Microsoft Edge Security Issue
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    Microsoft Edge Security Issue: Microsoft Edge ब्राउज़र एक बार फिर सुरक्षा समस्याओं में घिर गया है। भारत सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In ने 8 दिसंबर 2025 को जारी अपने बुलेटिन में इस खतरे को लेकर यूज़र्स को अलर्ट किया है। एजेंसी का कहना है, कि Microsoft के इस वेब ब्राउज़र में कई सीरियस सिक्योरिटी कमजोरियां पाई गई हैं, जिनका फायदा उठाकर हैकर्स आपके डिवाइस की सुरक्षा को तोड़ सकते हैं और आपके पर्सनल डेटा तक पहुंच बना सकते हैं।

    CERT-In ने इस खतरे को ‘हाई सेवेरिटी’ रेटिंग दी है, जिसे हल्के में लेना बिल्कुल सही नहीं होगा। रिपोर्ट में दी गई जानकारी से साफ है, कि देशभर के करोड़ों यूज़र्स के लिए यह एक बड़ा खतरा बन सकता है।

    क्या है असल समस्या?

    CERT-In की रिपोर्ट के अनुसार, Microsoft Edge में कई तरह की तकनीकी खामियां मौजूद हैं। इनमें स्पूफिंग, पासवर्ड मैनेजमेंट, WebRTC, डाउनलोड्स और अन्य कॉम्पोनेंट्स में गड़बड़ियां शामिल हैं। इसके अलावा V8 इंजन में टाइप कन्फ्यूजन और मीडिया स्ट्रीम में use-after-free जैसी प्रॉब्लम्स भी सामने आई हैं।

    हैकर्स इन कमजोरियों का इस्तेमाल करके किसी खास तरह की मैलिशियस वेबसाइट बना सकते हैं। जब कोई यूज़र उस साइट पर विजिट करता है, तो अटैकर उसके सिस्टम में घुसपैठ कर सकता है। Edge हालांकि Google के Chromium इंजन पर बेस्ड है, लेकिन ये समस्याएं सिर्फ Microsoft के ब्राउज़र आर्किटेक्चर से जुड़ी हुई हैं।

    किन यूज़र्स को है खतरा?

    CERT-In का कहना है, कि यह समस्या सभी Edge यूज़र्स के लिए रिस्की है, चाहे वो इंडिविजुअल यूज़र हों या बिज़नेस में इस ब्राउज़र का इस्तेमाल करने वाली कंपनियां। खास तौर पर Microsoft Edge Stable Channel के वर्जन 143.0.3650.66 से पहले वाले सभी versions इस खतरे की जद में हैं। अगर आपके सिस्टम में पुराना वर्जन चल रहा है, तो तुरंत अपडेट करना बेहद जरूरी है।

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    कैसे करें अपडेट?

    अपने Windows PC पर Microsoft Edge खोलें, फिर टॉप-राइट कॉर्नर में तीन डॉट्स वाले मेन्यू पर क्लिक करें। इसके बाद ‘Help and Feedback’ पर होवर करें और ‘About Microsoft Edge’ को सेलेक्ट करें। ब्राउज़र ऑटोमैटिक नया वर्जन सर्च करके इंस्टॉल कर देगा। रीबूट के बाद आपका ब्राउज़र सुरक्षित हो जाएगा।

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