Delhi Assembly Elections: हाल ही में आम आदमी पार्टी ने बीजेपी और कांग्रेस पार्टी का पर करते हुए आरोप लगाया है, कि भाजपा ने अपनी मंशा को साफ कर दिया है, कि वह महिला सम्मान योजना और संजीवनी योजना को राजधानी में लागू नहीं होने देंगे और यहां तक कि वह मुफ्त पानी, मुफ्त बिजली, बुजुर्गों के लिए इलाज तीर्थ यात्रा और बसों से महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा जैसी योजनाओं को बंद कर देंगे। केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, कि अगर बीजेपी को चुनाव में आप चुनते हैं, तो आपको दिल्ली छोड़नी पड़ेगी। आप इस शहर में जीवित नहीं रह पाएंगे। बीजेपी दिल्ली के लोगों को कुछ नहीं देना चाहती है। वह आपको सभी मुक्त योजनाओं से वंचित करना चाहती है।
जांच के आदेश(Delhi Assembly Election)-
हाल ही में एलजी के द्वारा, आम आदमी पार्टी की महिला सम्मान योजना और वरिष्ठ नागरिकों के लिए संजीवनी योजना के लिए नामांकित करने के अभियान की जांच के आदेश दिए गए थे। जिसके बाद प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की गई थी। आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि आम आदमी पार्टी ने राजधानी में आने वाले विधानसभा चुनाव में फिर से सत्ता में आने पर अन्य पात्रता मानदंडों को पूरा करने वाली 18 साल की आयु की सभी महिलाओं को 2100 रुपए और 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों के लिए दिल्ली के सरकारी और निजी दोनों ही अस्पतालों में मुफ्त इलाज करने का वादा दिया था।
कांग्रेस और बीजेपी ने हाथ मिला लिया-
केजरीवाल का कहना है, कि इस बार आम आदमी पार्टी को रोकने के लिए कांग्रेस और बीजेपी ने हाथ मिला लिया है और पूर्वी दिल्ली के पूर्व सांसद और नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित की शिकायत पर उप राज्यपाल ने जांच के आदेश दिए हैं। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री का कहना है, कि मेरा विश्वास कीजिए, तमाम विरोध के बावजूद में यह जरूर सुनिश्चित करुंगा, कि हर महिला को 2100 रुपए, महिला सम्मान योजना और संजीवनी योजना को चुनाव के बाद राजधानी में लागू किया जाए।
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मुफ्त योजनाएं-
उन्होंने कहा, कि जिस तरह से मैंने अन्य सभी मुफ्त योजनाओं को लागू किया है, उसी तरह से मैं इन दोनों को भी लागू करने की पूरी कोशिश करूंगा। आम आदमी पार्टी ने यह आरोप लगाया है, कि भाजपा नेता वोट ख़रीदने के लिए पैसे बांटते हुए कमरे में पकड़े गए हैं, लेकिन इसकी कोई जांच नहीं हो रही है। दिल्ली विधानसभा चुनाव नज़दीक हैं, जिसे देखते हुए सियासी पारा हाई हो चुका है। सभी राजनीतिक पार्टिंयां एर दूसरे पर अलग-अलग आरोप लगा रहीं हैं। वहीं कांग्रेस के आने से दिल्ली में मुकाबला त्रिकोणिय हो गया है।
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