HMPV Virus
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    HMPV Virus को लेकर भारत में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। क्योंकि इसके मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। जिससे संभावित प्रकोप की चिंता बढ़ रही है। गुजरात, कोलकाता, कर्नाटक और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में सात मामलों की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य अधिकारयों में इस श्वसन वायरस के प्रचार को रोकने के लिए उपाय तेज कर दिए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, संभावित मामलों को संभालने के लिए गुजरात में विशेष आइसोलेशन वार्ड स्थापित किए गए हैं और इन राज्य में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी और गंभीर श्वसन संक्रमण के लिए निगरानी को मजबूत किया जा रहा है।

    स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक(HMPV Virus)-

    मंगलवार को केंद्र सरकार ने भारत में एचएमपीवी के प्रकोप की स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक की। जिसमें संभावित बीमारी के प्रकोप को प्रतिबंधित करने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय का मूल्यांकन किया गया है और राज्यों को निवारक उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाने की सलाह दी गई है। केंद्र और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को घबराने से मना किया है और कहा है, कि एचएमपीवी वायरस ना तो कोई नया रोगाणु है और ना ही यह व्यापक बीमारी का कारण बन रहा है।

    दिशा निर्देश जारी(HMPV Virus)-

    कई राज्यों में बीमारी के प्रकोप के लिए स्वास्थ्य विभागों को तैयारी बढ़ाने के लिए दिशा निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। केंद्र की ओर से मानक सलाह के बाद उड़ीसा ने मंगलवार को कई जगहों पर जांच शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश सरकार राज्य की बीमारी की तैयारी पर चर्चा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित करेगी।

    श्वसन वायरस-

    एचएमपीवी एक श्वसन वायरस है, जो शरीर में प्रवेश करने के बाद सबसे पहले ऊपरी और निचले श्वसन तंत्र पर हमला करता है। जबकि संक्रमण के लक्षण हल्के से लेकर मध्य तक होते हैं। कभी-कभी स्थिति ज्यादा गंभीर हो जाती है। इसके अलावा दुर्लभ मामलों में संक्रमित व्यक्ति में सांस लेने में तकलीफ, ऑक्सीजन के स्तर में गिरावट, लगातार खांसी और गंभीर फेफड़े का संक्रमण जैसे लक्षण विकसित हो सकते हैं।

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    तेज़ी से बढ़ते मामले-

    आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि यह मामले चीन में तेज़ी से बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन उसकी ओर से इस गंभीर घोषित नहीं किया गया है। हालांकि हम पहले भी ऐसी महामारी के प्रकोप से गुज़र चुके हें। इसलिए इस वायरस को लेकर सतर्क रहना ज़रुरी हो गया है। क्योंकि यह चीन में आउट ऑफ कंट्रोल हो चुका है। इसके साथ ही लोगों को इस वायरस से बचने के लिए कई एडवाइज़री भी जारी की गईं हैं। जिसमें समय-समय पर हांथ धोना, स्वच्छता का ध्यान रखना, बिमार लोगों से दूरी बनाए रखना शामिल है।

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