Ayodhya Ram Mandir
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    Ayodhya Ram Mandir: हाल ही में पुलिस में अयोध्या के राम मंदिर में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो राम मंदिर परिसर में स्मार्ट ग्लास का इस्तेमाल करके तस्वीरें खींच रहा था। आरोपी की पहचान गुजरात के बड़ोदरा के एक व्यापारी जानी जयकुमार के रूप में की गई है। जयकुमार राम जन्म भूमि मार्ग पर सभी चेकप्वाइंट को पार करने और मंदिर परिसर के अंदर सिंह द्वारा तक पहुंचने में कामयाब रहा। जिसके बाद ‌उसे एक सुरक्षाकर्मी ने स्मार्ट ग्लास का इस्तेमाल करके तस्वीरें लेते हुए पक लिया।

    जिसकी कीमत करीब 50,000 रुपए है। पुलिस ने अभी तक यह नहीं बताया है, कि आरोपी ने मंदिर के अंदर तस्वीर खींचने के लिए किस ब्रांड का और कौन सा मॉडल का इस्तेमाल किया था। हालांकि पुलिस द्वारा बताई गई कीमत के मुताबिक, ऐसा लगता है, कि आरोपी ने मेटा स्मार्ट ग्लास पहना हुआ था। लेकिन आखिर मंदिर में स्मार्ट ग्लास पहनने पर इस व्यक्ति को गिरफ्तार क्यों किया गया है और राम मंदिर में स्मार्ट ग्लास पहनने पर बैन क्यों है आईए जानते हैं-

    मंदिर में क्यों है स्मार्ट ग्लास बैन(Ayodhya Ram Mandir)-

    दरअसल राम मंदिर के अंदर फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी पर सुरक्षा करणों की वजह से प्रतिबंध लगाया गया है। पिछले साल मई में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र और अयोध्या प्रशासन ने राम जन्म भूमि परिसर में मोबाइल फोन पर बैन लगाने की घोषणा की थी। इस बैन का उद्देश्य संवेदनशील जानकारी को रिकॉर्ड करने या प्रसारित करने के लिए उपकरणों के संभावित दुरुपयोग के जोखिम को कम करना है।

    व्यक्ति फिलहाल हिरासत में-

    टाइम्स आफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, एसपी बलरामचारी दुबे का कहना है, कि वह व्यक्ति फिलहाल हिरासत में है और उसे पूछताछ की जा रही है‌। चश्मे के कैमरे की कीमत करीब 50,000 रुपए बताई गई है। इसके साथ ही युवक को पकड़ने वाले स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स के जवान अनुराग बाजपाई को परिष्कृत किया जाएगा। हाल ही में नए साल के दिन हुई त्रासदी के पीछे हमलावर ने अपने हमले को रिकॉर्ड करने और उसकी योजना बनाने के लिए स्मार्ट ग्लास का इस्तेमाल किया गया था।

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    स्मार्ट ग्लास-

    संयोग से न्यू ऑरलियन्स में बॉर्बन स्ट्रीट पर हाल ही में नए साल के दिन हुई त्रासदी के पीछे के हमलावर ने भी अपने हमले को रिकॉर्ड करने और योजना बनाने के लिए मेटा स्मार्ट ग्लास का इस्तेमाल किया गया था। एफबीआई न्यू ऑरलियन्स के विशेष एजेंट इंचार्ज ने खुलासा किया है, कि हमलावर 30 अक्टूबर से एक किराए के घर में रहा था। जहां उसने फ्रेंच क्वार्टर से बाइक चलाते हुए वीडियो रिकॉर्ड करने में कई दिन बिताए। हालांकि हमले के दौरान उसने मेटा स्मार्ट ग्लास चश्मा पहना था। लेकिन उस समय वह सक्रिय नहीं थे। बाद में उसकी मौत के बाद उसके शरीर से चश्मा बरामद किया गया। भारत में स्मार्ट ग्लास तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं, जो हैंडफ्री कॉलिंग, ऑडियो स्ट्रीमिंग और ऑगमेंटेड रियलिटी अनुभव जैसी सुविधाएं प्रदान करते हैं।

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