स्पष्ट किया कि वे तब तक विरोध जारी रखेंगे जब तक राज्य सरकार महिला सुरक्षा पर जांच समिति नहीं बनाती। यह पूरा प्रदर्शन महिला सुरक्षा और राजनीतिक अधिकारों को लेकर एक महत्वपूर्ण संदेश दे रहा है। कांग्रेस अपने "नारी न्याय सत्याग्रह" के माध्यम से राज्य भर में इस मुद्दे को और अधिक ऊंचाई पर ले जाने की तैयारी कर रही है।

    राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह घटना न केवल महिला सुरक्षा बल्कि लोकतांत्रिक अधिकारों और विरोध के अधिकार पर भी सवाल उठाती है। यह एक महत्वपूर्ण क्षण है जो राज्य की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है।

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