M.F. Husain Painting
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    M F Husain Painting: भारतीय कला के महान हस्ताक्षरों में से एक माने जाने वाले मकबूल फिदा हुसैन का एक प्रतिष्ठित पेंटिंग "अनटाइटल्ड (ग्राम यात्रा)" क्रिस्टीज ऑक्शन हाउस में 13.8 मिलियन डॉलर (लगभग 118 करोड़ रुपये) में बिक गया है। यह बिक्री भारतीय आधुनिक कला के लिए एक नया वैश्विक रिकॉर्ड स्थापित करती है, जिससे पिछला रिकॉर्ड लगभग दोगुना हो गया है।

    M F Husain Painting एक कलाकृति जो भारतीय समाज का प्रतिबिंब है-

    इस विशाल दीवार-चित्र आकार के पेंटिंग में हुसैन ने 13 अलग-अलग दृश्यों के माध्यम से भारतीय समाज के विविध पहलुओं का चित्रण किया है। "ग्राम यात्रा" न केवल भारत की गहरी ऐतिहासिक जड़ों को दर्शाता है, बल्कि देश के विकसित होते भविष्य का भी एक झलक प्रस्तुत करता है। इस कलाकृति में हुसैन का आधुनिकतावाद के साथ वैश्विक संवाद भी स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।

    कला विशेषज्ञों का मानना है, कि यह पेंटिंग हुसैन के सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में से एक है, जिसमें उनकी कलात्मक प्रतिभा और भारतीय संस्कृति के प्रति उनका गहरा लगाव दोनों झलकते हैं। पेंटिंग की विशालता और जटिलता इसे एक astonishing कलाकृति बनाती है, जिसे देखने वाला हर व्यक्ति मंत्रमुग्ध हो जाता है।

    M F Husain Painting पिछले रिकॉर्ड को पार किया-

    इससे पहले भारतीय आधुनिक कला का सर्वोच्च मूल्य अमृता शेरगिल के 1937 के पेंटिंग "द स्टोरीटेलर" का था, जो 2023 में मुंबई में आयोजित एक नीलामी में लगभग 7.4 मिलियन डॉलर (61.8 करोड़ रुपये) में बिका था। हुसैन के "ग्राम यात्रा" ने इस रिकॉर्ड को न केवल तोड़ा बल्कि लगभग दोगुना कर दिया, जो भारतीय कला के बढ़ते वैश्विक महत्व को दर्शाता है। "आज का दिन भारतीय कला के लिए milestone है," न्यूयॉर्क स्थित कला विशेषज्ञ राजीव सिंह ने कहा। "हुसैन साहब की इस कलाकृति ने global art market में भारतीय कला का एक नया benchmark स्थापित किया है। यह सिर्फ एक बिक्री नहीं है, बल्कि भारतीय contemporary art की ताकत का प्रमाण है।"

    M F Husain Painting एक नोबल कारण के लिए धन-

    इस अमूल्य कलाकृति का इतिहास भी उतना ही दिलचस्प है जितना खुद पेंटिंग। यह पेंटिंग यूक्रेनी मूल के नॉर्वे निवासी डॉक्टर लिऑन एलियास वोलोडार्स्की द्वारा खरीदा गया था, जिन्होंने 1964 में इसे ओस्लो यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल को दान कर दिया था। इस बिक्री से प्राप्त राशि का उपयोग अब संस्थान में भविष्य की डॉक्टरों की पीढ़ियों के प्रशिक्षण के लिए किया जाएगा। "हमारे लिए यह ना सिर्फ एक financial decision था, बल्कि एक ऐसा निर्णय था जो medical education और research को सपोर्ट करेगा," ओस्लो यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. अन्ना ओलसन ने बताया। "वोलोडार्स्की ने जिस उद्देश्य से यह दान किया था, हम उसे आगे बढ़ाना चाहते हैं, और यह बिक्री हमें वह करने में मदद करेगी।"

    भारतीय कला का वैश्विक परिदृश्य-

    हुसैन, जिन्हें अक्सर "भारत के पिकासो" के नाम से जाना जाता है, 20वीं सदी के सबसे प्रभावशाली भारतीय कलाकारों में से एक थे। उन्होंने अपनी जीवन यात्रा एक फिल्म पोस्टर पेंटर के रूप में शुरू की थी और बाद में प्रगतिशील कलाकारों के समूह (Progressive Artists' Group) के संस्थापक सदस्य बने, जिसने भारतीय कला के आधुनिकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। "हुसैन साहब की कला का यह international recognition भारतीय art के लिए एक गेम-चेंजर है," मुंबई स्थित गैलरी मालिक प्रिया मेहता ने बताया। "उनकी कलाकृतियां ना सिर्फ aesthetically mesmerizing हैं, बल्कि भारतीय सांस्कृतिक पहचान और विविधता को showcase करती हैं, जो global audience को deeply appeal करती है।"

    भारतीय कला बाजार पर प्रभाव-

    विशेषज्ञों का मानना है कि इस रिकॉर्ड बिक्री का भारतीय कला बाजार पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा। यह न केवल अन्य भारतीय कलाकारों के कार्यों के मूल्य को बढ़ावा देगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय कला निवेशकों का ध्यान भी भारतीय कला की ओर आकर्षित करेगा। "अब हम देखेंगे कि भारतीय contemporary artists की कीमतें और भी बढ़ेंगी," कला संग्रहकर्ता और निवेशक विनीत खन्ना ने कहा। "यह नई generation के कलाकारों के लिए एक motivating factor होगा, और हम आने वाले वर्षों में और भी groundbreaking work देखेंगे।"

    हुसैन की विरासत का जश्न-

    हुसैन की इस असाधारण उपलब्धि ने उनकी विरासत को एक बार फिर से प्रकाश में लाया है। उनकी कला ने हमेशा सीमाओं को तोड़ा है - चाहे वह सांस्कृतिक, राजनीतिक या artistic boundaries हों। "हुसैन साहब की कला भारतीयता का जश्न मनाती है, लेकिन वह universal भी है," कला इतिहासकार डॉ. सुधा गोपालकृष्णन ने बताया। "वे जटिल विषयों को सरल, सहज भाषा में व्यक्त करने में माहिर थे। 'ग्राम यात्रा' उनकी इसी क्षमता का एक बेहतरीन उदाहरण है, जहां वे ग्रामीण भारत की आत्मा को अंतरराष्ट्रीय भाषा में translate करते हैं।" हुसैन के परिवार ने इस बिक्री पर खुशी व्यक्त की है, और कहा है कि यह उनके पिता की कलात्मक विरासत के लिए एक उचित सम्मान है।

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    कला और चिकित्सा का अनोखा कनेक्शन-

    इस बिक्री की एक और दिलचस्प बात यह है कि एक कलाकृति ने अब चिकित्सा शिक्षा को आगे बढ़ाने में मदद करेगी। यह कला और विज्ञान के बीच एक अनूठे संबंध को दर्शाता है, जहां एक कलाकार की creativity भविष्य के डॉक्टरों के प्रशिक्षण में सहायता करेगी। "कला और medicine दोनों ही humanity को समझने और express करने के तरीके हैं," डॉ. ओलसन ने आगे बताया। "हुसैन जी की कला से प्राप्त फंड भविष्य की डॉक्टरों को प्रशिक्षित करने में मदद करेगा, जो एक बेहतर कल का निर्माण करेंगे।" इस बिक्री ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भारतीय कला का वैश्विक मंच पर एक विशेष स्थान है, और हुसैन जैसे कलाकारों का प्रभाव समय के साथ और भी बढ़ता जा रहा है।

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