Ashley Tellis: वाशिंगटन में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। भारत-अमेरिका संबंधों के जाने-माने विशेषज्ञ और दशकों से अमेरिकी सरकार के साथ काम कर रहे 64 वर्षीय एशले टेलिस को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े गोपनीय दस्तावेज़ों को अवैध रूप से अपने पास रखने और चीनी सरकारी अधिकारियों से मुलाकात करने के गंभीर आरोप लगे हैं।
घर से मिले एक हज़ार से ज़्यादा गुप्त पन्ने-
अमेरिकी जांच एजेंसियों ने जब टेलिस के वर्जीनिया स्थित वियना शहर के घर की तलाशी ली, तो वहां से एक हज़ार से अधिक पन्नों के टॉप सीक्रेट और सीक्रेट दस्तावेज़ बरामद हुए। एएफपी द्वारा उद्धृत एक आपराधिक हलफनामे के अनुसार, ये दस्तावेज़ अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा से जुड़ी अत्यंत संवेदनशील जानकारियां रखते हैं। यह मामला इसलिए और भी गंभीर हो जाता है, क्योंकि टेलिस दो दशकों से अमेरिकी सरकार के साथ विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं और उन्हें देश की सबसे संवेदनशील सूचनाओं तक पहुंच प्राप्त थी।
हलफनामे में यह भी उल्लेख किया गया है, कि टेलिस ने कई बार चीनी सरकारी अधिकारियों से मुलाकात की। ये मुलाकातें वर्जीनिया के फेयरफैक्स इलाके के एक रेस्तरां में हुईं। एक डिनर के दौरान टेलिस एक मनीला लिफाफा लेकर गए थे, लेकिन उसे लेकर वापस नहीं आए। दो मौकों पर चीनी अधिकारियों ने उन्हें गिफ्ट बैग भी दिए। यह पूरा प्रकरण एक जासूसी फिल्म की कहानी जैसा लगता है, लेकिन यह वास्तविकता है, जो अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरे का संकेत देती है।
कौन हैं एशले टेलिस?
एशले टेलिस मूल रूप से भारत से हैं और बाद में अमेरिकी नागरिकता प्राप्त की। वे कार्नेगी एंडाउमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस में सीनियर फेलो हैं और पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के प्रशासन में वरिष्ठ पदों पर रह चुके हैं। टेलिस का नाम भारत-अमेरिका परमाणु समझौते से जुड़ा है, जिसे उन्होंने बुश प्रशासन के साथ मिलकर तैयार किया था। यह समझौता दोनों लोकतांत्रिक देशों के बीच संबंधों में एक नए युग की शुरुआत माना जाता है।
टेलिस ने अमेरिकी विदेश सेवा में कमीशन प्राप्त किया था और नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास में राजदूत के वरिष्ठ सलाहकार के रूप में काम किया। उन्होंने नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल स्टाफ में राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के विशेष सहायक और रणनीतिक योजना और दक्षिण-पश्चिम एशिया के वरिष्ठ निदेशक के रूप में भी सेवा दी। टेलिस कई पेशेवर संगठनों के सदस्य हैं, जिनमें काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस, इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रैटेजिक स्टडीज, यूनाइटेड स्टेट्स नेवल इंस्टीट्यूट और नेवी लीग ऑफ द यूनाइटेड स्टेट्स शामिल हैं।
क्या हैं आरोप और क्या हो सकती है सज़ा-
ईस्टर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ वर्जीनिया की यूएस अटॉर्नी लिंडसे हॉलिगन ने बताया, कि टेलिस को राष्ट्रीय रक्षा सूचना को अवैध रूप से रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह अमेरिकी कानून की धारा 18 यूएससी 793(ई) के तहत एक गंभीर अपराध है। यूएस अटॉर्नी हॉलिगन ने कहा, कि वे अमेरिकी लोगों को सभी खतरों से बचाने पर पूरी तरह केंद्रित हैं, चाहे वे विदेशी हों या घरेलू। उन्होंने कहा, कि इस मामले में लगाए गए आरोप हमारे नागरिकों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरे का प्रतिनिधित्व करते हैं।
अगर टेलिस दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हें अधिकतम दस साल की जेल, ढाई लाख डॉलर तक का जुर्माना, एक सौ डॉलर का विशेष आकलन और संपत्ति ज़ब्ती की सज़ा हो सकती है। ईस्टर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ वर्जीनिया के यूएस अटॉर्नी कार्यालय ने इसकी पुष्टि की है।
स्टेट डिपार्टमेंट से दस्तावेज़ों की प्रिंटिंग-
हलफनामे में यह भी खुलासा हुआ है, कि 25 सितंबर की शाम को टेलिस स्टेट डिपार्टमेंट में गए, जहां वे एक बिना वेतन के सलाहकार के रूप में काम करते थे। वहां उन्होंने अमेरिकी वायु सेना की तकनीकों से संबंधित एक गुप्त दस्तावेज़ से प्रिंट निकाला।
यह मामला अमेरिकी खुफिया और सुरक्षा तंत्र के लिए एक बड़ा झटका है। एक ऐसा व्यक्ति जिसे दशकों तक भरोसेमंद माना गया और जिसने भारत-अमेरिका जैसे महत्वपूर्ण संबंधों को मज़बूत करने में योगदान दिया, वही अब गंभीर आरोपों का सामना कर रहा है। यह प्रकरण यह भी सवाल उठाता है, कि सरकारी तंत्र में सुरक्षा जांच और निगरानी कितनी प्रभावी है।
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भारत-अमेरिका संबंधों पर असर-
टेलिस की गिरफ्तारी से भारत-अमेरिका संबंधों पर भी असर पड़ सकता है, क्योंकि वे इस क्षेत्र के एक प्रमुख विशेषज्ञ माने जाते थे। उनकी राय और विश्लेषण को दोनों देशों में गंभीरता से लिया जाता था। यह घटना यह भी दर्शाती है, कि चीन किस तरह से अमेरिकी सिस्टम में घुसपैठ करने और संवेदनशील जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहा है।
अमेरिकी अधिकारियों ने स्पष्ट किया है, कि इस मामले में तथ्य और कानून बिल्कुल साफ हैं और वे यह सुनिश्चित करने के लिए उनका पालन करते रहेंगे कि न्याय मिले। यह केस अभी शुरुआती चरण में है और आगे कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।
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