Jensen Huang: क्या आपने कभी सोचा है, कि एक बर्तन मांजने वाला व्यक्ति दुनिया का सबसे अमीर बिजनेसमैन बन सकता है? यह कोई काल्पनिक कहानी नहीं, बल्कि एक ऐसे शख्स की असली जिंदगी है। जिसका चेहरा आपने हजारों बार देखा होगा। जी हां, हम बात कर रहे हैं, NVIDIA के को-फाउंडर और CEO Jensen Huang की, जिनकी लाइफ स्टोरी किसी बॉलीवुड फिल्म से कम नहीं है।
LinkedIn प्रोफाइल में छुपी है पूरी कहानी-
Jensen Huang की LinkedIn प्रोफाइल पर एक ऐसी डिटेल लिखी है, जो हर किसी को सोचने पर मजबूर कर देती है। 1978 से 1983 के बीच, यानी पूरे पांच साल तक, Jensen एक रेस्टोरेंट में बर्तन साफ करने का काम करते थे। यह वही दौर था, जब वे अमेरिका में एक बेहतर जिंदगी की तलाश में थे। लेकिन इस मेहनत और संघर्ष ने उन्हें वो सबक सिखाए, जो आज उन्हें दुनिया के टॉप बिजनेस लीडर्स में शामिल करते हैं।
बर्तन मांजने का काम कोई आसान नहीं होता। घंटों खड़े रहना, गंदे बर्तनों को साफ करना और बहुत कम पैसे कमाना यह सब Jensen ने खुद झेला है। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपने सपनों को जिंदा रखा।
मेहनत की कमाई से बनाई दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी-
जो पैसे Jensen ने बर्तन मांजकर और दूसरे छोटे-मोटे कामों से कमाए, उसे उन्होंने सहेज कर रखा। थोड़ी-बहुत फाइनेंशियल हेल्प और अपनी बचत के साथ, 1993 में उन्होंने दो और साथियों के साथ मिलकर NVIDIA की स्थापना की। शुरुआत में कंपनी ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स (GPUs) बनाती थी, लेकिन आज यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग की दुनिया में सबसे आगे है।
NVIDIA की सक्सेस स्टोरी बिल्कुल रॉकेट की तरह रही है। जो कंपनी एक छोटे से गैराज में शुरू हुई थी, आज वो दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनियों में से एक है। नवंबर 2025 में, NVIDIA की मार्केट वैल्यू करीब 3.5 ट्रिलियन डॉलर के आसपास है, जो इसे दुनिया की टॉप कंपनियों की लिस्ट में सबसे ऊपर रखती है।
AI के युग में NVIDIA की अहम भूमिका-
आज हर कोई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बात कर रहा है। ChatGPT हो, Google का AI हो, या कोई और टेक्नोलॉजी – सबके पीछे NVIDIA के चिप्स का हाथ है। Jensen Huang ने बहुत पहले ही समझ लिया था, कि भविष्य में AI का बोलबाला होगा और उन्होंने अपनी कंपनी को उसी दिशा में लीड किया।
NVIDIA के GPUs आज दुनियाभर के डेटा सेंटर्स, रिसर्च लैब्स और टेक कंपनियों में इस्तेमाल होते हैं। Tesla की सेल्फ-ड्राइविंग कारों से लेकर OpenAI के लैंग्वेज मॉडल्स तक सब में NVIDIA का टेक्नोलॉजी काम कर रही है।
संघर्ष से सफलता का सफर-
Jensen Huang की कहानी हर उस युवा के लिए एक मिसाल है, जो अपनी मुश्किल हालात में फंसा हुआ महसूस करता है। उनकी जिंदगी यह साबित करती है, कि आप कहां से शुरू करते हैं, यह मायने नहीं रखता असली बात यह है, कि आप कहां पहुंचना चाहते हैं और उसके लिए कितनी मेहनत करने को तैयार हैं।
बर्तन मांजने से लेकर दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी के CEO बनने तक का सफर किसी चमत्कार से कम नहीं है। लेकिन Jensen ने यह चमत्कार अपनी कड़ी मेहनत, दूरदर्शिता और हार न मानने की भावना से किया है।
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सबक जो हम सीख सकते हैं-
Jensen Huang की लाइफ स्टोरी से हमें कई अहम सबक मिलते हैं। पहला, कोई भी काम छोटा नहीं होता, हर काम में सीखने को कुछ न कुछ मिलता है। दूसरा, अपने सपनों पर विश्वास रखें और उन्हें पूरा करने के लिए लगातार मेहनत करें। तीसरा, भविष्य की सोचें और ट्रेंड्स को समझें।
आज Jensen Huang न सिर्फ एक सफल बिजनेसमैन हैं, बल्कि लाखों युवाओं के लिए इंस्पिरेशन भी हैं। उनकी कहानी यह बताती है, कि अगर आपमें जुनून है, मेहनत करने की हिम्मत है और सपने देखने का हौसला है, तो कुछ भी नामुमकिन नहीं है।
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