Jewar Airport
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    Jewar Airport: एनसीआर के लोगों के लिए खुशखबरी है। जेवर में बन रहा नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अब अपने पूरा होने के करीब है और 30 अक्टूबर 2025 को इसका उद्घाटन होगा। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु रामोहन नायडू ने घाजियाबाद के हिंडन हवाई अड्डे में यात्री सेवा दिवस के कार्यक्रम में यह बड़ी घोषणा की। मंत्री के अनुसार, उद्घाटन के 45 दिनों के भीतर ही यहां से व्यावसायिक उड़ानें शुरू हो जाएंगी और पहले चरण में यह हवाई अड्डा भारत के कम से कम 10 शहरों को जोड़ेगा।

    यह सिर्फ एक हवाई अड्डा नहीं, बल्कि एनसीआर के लाखों लोगों का सपना है, जो साकार हो रहा है। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की भीड़भाड़ से परेशान यात्रियों के लिए यह एक बेहतरीन विकल्प साबित होगा। खासकर नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ और आसपास के इलाकों के लोगों के लिए यह बहुत बड़ा बदलाव होने वाला है।

    हवाई कंपनियों का उत्साह-

    मंत्री नायडू ने बताया, कि विमान सेवा कंपनियां जेवर से अपनी सेवाएं शुरू करने को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, इस इलाके में यात्री परिवहन और माल ढुलाई दोनों के लिए बहुत बड़ी संभावनाएं हैं। इंडिगो और आकाश एयर जैसी प्रमुख विमान सेवा कंपनियां शुरुआती भागीदार के रूप में शामिल हैं। यह दोनों कंपनियां भारत में घरेलू मार्गों पर मजबूत पकड़ रखती हैं, इसलिए यात्रियों को शुरू से ही अच्छा संपर्क मिल जाएगा।

    हवाई अड्डे की शानदार सुविधाएं-

    नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा का कुल क्षेत्रफल 1,334 हेक्टेयर है, जो इसे एक विशाल विमानन केंद्र बनाता है। 3,900 मीटर लंबी पट्टी से बड़े से बड़े विमान भी आसानी से उतर सकेंगे। पहले चरण में यात्री भवन की क्षमता सालाना 1.2 करोड़ यात्रियों की होगी, जबकि चारों चरण पूरे होने के बाद यह 7 करोड़ यात्रियों तक पहुंच जाएगी।

    अधिकारियों का अनुमान है, कि पहले साल में लगभग 60 लाख यात्री इस हवाई अड्डे का इस्तेमाल करेंगे। यह संख्या देखते हुए लगता है कि यह हवाई अड्डा जल्द ही भारत के प्रमुख हवाई अड्डों में शामिल हो जाएगा। शुरुआती गंतव्यों में मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं। यह मार्ग काफी लोकप्रिय हैं और एनसीआर के लोगों की जरूरतों को पूरा करेंगे।

    निर्माण कार्य अंतिम चरण में-

    हवाई अड्डा अधिकारियों के अनुसार निर्माण का काम अब अपने अंतिम चरण में है। उड़ान पट्टी, हवाई यातायात नियंत्रण मीनार और यात्री भवन की संरचना लगभग तैयार हैं। अंदरूनी काम जैसे बैठने की व्यवस्था, रोशनी और गैलरी का काम भी पूरा होने वाला है। हवाई पुल, इलेक्ट्रॉनिक गेट, सामान संभालने की व्यवस्था और अन्य जरूरी सुविधाएं पहले से ही लगा दी गई हैं।

    भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने हवाई यातायात नियंत्रण मीनार में व्यवस्था शुरू कर दी है और परिचालन तैयारी तथा हवाई अड्डा स्थानांतरण के परीक्षण चल रहे हैं। इन परीक्षणों में विमान कंपनियों, जमीनी कर्मचारियों और हवाई अड्डा कर्मियों के लिए नकली अभ्यास और सुरक्षा जांच शामिल हैं। हाल ही में नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो ने हवाई अड्डे की हवाई क्षेत्र की सुरक्षा मंजूरी दे दी है। अब बस नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से हवाई अड्डा लाइसेंस का इंतजार है, जिसके मिलने के बाद उड़ान सेवाएं आधिकारिक तौर पर शुरू हो सकेंगी।

    देरी की समस्या और समाधान-

    इस परियोजना को कई देरी का सामना करना पड़ा है। शुरू में यह सितंबर 2024 में खुलने वाला था, बाद में इसे 2025 के मध्य तक बढ़ाया गया। धीमी प्रगति के कारण उत्तर प्रदेश सरकार ने जनवरी 2025 से हवाई अड्डा डेवलपर पर रोजाना 10 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था। अब ज्यादातर काम पूरा होने के साथ अधिकारी पुष्टि कर रहे हैं कि परियोजना अंततः समय पर है। यह देरी निराशाजनक रही है, खासकर उन लोगों के लिए जो इस हवाई अड्डे का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। लेकिन अब जब सभी काम पूरे होने के करीब हैं, तो लगता है कि यह प्रतीक्षा सार्थक होगी।

    कार्गो केंद्र के रूप में भी काम करेगा-

    नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा सिर्फ यात्री सेवाओं तक सीमित नहीं रहेगा। यह राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लिए एक प्रमुख माल ढुलाई केंद्र के रूप में भी काम करेगा। यमुना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा प्राइवेट लिमिटेड इस हवाई अड्डे का विकास कर रही है।माल ढुलाई की सुविधा से इस क्षेत्र के व्यापार और उद्योग को बहुत फायदा होगा। तेज़ी से बढ़ते ई-कॉमर्स कारोबार के लिए भी यह एक वरदान साबित हो सकता है।

    यात्रियों के लिए नई सुविधाएं-

    मंत्री ने यात्री हितैषी नई पहलों पर भी रोशनी डाली। आने वाले महीनों में भारत के सभी हवाई अड्डों पर मुफ्त वाई-फाई, पुस्तकालय की सुविधा और बच्चों के लिए विशेष क्षेत्र बनाए जाएंगे। यह सुविधाएं यात्रा को और भी सुखद बनाएंगी। खासकर मुफ्त वाई-फाई की सुविधा आज के समय में बहुत जरूरी है जब लोग लगातार इंटरनेट से जुड़े रहना चाहते हैं। बच्चों के लिए अलग क्षेत्र की व्यवस्था परिवारों को बहुत राहत देगी।

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    हिंडन हवाई अड्डे का विकास-

    इसी कार्यक्रम में मंत्री नायडू ने हिंडन हवाई अड्डे के तेज़ विकास के बारे में भी बात की। वर्तमान में यह 16 शहरों को जोड़ता है। हालांकि केवल दो विमान पार्किंग की जगह होने के कारण यात्री भवन में देरी हो रही है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए विस्तार हेतु नौ हेक्टेयर अतिरिक्त जमीन की मांग की है। हिंडन हवाई अड्डे का विस्तार भी एनसीआर के लोगों के लिए अच्छी खबर है, क्योंकि यह गाजियाबाद और आसपास के इलाकों को बेहतर कनेक्टिविटी देगा।

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