Airport Security
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    Airport Security: देश की सुरक्षा एजेंसियों से मिली गुप्त सूचना के बाद भारत के सभी एयरपोर्ट पर सबसे बड़ा सेफ्टी अलर्ट जारी कर दिया गया है। नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो ने सितंबर 22 से अक्टूबर 2, 2025 तक के दौरान आतंकवादियों या असामाजिक तत्वों से संभावित खतरे की चेतावनी दी है। यह फैसला यात्रियों की सुरक्षा को सबसे पहली प्राथमिकता देते हुए लिया गया है।

    4 अगस्त को जारी की गई सलाह-

    नागरिक उड्डयन मंत्रालय की सुरक्षा शाखा ने 4 अगस्त को एक महत्वपूर्ण एडवाइज़री जारी की है। इसमें सभी विमानन केंद्रों पर तुरंत बेहतर निगरानी उपायों को लागू करने का आदेश दिया गया है। इसमें हवाई अड्डे, हवाई पट्टी, हेली पैड, उड़ान स्कूल और प्रशिक्षण केंद्र सभी शामिल हैं। बीसीएएस की सलाह में साफ तौर पर कहा गया है, कि केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी से मिली ताजा जानकारी असामाजिक तत्वों या आतंकवादी समूहों से संभावित खतरे का इशारा देती है।

    दिन रात कड़ी पहरेदारी-

    सुरक्षा कर्मचारियों को हिदायत दी गई है, कि वह चौबीसों घंटे सबसे ऊंचे अलर्ट की स्थिति बनाए रखें। यात्री भवन, गाड़ी खड़ी करने की जगह, बाहरी इलाका और अन्य संवेदनशील स्थानों पर गश्त बढ़ानी होगी। हवाई अड्डों को स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर शहर की तरफ की सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूत बनाना होगा। यह एक व्यापक सुरक्षा योजना का हिस्सा है, जो किसी भी अनहोनी को रोकने के लिए बनाई गई है।

    सामान और चिट्ठियों की सख्त जांच-

    आदेश देशी और विदेशी दोनों तरह के विमान चालकों तक फैले हुए हैं। उन्हें यह पक्का करना होगा, कि व्यापारिक विमान में लादने से पहले सभी सामान और डाक की कड़ी सुरक्षा जांच हो। डाक के पैकेट के लिए बेहतर जांच व्यवस्था देशी और विदेशी सभी केंद्रों पर लागू होती है। यह कदम किसी भी संदिग्ध चीज को विमान में जाने से रोकने के लिए उठाया गया है।

    कर्मचारी और मेहमानों की सख्त पहचान जांच-

    हवाई अड्डा अधिकारियों को सभी कर्मचारियों, ठेकेदारों और आने वालों की पहचान की सख्त जांच करनी होगी। किसी भी बिना इजाजत पहुंच की तुरंत खबर देनी होगी और इसे रोकना होगा। सभी कैमरा व्यवस्था की लगातार निगरानी जरूरी है। शक की नजर से देखा जाने वाला व्यवहार या बिना मालिक के सामान को देखने पर फौरन कार्रवाई करनी होगी। यह पक्का करने के लिए है, कि एयरपोर्ट की सुरक्षा में कोई कमी न रह जाए।

    विभागों के बीच तालमेल जरूरी-

    बीसीएएस ने स्थानीय पुलिस, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, गुप्तचर विभाग और अन्य संबंधित विभागों के साथ निकट संपर्क को जरूरी बनाया है। हितधारकों के बीच तुरंत गुप्त जानकारी बांटना सुनिश्चित करना होगा। यह साझा प्रयास किसी भी खतरे से निपटने के लिए बेहद जरूरी है।

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    यात्रियों से अपील और आपात तैयारी-

    बिना मालिक के सामान और यात्रियों को संदिग्ध हरकतों की खबर देने की सलाह दी जाएगी। जहां सही समझा जाएगा, वहां बार बार घोषणा की जाएगी। आपातकालीन जवाबी टीम और नियमों की समीक्षा करनी होगी और जहां मुमकिन हो, जल्दी अभ्यास या ब्रीफिंग करानी होगी। सलाह में कहा गया है, कि हवाई अड्डा निदेशकों को खास एयरलाइन यात्री सेवा समिति की बैठकें बुलानी होंगी।

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