Hair Care
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    Hair Care: आजकल बालों के झड़ने की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और कई लोगों के लिए आम चिंता का बन चुकी है। आयुर्वेद प्राकृतिक और समय परीक्षण उपचार में आपकी मदद कर सकते हैं। भारत में उत्पन्न हुई आयुर्वेद चिकित्सा की एक प्राचीन प्रणाली है। बालों के स्वास्थ्य सहित समग्र स्वास्थ्य के बनाए रखने के लिए जड़ी बूटियों और प्राकृतिक अवयवों के इस्तेमाल पर जोर दिया जाता है। आज हम आपको ऐसे आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के बारे में बताएंगे जो बालों के झड़ने को कंट्रोल कर बालों के विकास में बढ़ावा देने में कारगर साबित हुए हैं।

    भृंगराज-

    बालों के लिए जड़ी बूटियों के राजा के रूप में भृंगराज को माना जाता है। यह आयुर्वेदिक तौर पर बालों की देखभाल (Hair Care में प्रमुख रहा है। यह बालों के रोगों को पोषण देने में मदद करता है और बालों को मजबूती प्रदान करता है।

    आंवला-

    आंवला में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो खोपड़ी के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं और बालों के विकास को उत्तेजित करते हैं। यह बालों को समय से पहले सफेद होने से रोकने में भी आपकी मदद करते हैं।

    ब्राह्मी-

    ब्राह्मी अपने शांत गुणों और तनाव को कम करने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं, जो बालों के झड़ने का महत्वपूर्ण कारक हो सकता है। यह खोपड़ी में रक्त परिसंचरण को बेहतर बनाने के लिए सहायता प्रदान करते हैं।

    नीम-

    नीम में फफूंदी रोधी और सूजन रोधी गुणों के लिए पूजनीय होते हैं। यह स्वस्थ खोपड़े को बनाए रखने में आपकी मदद कर सकते हैं और बालों के झड़ने में योगदान देने वाले अन्य खोपड़ी संबंधी स्थितियों को रोक सकते हैं।

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    शिकाकाई-

    शिकाकाई एक प्राकृतिक हेयर क्लींज़र है जो बालों के विकास को बढ़ावा देते हैं और चमक लाते हैं, बालों को मजबूत बनाते हैं। अक्सर इसका इस्तेमाल रसायन मुक्त शैंपू के प्राकृतिक विकल्प के रूप में किया जाता है।

    मेथी-

    मेथी के बीज में निकोटीनिक और प्रोटीन एसिड से भरपूर होते हैं, जो बालों के विकास को बढ़ावा देते हैं। बालों के रोम को मजबूत करते हैं वह रुसी कंट्रोल में भी मदद करते हैं।

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