IAF Aircraft Crash: सोमवार की सुबह तेलंगाना में भारतीय वायु सेवा का एक ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट क्रैश हो गया। इस भीषण हादसे में दो पायलट की मौत हुई। यह प्लेन मेढक जिले के रावली गांव में क्रैश हुआ। वायु सेवा के अधिकारीयों का कहना है कि प्लेन क्रैश होने की वजह से दो पायलट की मौत हो गई है। भारतीय वायुसेना के दो पायलट उस समय मारे गए, जब उनका प्लेन PC 7 MK II एम के दो ट्रेनर एयरक्राफ्ट तेलंगाना के डिंडीगुल में मौजूद वायु सेवा अकादमी में 8:55 बजे दुर्घटनाग्रस्त हुआ। पायलटो में एक ट्रेनर और एक कैंडिडेट शामिल थे। विमान ने नियमित श्रेणी उड़ान के लिए वायु सेना अकादमी से उड़ान भरी थी।
विमान के क्रैश होने का कारण-
जब यह प्लेन दुर्घटनाग्रस्त हुआ तो इसमें भीषण आग लग गई और आसपास के खेतों में काम कर रहे किसान आग की लपटों देखते ही घटना स्थल पर पहुंच गए। लेकिन विमान में आग इतनी भयानक लगी थी कि उसके नजदीक जाने की किसी की हिम्मत नहीं हुई। लोगों ने पुलिस को हादसे की सूचना दी और आसपास के इलाकों की पुलिस द्वारा तलाशी की ली गई। पुलिस और दंडिवाल वायु सेना घटनास्थल की जांच कर रहे हैं और अधिकारियों को यह संदेह है कि किसी तकनीकी खराबी की वजह से विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट एक सिंगल इंजन वाला एयरक्राफ्ट है। जिस पर भारतीय वायु सेना के पायलट बेसिक ट्रेनिंग करते हैं।
कोर्ट ऑफ इंक्वारी के आदेश-
इस दुर्घटना के कारण के बारे में पता लगाने के लिए IAF द्वारा कोर्ट ऑफ इंक्वारी के आदेश दिए गए हैं। इसी बीच अभी तक किसी भी आम नागरिक या फिर संपत्ति के नुकसान की खबर नहीं आई है। केंद्रीय रक्षा मंत्री ने पायलटों की मौत पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए कहा, "कि हैदराबाद के पास हुई इस दुर्घटना से दुखी हूं, यह बेहद ही दुखद है कि दो पायलटो की जान गई, इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संपत परिवार के साथ है"।
चट्टानों के बीच में टकरा गया-
पुलिस का कहना है कि विमान चट्टानों के बीच में टकरा गया था और उसमें आग लग गई। वहां मौजूद लोगों का कहना है की लपटे काफी तेज थीं। फिलहाल प्रकरण दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। विमान के साथ मिले अवशेषों को जमा कर टेस्टिंग के लिए भेज दिया गया है और आगे के कार्यवाही की जा रही है। जानकारी के मुताबिक विमान क्रैश होते ही कुछ ही मिनट में जलकर राख हो गया। फिलहाल अभी यह पता नहीं चला है कि भारतीय वायुसेना के विमान में कितने लोग शामिल थे।
पहले भी हुआ हादसा-
इससे पहले अक्टूबर में भी महाराष्ट्र के पुणे में एक गांव के पास एक ट्रेनी विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें दो लोगों की मौत हुई। सामाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, रेड बर्ड इंस्टिट्यूट का एक प्रशिक्षक विमान शाम करीब 5:00 बजे बारामती तालुका के गांव के पास दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। इस घटना में पायलट और एक व्यक्ति को अस्पताल ले जाया गया था। इसके अलावा भारतीय वायु सेवा का एक ट्रेनर विमान जून के महीने में कर्नाटक के चामराजनगर जिले के भोगपुर गांव में खुले मैदान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जैट में सवाल दो पायलट पैराशूट की मदद से बाहर निकल गए और उनके सुरक्षित रूप से उतरने की सूचना मिली।
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तीन लोगों की मौत-
भारतीय वायु सेना का कहना है कि दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए कोर्ट आफ इंक्वारी के आदेश दिए गए हैं। मई के महीने में एक नियमित ट्रेनिंग के दौरान राजस्थान के हनुमानगढ़ में भी भारतीय वायु सेवा का एक लड़ाकू विमान क्रैश हो गया। जिसकी चपेट में आने से कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा जनवरी में भी भारतीय सेना का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। मध्य प्रदेश के मुरैना में हुए हादसे में भारतीय वायु सेना के दो लड़ाकू विमान क्रैश हो गए थे। जिसमें से एक पायलट की मौत हुई। यह विमान भी रूटिन ऑपरेशनल फ्लाइंग ट्रेंनिंग मिशन पर था।
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