Vastu Tips: आजकल अगर आप किसी के घर जाएं, तो पूजा घर में हो या लिविंग रूम में, आपको कछुए की मूर्ति या फिगर जरूर दिखाई देगी। यह कछुआ देखने में भले ही साधारण लगे, लेकिन वास्तु और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से यह स्थिरता का प्रतीक माना जाता है। अगर आपकी लाइफ में हेल्थ, पैसा और रिश्तों में अस्थिरता है, तो आप बहुत चिंतित होंगे। आइए जानते हैं, वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में कछुआ रखने की सही जगह, रंग, दिशा और फायदों के बारे में।
कछुआ प्राचीन काल से ही धैर्य, लंबी आयु और स्थिरता का प्रतीक रहा है। हिंदू धर्म में भगवान विष्णु के दूसरे अवतार कूर्म अवतार को भी कछुए के रूप में माना जाता है। वास्तु शास्त्र में कछुआ घर में सकारात्मक ऊर्जा लाने और नकारात्मकता को दूर करने के लिए जाना जाता है। अगर आपके घर में कछुआ है या आप रखने की सोच रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद उपयोगी साबित होगी।
रिश्तों में स्थिरता के लिए रखें कछुओं का परिवार-
अगर आपकी पर्सनल लाइफ या शादीशुदा जीवन में अस्थिरता है, तो कभी भी एक अकेला कछुआ न रखें। इसे अपने पार्टनर के साथ या छोटे-बड़े कछुओं का परिवार बनाकर रखें। वास्तु एक्सपर्ट्स के अनुसार, पीतल का कछुआ चुनें और इसे दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखें। यह दिशा रिश्तों में संतुलन, स्थिरता और सामंजस्य लाने के लिए जानी जाती है।
जब आप कछुओं का परिवार रखते हैं, तो यह आपके घर में एकता और प्यार का संदेश देता है। बड़ा कछुआ माता-पिता का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि छोटे कछुए बच्चों का। यह व्यवस्था परिवार के सभी सदस्यों के बीच प्रेम और समझ बढ़ाती है। कई लोगों ने इस उपाय को अपनाने के बाद अपने वैवाहिक जीवन में सुधार देखा है। पीतल की धातु भी शुभ मानी जाती है और यह सकारात्मक वाइब्रेशन पैदा करती है।
स्वास्थ्य समस्याओं के लिए उत्तर-पूर्व में रखें भूरा कछुआ-
अगर घर में किसी को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी है या कोई लंबी बीमारी चल रही है, तो उत्तर-पूर्व दिशा में भूरे रंग का कछुआ रखें। साथ ही, अपनी दवाइयां भी उसी जगह पर रखें। यह दिशा वास्तु में ईशान कोण कहलाती है और इसे सबसे पवित्र दिशा माना जाता है। यहां रखा गया कछुआ स्वास्थ्य में सुधार करता है और मानसिक शांति प्रदान करता है।
भूरा रंग पृथ्वी तत्व का प्रतिनिधित्व करता है, जो स्थिरता और ग्राउंडिंग का प्रतीक है। जब आप इस रंग के कछुए को उत्तर-पूर्व में रखते हैं, तो यह शरीर में पंच तत्वों का संतुलन बनाए रखता है। कई परिवारों ने बताया है, कि इस उपाय को अपनाने के बाद पुरानी बीमारियों में राहत मिली है। हालांकि, यह याद रखना जरूरी है, कि यह चिकित्सा उपचार का विकल्प नहीं है, बल्कि एक सहायक उपाय है।
धन और करियर के लिए उत्तर दिशा में रखें चांदी का कछुआ-
वास्तु एक्सपर्ट जय मदन के अनुसार, चांदी का कछुआ पानी में रखें और इसे उत्तर दिशा में जमीन पर रखें। कछुए की पूंछ उत्तर की ओर होनी चाहिए, ताकि ऐसा लगे कि कछुआ उत्तर से घर में आ रहा है। इस दिशा में रखा गया कछुआ धन, करियर और सकारात्मक ऊर्जा के लिए शुभ माना जाता है। उत्तर दिशा कुबेर की दिशा है, जो धन के देवता हैं।
चांदी की धातु चंद्रमा से जुड़ी है और यह मन को शांत रखती है। जब आप चांदी के कछुए को पानी में रखते हैं, तो यह धन के प्रवाह को आकर्षित करता है। पानी में रखने का मतलब है, कि धन और समृद्धि निरंतर बहती रहे। बिजनेसमैन और नौकरी करने वाले लोगों के लिए यह उपाय विशेष रूप से लाभकारी है। कई लोगों ने इस उपाय को अपनाने के बाद अपने व्यवसाय और करियर में प्रगति देखी है।
