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    Dwarka Expressway के साथ GMDA जल्द ही 20 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाने के लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए एक सलाहकार को नियुक्त करेगी। जिससे शहर के आखिरी क्षेत्रों में पानी उपलब्ध करवाया जा सके। आने वाले वर्षों मे इन क्षेत्रों में जनसंख्या बढ़ने की उम्मीद है मामले के जानकारी रखने वाले वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि सलाहकार को नियुक्त करने में और रिपोर्ट तैयार करने में लगभग 6 महीने लगेंगे। इसके बाद 125 करोड़ रुपए की इस परियोजना के लिए कॉन्ट्रैक्ट दिए जाएंगे।

    125 करोड़ की परियोजना को मंजूरी-

    GMDA के मुताबिक, प्रस्तावित मास्टर वॉटर पाइपलाइन की क्षमता करीब 200 मिलियन लीटर प्रति दिन होगी। इसके साथ ही भविष्य में लगभग 1 से 15 मिलियन लोगों को जल की पूर्ति हो पाएगी। शनिवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 125 करोड़ की परियोजना को मंजूरी दे दी है, जो बसई जल उपचार संयंत्र से पानी का परिवहन करेगी और इसके द्वारका एक्सप्रेसवे पालम विहार, सेक्टर 33, उद्योग विहा,र साइबर हब और सेक्टर 22 के आसपास के क्षेत्र में निवासियों को जल की आपूर्ति करेगी। यहां के लोगों को गर्मी के महीने के दौरान पानी की कमी से जूझना पड़ता है।

    सलाहकार को नियुक्त करने के लिए रिपोर्ट-

    GMDA के अधिकारियों का कहना है कि प्राधिकरण जल्द ही विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए सलाहकार को नियुक्त करने के लिए एक रिपोर्ट जारी कर दी गई है। परियोजना को पिछले GMDA बैठक में मंजूरी दे दी गई थी। डीपीआर बनाने में लगभग 6 महीने का समय लगता है। यह पाइप लाइन क्षेत्र में आपूर्ति बढ़ाएगी।

    10 लाख की अतिरिक्त आबादी को जल आपूर्ति-

    उनका कहना है कि वर्तमान में इन क्षेत्रों में लगभग 153 MLD की मांग के मुकाबले 128 MLD पानी की आपूर्ति की जा रही है। एक बार पाइपलाइन बिछाने के बाद यह आपूर्ति बढ़कर 328 MLD हो जाएगी और यह लगभग 10 लाख की अतिरिक्त आबादी को जल आपूर्ति करेगी। प्रस्तावित पाइपलाइन 2041 गुरुग्राम मानेसर मास्टर प्लान के अनुसार जल आपूर्ति बुनियादी ढांचे को बढ़ाएगी। इससे इन क्षेत्रों में गर्मी के महीने के दौरान पानी की उपलब्धता बढ़ जाएगी।

    जलापूर्ति लाइन की कुल लंबाई-

    अधिकारियों का कहना है कि प्रस्तावित जलापूर्ति लाइन की कुल लंबाई 20.5 किलोमीटर है और इसमें अतिरिक्त लूप है जो इसे शेष नेटवर्क से जोड़ते हैं। इये पूरे नेटवर्क कम्युनिटी विकृत प्रणाली द्वारा नियंत्रित किया जाएगा। इस पाइपलाइन की खास बात यह है कि इसे लूप किया जाएगा और बसई जल उपचार संयंत्र NH48 पर शंकर चौक के पास बिंदु पर धनवापुर रेलवे क्रॉसिंग के पास मौजूद पाइपलाइन और पालम विहार के रेजांगला चौक के साथ जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही सेक्टर 479 क्रॉसिंग पर 900 मिनी पाइपलाइन बिछाई जाएगी।

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    बुनियादी ढांचा तैयार-

    अधिकारियों ने यह भी बताया कि इस लूप लाइन का फायदा यह होगा कि नेटवर्क के दोनों और मरम्मत की स्थिति में पानी को डायवर्ट किया जा सकेगा। इस पाइपलाइन को बिछाने का उद्देश्य मौजूद मांग को पूरा करना है और यह सुनिश्चित करना है कि GMD भविष्य की आबादी की मांग को पूरा करने के लिए तैयार है। जलापूर्ति सड़क और अन्य बुनियादी ढांचे का निर्माण अब गुरुग्राम के वर्तमान भविष्य की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है। ऐसा बुनियादी ढांचा तैयार करने की योजना बनाई जा रही है जो दीर्घकालिक आधार पर शहर को सेवा प्रदान करे।

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    मुद्दे को हल करना-

    क्षेत्र के निवासियों का कहना है की आपूर्ति को बढ़ाने की योजना को जल्द से जल्द शुरु किया जाना चाहिए। पालम विहार में के एक निवासी कहना है कि हमें गर्मियों के दौरान निर्मित रूप से पानी की कमी का सामना करना पड़ता है और अगर GMDA उस मुद्दे को हल करना चाहता है तो यह काम में 1 साल के अंदर पूरा हो जाना चाहिए।