Ukraine Indian Company Attack
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    Ukraine Indian Company Attack: भारत में यूक्रेन के दूतावास ने शनिवार को माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में दावा किया कि रूसी मिसाइल ने यूक्रेन में भारतीय फार्मास्युटिकल कंपनी कुसुम के गोदाम को निशाना बनाया है। इस हमले से कंपनी का गोदाम पूरी तरह से नष्ट हो गया है और बच्चों तथा बुजुर्गों के लिए बनाई गई दवाइयां जलकर राख हो गई हैं।

    रूस-भारत 'विशेष दोस्ती' पर सवाल(Ukraine Indian Company Attack)-

    यूक्रेनी दूतावास ने अपने X पोस्ट में कहा, "भारत के साथ 'विशेष दोस्ती' का दावा करने वाला मॉस्को जानबूझकर भारतीय व्यवसायों को निशाना बना रहा है - बच्चों और बुजुर्गों के लिए बनाई गई दवाइयों को नष्ट कर रहा है।" यह पोस्ट ब्रिटेन के यूक्रेन में राजदूत मार्टिन हैरिस द्वारा साझा की गई पोस्ट के जवाब में था।

    हैरिस ने अपने पोस्ट में लिखा था, "आज सुबह रूसी ड्रोन ने कीव में एक प्रमुख फार्मास्युटिकल्स गोदाम को पूरी तरह से नष्ट कर दिया, जिससे बुजुर्गों और बच्चों के लिए आवश्यक दवाओं का स्टॉक जलकर राख हो गया। यूक्रेनी नागरिकों के खिलाफ रूस का आतंक अभियान जारी है।"

    युद्ध की पृष्ठभूमि और वर्तमान स्थिति-

    रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध फरवरी 2022 में शुरू हुआ था, जब रूस ने यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण किया था। रूस का दावा था, कि वह पूर्वी यूक्रेन में रूसी भाषा बोलने वाले क्षेत्रों की रक्षा कर रहा है और नाटो के विस्तार को रोक रहा है। इस युद्ध के दौरान कीव और खारकीव जैसे प्रमुख शहरों को निशाना बनाया गया है, और युद्ध की शुरुआत से लाखों यूक्रेनी विस्थापित हुए हैं या शरणार्थी बन गए हैं। दो साल से अधिक समय से चल रहे इस संघर्ष में हजारों लोग मारे गए हैं और दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को भारी नुकसान पहुंचा है।

    नवीनतम घटनाक्रम-

    रूस-यूक्रेन युद्ध में नवीनतम घटनाक्रम के अनुसार, दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने शनिवार को तुर्की में आयोजित अंताल्या डिप्लोमेसी फोरम का उपयोग ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर हमलों को रोकने के लिए अमेरिका द्वारा प्रस्तावित अस्थायी युद्धविराम के उल्लंघन के ताजा आरोपों का आदान-प्रदान करने के लिए किया। यह फोरम अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बैठक के बाद हुआ, जबकि यूक्रेन के यूरोपीय सहयोगियों ने कीव की रक्षा का समर्थन करने के लिए अरबों डॉलर की अतिरिक्त सहायता का वादा किया।

    हालांकि दोनों पक्षों ने पिछले महीने हमलों में 30 दिन के विराम के लिए सिद्धांत रूप से सहमति व्यक्त की थी, लेकिन सऊदी अरब में अमेरिकी अधिकारियों के साथ अलग-अलग वार्ता के बाद जल्द ही भ्रम पैदा हो गया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।

    यूक्रेनी F-16 पायलट की मौत-

    इस बीच, कीव ने शनिवार को बताया कि रूस के आक्रमण से लड़ने में मदद के लिए यूक्रेन को दिए गए बहुमूल्य अमेरिकी निर्मित लड़ाकू विमानों की डिलीवरी के बाद से दूसरी ऐसी घटना में एक यूक्रेनी F-16 पायलट लड़ाई में मारा गया। यूक्रेनी सेना ने एक बयान में कहा, "12 अप्रैल 2025 को, 26 वर्षीय पावलो इवानोव F-16 कॉम्बैट मिशन के दौरान उड़ान भरते समय मारे गए।" यह घटना यूक्रेन के लिए बड़ा झटका है, क्योंकि F-16 विमानों को यूक्रेन की हवाई रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा था।

    भारतीय कंपनी पर हमले का प्रभाव-

    भारतीय फार्मास्युटिकल कंपनी कुसुम के गोदाम पर हुए हमले से न केवल यूक्रेन में रहने वाले नागरिकों को जरूरी दवाइयां मिलने में परेशानी होगी, बल्कि इससे भारत-रूस संबंधों पर भी असर पड़ सकता है। कुसुम फार्मा एक प्रमुख भारतीय कंपनी है जो यूक्रेन में अपने गोदामों से दवाइयों का वितरण करती है।

    विशेषज्ञों का मानना है कि युद्ध के बीच भारतीय व्यवसायों पर इस तरह के हमले भारत के लिए चिंता का विषय हैं। भारत ने रूस-यूक्रेन युद्ध में तटस्थ रुख अपनाया है और दोनों देशों के साथ अपने संबंधों को बनाए रखा है। हालांकि, ऐसे हमले भारत को एक कठिन स्थिति में डाल सकते हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने अभी तक इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। माना जा रहा है कि भारत इस मामले पर रूस से स्पष्टीकरण मांग सकता है।

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    आगे की चुनौतियां-

    रूस-यूक्रेन युद्ध में, भारत जैसे देशों के लिए संतुलन बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है। एक ओर भारत के रूस के साथ ऐतिहासिक संबंध हैं, वहीं दूसरी ओर पश्चिमी देशों के साथ भी उसके महत्वपूर्ण आर्थिक और रणनीतिक संबंध हैं। इस घटना ने एक बार फिर युद्ध में तीसरे पक्ष के रूप में भारतीय हितों और निवेशों के जोखिम को उजागर किया है। युद्ध की स्थिति जारी रहने के साथ, भारतीय कंपनियों और उनके संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना भारत सरकार के लिए एक प्राथमिकता होनी चाहिए।

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