घर में कछुआ रखने के अद्भुत फायदे-
घर में कछुआ रखने से कई तरह के लाभ मिलते हैं। सबसे पहला और महत्वपूर्ण फायदा है, सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह। कछुआ घर के वातावरण को शुद्ध करता है और नकारात्मकता को दूर रखता है। यह घर के सभी सदस्यों के मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
धन और करियर के अवसरों में वृद्धि होना दूसरा बड़ा फायदा है। सही दिशा में रखा गया कछुआ आर्थिक स्थिरता लाता है और नए अवसर खोलता है। स्वास्थ्य समस्याओं से राहत मिलना भी एक महत्वपूर्ण लाभ है, खासकर जब आप भूरे कछुए को सही दिशा में रखते हैं। रिश्तों में सामंजस्य और स्थिरता आना परिवार के लिए बेहद जरूरी है और कछुआ इसमें मदद करता है।
घर में शांति और सामंजस्य बनाए रखने के लिए कछुआ बहुत प्रभावी है। यह झगड़ों और तनाव को कम करता है। वास्तु दोषों को दूर करने में भी कछुआ सहायक होता है। अगर आपके घर में कोई वास्तु दोष है, तो सही तरीके से रखा गया कछुआ उसे संतुलित कर सकता है।
इन गलतियों से बचें-
कछुआ रखते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना जरूरी है। सबसे पहली बात, कभी भी कछुए को फ्लश या बाथरूम के पास न रखें। यह अत्यंत अशुभ माना जाता है और इससे धन की हानि हो सकती है। बाथरूम नकारात्मक ऊर्जा का स्थान है और वहां कछुआ रखने से उसके सभी सकारात्मक प्रभाव खत्म हो जाते हैं।
कभी भी टूटा हुआ कछुआ घर में न रखें। टूटा या क्षतिग्रस्त कछुआ अशुभ माना जाता है और यह घर में नकारात्मकता लाता है। अगर आपका कछुआ टूट जाए, तो उसे किसी पवित्र स्थान पर विसर्जित कर दें और नया ले आएं। कछुए को हमेशा साफ रखें। धूल और गंदगी जमने से उसकी ऊर्जा प्रभावित होती है। समय-समय पर इसे साफ करते रहें।
घर के बीचोबीच कछुआ रखना अशुभ हो सकता है। वास्तु में घर का केंद्र ब्रह्मस्थान कहलाता है और यहां कोई भी वस्तु रखना वर्जित है। बिना दिशा और रंग को समझे कछुआ न रखें। गलत दिशा में रखा गया कछुआ फायदे की जगह नुकसान कर सकता है। इसलिए पहले अच्छी तरह जानकारी लें या किसी वास्तु एक्सपर्ट से सलाह लें।
सही तरीके से रखें तो मिलेगा पूरा लाभ-
कछुआ रखना एक कला है और इसे सही तरीके से करना जरूरी है। जब आप कछुआ खरीदें, तो उसे किसी शुभ दिन और शुभ मुहूर्त में घर लाएं। गुरुवार या शुक्रवार का दिन इसके लिए उत्तम माना जाता है। कछुए को घर में रखने से पहले उसे गंगाजल या साफ पानी से धोएं और फिर अपनी पूजा की जगह पर रखकर उसकी पूजा करें।
ये भी पढ़ें- समोसे से बिरयानी तक, ऐसे 7 भारतीय व्यंजन जो असल में भारतीय नहीं हैं
नियमित रूप से कछुए की देखभाल करें। अगर आपने पानी में रखा है, तो पानी बदलते रहें। कछुए को छूने से पहले हाथ धो लें और उसके प्रति सम्मान का भाव रखें। कई लोग कछुए के सामने धूप-दीप भी जलाते हैं, जो बिल्कुल सही है। यह उसकी ऊर्जा को और बढ़ाता है।
याद रखें, कि कछुआ केवल एक वास्तु उपाय है। इसके साथ-साथ आपको अपने कर्म भी सही करने होंगे। सकारात्मक सोच रखें, मेहनत करें और ईमानदारी से जीवन जीएं। तभी कछुआ अपना पूरा प्रभाव दिखा पाएगा। वास्तु एक विज्ञान है, जो आपके जीवन में संतुलन लाने में मदद करता है, लेकिन अंतिम फैसला हमेशा आपकी मेहनत और ईमानदारी से ही आता है।
ये भी पढ़ें- 8 साउथ इंडियन स्नैक्स रेसिपी, जो आपको जरूर ट्राई करनी चाहिए
डिस्क्लेमर: ज्योतिष और वास्तु की भविष्यवाणियां केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए हैं और इन्हें पेशेवर सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। यह जानकारी अन्य विश्वसनीय वेबसाइटों से ली गई है।



