Maglev Train
    Photo Source - Google

    Maglev Train: चीन ने एक बार फिर दुनिया को चौंका दिया है। इस बार देश की सुपरफास्ट मैग्नेटिक लेविटेशन (मैग्लेव) ट्रेन ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है। इस ट्रेन की टॉप स्पीड 600 किलोमीटर प्रति घंटा है, जो हवाई जहाज से भी तेज़ है। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि यह ट्रेन केवल 7 सेकंड में 600 किमी/घंटा की रफ्तार पकड़ लेती है।

    बीजिंग से शंघाई के बीच की 1,200 किलोमीटर की दूरी, जो आज हाई-स्पीड रेल से 5.5 घंटे में तय होती है, इस सुपरफास्ट मैग्लेव ट्रेन से केवल 2.5 घंटे यानी 150 मिनट में पूरी हो जाएगी। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, यह ट्रेन इस सप्ताह 17वीं मॉर्डन रेलवे प्रदर्शनी में पेश की गई है।

    Maglev Train मैग्लेव तकनीक क्या है?

    मैग्लेव तकनीक एक अद्भुत साइंस है जो चुंबकीय क्षेत्रों का इस्तेमाल करके ट्रेन को ट्रैक से ऊपर उठाती है। इससे ट्रेन और ट्रैक के बीच कोई फ्रिक्शन नहीं होता, जिससे ट्रेन स्मूथ, शांत और बेहद तेज़ी से चल सकती है। यह तकनीक ट्रेडिशनल रेलवे सिस्टम से बिल्कुल अलग है।

    चीन के हुबेई प्रांत में स्थित डोंगहू लेबोरेटरी में जून में किए गए लेटेस्ट ट्रायल में 1.1 टन वजन की मैग्लेव ट्रेन ने 1,968 फुट के ट्रैक पर 7 सेकंड से भी कम समय में 404 मील प्रति घंटे की स्पीड हासिल की। यह परफॉर्मेंस वाकई अमेज़िंग है।

    Maglev Train हवाई जहाज से भी तेज़-

    न्यूज़ वीक की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में इसी तकनीक ने 620 मील प्रति घंटे से भी ज्यादा की स्पीड रिकॉर्ड की थी। यह स्पीड पैसेंजर जेट प्लेन से भी तेज़ है, जो आमतौर पर 547 से 575 मील प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ते हैं। इसका मतलब है कि अब जमीनी यात्रा हवाई यात्रा से भी फास्ट हो सकती है।

    फ्यूचरिस्टिक डिज़ाइन और फीचर्स-

    China Railway Rolling Stock Corporation (CRRC) द्वारा डेवलप की गई यह नई हाई-स्पीड मैग्लेव ट्रेन का डिज़ाइन बिल्कुल फ्यूचरिस्टिक है। इसकी स्लीक और एयरोडायनामिक बॉडी है जिसमें एक पॉइंटेड नोज़ है जो एयर रेसिस्टेंस को कम करती है। यह डिज़ाइन साइंस फिक्शन मूवीज़ की ट्रेनों जैसा लगता है।

    State broadcaster CCTV ने इस ट्रेन के इंटीरियर का फुटेज शेयर किया है, जिसमें स्पेसियस कैबिन और बड़े डिजिटल स्क्रीन्स दिखाई दे रहे हैं। पैसेंजर्स को इसमें बेहद कम्फर्टेबल और हाई-टेक एक्सपीरियंस मिलेगा।

    ये भी पढ़ें- अब UAE में रहें ज़िंदगीभर! भारतीयों को बिना निवेश के मिलेगा गोल्डन वीज़ा, जानें प्रोसेस

    चीन के ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट्स-

    यह मैग्लेव ट्रेन चीन के कई एडवांस्ड ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट्स में से एक है। देश लगातार अपनी ट्रांसपोर्टेशन टेक्नोलॉजी को अपग्रेड कर रहा है और दुनिया में नए स्टैंडर्ड सेट कर रहा है। इससे न केवल डोमेस्टिक ट्रैवल रेवोल्यूशन होगा, बल्कि इंटरनेशनल लेवल पर भी चीन की इमेज टेक्नोलॉजी लीडर के रूप में मजबूत होगी। यह टेक्नोलॉजी सिर्फ फास्ट ट्रैवल के लिए नहीं है, बल्कि यह एनवायरनमेंट फ्रेंडली भी है। इससे कार्बन एमिशन कम होगा और सस्टेनेबल डेवलप्मेंट को बढ़ावा मिलेगा।

    इस मैग्लेव ट्रेन की सफलता से चीन में ट्रैवल का पूरा नक्शा बदल जाएगा। लोगों को लंबी दूरी की यात्रा के लिए हवाई जहाज पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। यह टेक्नोलॉजी इकोनॉमी को भी बूस्ट करेगी और बिजनेस ट्रैवल को और भी एफिशिएंट बनाएगी। दुनिया के अन्य देश भी इस तकनीक को अपनाने की दिशा में सोच रहे हैं। भारत जैसे देशों के लिए यह एक इंस्पिरेशन है कि कैसे मॉर्डन टेक्नॉलोजी से ट्रांसपोर्ट सिस्टम को रेवोल्यूशनाइज़ किया जा सकता है।

    ये भी पढ़ें- 371 ईसा पूर्व की एक हार और मस्क की नई पार्टी का जन्म! क्या है इसका इतिहास से कनेक्शन