Photo Source - Google

    Cyber Attack on X: 10 मार्च को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (जिसे पहले Twitter के नाम से जाना जाता था) पर अचानक बड़ी गड़बड़ी देखने को मिली। हजारों यूजर्स ने प्लेटफॉर्म पर लॉग-इन करने में असमर्थता, टाइमलाइन में खराबी और पूरी तरह से एक्सेस न होने की शिकायतें दर्ज कराई। इस बीच, X के मालिक एलन मस्क ने एक चौंकाने वाला दावा किया कि यह कोई तकनीकी खराबी नहीं बल्कि एक "विशाल साइबर हमला" था।

    मस्क ने अपने प्लेटफॉर्म पर लिखा, "X पर एक भारी साइबर हमला हुआ है (और अभी भी जारी है)। हम पर हर दिन हमले होते हैं, लेकिन यह हमला बहुत अधिक संसाधनों के साथ किया गया है। इसमें या तो एक बड़ा, सुनियोजित समूह और कोई देश शामिल है। हम पता लगा रहे हैं..."

    Cyber Attack on X कौन हो सकता है इस अटैक के पीछे?

    इस खबर के फैलते ही सोशल मीडिया पर कई तरह की अटकलें लगनी शुरू हो गईं। कुछ यूजर्स ने इस आउटेज को राजनीतिक मकसद से किए गए हमले से जोड़ा। एक यूजर ने लिखा, "पहले DOGE (क्रिप्टोकरेंसी) के खिलाफ प्रदर्शन, फिर टेस्ला स्टोर्स पर हमले, और अब X डाउन है। मैं इस संभावना को नकार नहीं सकता कि यह डाउनटाइम X पर हमले का परिणाम है।" डाउनडिटेक्टर, जो ऑनलाइन सेवाओं में आने वाली गड़बड़ियों को ट्रैक करता है, ने पूर्वी समयानुसार सुबह लगभग 10 बजे 40,000 से अधिक आउटेज रिपोर्ट्स रिकॉर्ड कीं। इससे बाधा के पैमाने का अंदाजा लगाया जा सकता है।

    Cyber Attack on X क्या हो सकते हैं संभावित कारण?

    साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ अब इस हमले की गंभीरता का आकलन करने में जुटे हैं। अगर यह वाकई में एक साइबर अटैक था, तो यह सवाल उठता है कि किसका इसके पीछे मोटिव हो सकता है? क्या यह मस्क के बढ़ते राजनीतिक गतिविधियों का परिणाम है? या फिर टेस्ला में उनके विवादास्पद फैसलों का परिणाम? या शायद X बस डिजिटल युद्ध के इस युग में नवीनतम टारगेट है? एलन मस्क के अनुसार, X पर लगातार छोटे-मोटे हमले होते रहते हैं, लेकिन इस बार यह हमला इतने बड़े स्तर पर किया गया है कि इसके पीछे किसी सुनियोजित समूह या यहां तक कि किसी देश का हाथ हो सकता है।

    यूजर्स ने कैसे अनुभव किया आउटेज?

    सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने अपने अनुभव शेयर किए। कई लोगों ने बताया कि वे अपने अकाउंट में लॉग इन नहीं कर पा रहे थे, जबकि कुछ ने टाइमलाइन लोड न होने की शिकायत की। एक यूजर ने कहा, "मैं अपना पासवर्ड डालता हूं, लेकिन लॉग इन होने के बजाय एरर मैसेज आता है। हर बार रिफ्रेश करने पर अलग-अलग प्रॉब्लम दिखाई देती है।"

    दिलचस्प बात यह है कि कई यूजर्स ने इस आउटेज को मस्क द्वारा हाल ही में प्लेटफॉर्म पर किए गए बदलावों से जोड़ा। X के नए ऐल्गोरिदम और कंटेंट मॉडरेशन पॉलिसीज ने पहले ही काफी विवाद खड़ा कर दिया था, और कुछ लोगों ने इसे इन परिवर्तनों के विरुद्ध प्रतिक्रिया के रूप में देखा।

    डिजिटल दुनिया में बढ़ते खतरे-

    यह घटना डिजिटल दुनिया के बढ़ते खतरों की ओर इशारा करती है। साइबर हमले अब सिर्फ छोटे हैकर्स या व्यक्तिगत अपराधियों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि बड़े संगठनों और यहां तक कि देशों द्वारा भी किए जा रहे हैं। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ अमित शर्मा कहते हैं, "बड़े प्लेटफॉर्म्स जैसे X हमेशा टारगेट रहते हैं। लेकिन जब कोई हमला इतने बड़े पैमाने पर होता है, तो इसके पीछे सिर्फ तकनीकी क्षमता ही नहीं, बल्कि एक बड़ा मकसद भी होता है। इस तरह के हमले अक्सर विचारधारात्मक या आर्थिक कारणों से प्रेरित होते हैं।"

    ये भी पढ़ें- सावधान यूट्यूबर्स! 19 मार्च से यूट्यूब के सख्त नियम, एक गलती पर अकाउंट हो जाएगा ब्लॉक

    क्या है मस्क का अगला कदम?

    मस्क ने कहा है कि वे इस हमले के स्रोत का पता लगाने में जुटे हैं। उन्होंने संकेत दिया है कि एक बार जब वे हमले के पीछे के लोगों या संगठन की पहचान कर लेंगे, तो वे इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। इस बीच, X की टेक्निकल टीम सिस्टम को पूरी तरह से बहाल करने के लिए लगातार काम कर रही है। कंपनी के अधिकारिक स्टेटस पेज पर यह संदेश दिखाया गया है कि वे "एक जटिल तकनीकी समस्या" पर काम कर रहे हैं और जल्द ही सभी सेवाएं सामान्य हो जाएंगी।

    फिलहाल, X की इस घटना ने डिजिटल सुरक्षा पर फिर से ध्यान आकर्षित किया है। चाहे यह मस्क के दावे के अनुसार एक साइबर हमला हो या फिर एक बड़ी तकनीकी खराबी, इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि आज के डिजिटल युग में कोई भी प्लेटफॉर्म पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है।

    ये भी पढ़ें- EPFO का बड़ा अपडेट! अब ATM से निकालें PF का पैसा, जानिए कैसे मिलेगी आपकी मेहनत की कमाई