BJP Worker Suicide Kerala
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    BJP Worker Suicide Kerala: केरल में स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारियों के बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) के भीतर एक के बाद एक दो हैरान कर देने वाली घटनाएं सामने आई हैं। रविवार को नेदुमंगाड में महिला मोर्चा की एक कार्यकर्ता ने आत्महत्या की कोशिश की, जबकि इससे एक दिन पहले शनिवार को RSS के एक कार्यकर्ता ने आत्महत्या कर ली। दोनों ही घटनाओं में एक ही कारण सामने आया है, पार्टी टिकट ना मिलने का डर। यह घटनाएं सिर्फ दो व्यक्तियों की निराशा की कहानी नहीं हैं, बल्कि यह उस दबाव को दिखाती हैं, जो राजनीतिक पार्टियों के वर्कर झेलते हैं।

    आधी रात को सालिनी ने उठाया खतरनाक कदम-

    पुलिस के मुताबिक, नेदुमंगाड के पनायकोट्टाला की रहने वाली सालिनी, जो महिला मोर्चा की डिस्ट्रिक सेक्रेटरी हैं, ने आधी रात को अपनी कलाई काट ली। यह घटना तब हुई, जब उन्हें लग रहा था, कि स्थानीय निकाय चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिलेगा। सालिनी के बेटे ने इस हादसे को देखा और तुरंत अपनी मां को अस्पताल पहुंचाया। सौभाग्य से, सालिनी की हालत स्टेबल है और उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।

    अस्पताल से निकलने के बाद जब रिपोटर्स ने सालिनी से बात की, तो उन्होंने अपनी पीड़ा को शब्दों में बयां किया। उन्होंने कहा, कि वह महिला मोर्चा की जिला सचिव हैं और पार्टी नेदुमंगाड नगरपालिका चुनाव के लिए कंसिडर कर रही थी। लेकिन घोषणा से पहले ही कुछ RSS और BJP कार्यकर्ताओं ने पर्सनल गरेज की वजह से उनके खिलाफ झूठे आरोप फैलाने शुरू कर दिए ताकि उन्हें टिकट ना मिले।

    झूठे आरोपों ने तोड़ दिया हौसला-

    सालिनी ने बताया, कि इन झूठे आरोपों ने उनकी जिंदगी को प्रभावित कर दिया और वह डिप्रेशन में चली गईं। “मैं इन झूठे आरोपों से इतनी परेशान हो गई थी कि मैंने यह कदम उठा लिया,” उन्होंने कहा। दिलचस्प बात यह है, कि सालिनी के मुताबिक, यह पहली बार नहीं है, जब उनके साथ ऐसा हुआ है। दस साल पहले भी जब वह अपने वार्ड से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थीं, तब भी इन्हीं लोगों ने उनके खिलाफ आरोप लगाए थे। उस समय उन्हें दूसरे वार्ड से चुनाव लड़ना पड़ा था।

    एक दिन पहले RSS कार्यकर्ता ने की आत्महत्या-

    सालिनी की आत्महत्या की कोशिश से ठीक एक दिन पहले, शनिवार को RSS कार्यकर्ता आनंद के थम्पी (39) ने आत्महत्या कर ली थी। पूजापुरा पुलिस ने थम्पी की सुसाइड डेथ के संबंध में भारतीय न्याय सहिंता की धारा 194 के तहत केस रजिस्टर्ड किया है, जो अननेचुरल डेथ से संबंधित है। FIR के मुताबिक, थम्पी को शनिवार शाम 5 बजे उनके घर के कंपाउंड में एक श़ेज में फांसी पर लटका हुआ पाया गया।

    WhatsApp संदेशों में लगाए गंभीर आरोप-

    पुलिस के मुताबिक, थम्पी ने शनिवार शाम अपने दोस्तों को WhatsApp messages भेजे जिसमें RSS लीडर के खिलाफ आरोप लगाए और यह घोषणा की, कि वह अपनी जान लेने जा रहे हैं। अपने संदेश में थम्पी ने दावा किया, कि उन्होंने RSS एकटिविस्ट को अपनी चुनाव लड़ने की इच्छा के बारे में बताया था। उन्होंने आरोप लगाया, कि सेंड स्मग्लिंग माफिया से जुड़े कुछ लोकल लिडर्स के हितों की वजह से उन्हें टिकट से वंचित कर दिया गया।

    विपक्ष ने साधा निशाना, शुरू हुई राजनीति-

    इन दोनों घटनाओं पर विपक्षी दलों ने BJP पर हमला बोलना शुरू कर दिया है। जब रविवार को MP शशि थरूर से इन घटनाओं के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, कि वह पर्सनल ट्रेजडी पर पॉलिटिक्स नहीं करना चाहते। “दोनों ही युवा थे। जब युवा लोग ऐसे कदम उठाते हैं तो हम सभी को दुख होता है। मुझे बस इतना कहना है, कि इन घटनाओं के कारणों को जानने के लिए प्रोपर इन्वेस्टिगेशन होनी चाहिए,” उन्होंने कहा।

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    BJP अध्यक्ष पर परोक्ष हमला-

    BJP अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर को लेकर मुरलीधरन ने कहा, “हालांकि, वह व्यक्ति अभी तक यह नहीं समझ पाया है, कि केरल क्या है। भले ही वह जन्म से मलयाली हैं, लेकिन उनका पालन-पोषण केरल के बाहर हुआ है।” यह स्टेटमेंट काफी पॉइंटिड था और इसने यह सवाल खड़ा कर दिया, कि क्या केरल BJP की लीडरशिप में वाकई कोई डिस्कनेक्ट है।

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    पार्टी की खामोशी और सवाल-

    सबसे चौंकाने वाली बात यह है, कि इन दोनों घटनाओं के बाद भी BJP leadership की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है। सालिनी की आत्महत्या की कोशिश के बाद भी पार्टी लीडर ने कोई बयान नहीं दिया। यह काफी सवाल खड़े करती है। क्या