₹100 Coin in India: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दिल्ली के डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की 100वीं वर्षगांठ के मौके पर एक खास ₹100 का सिक्का और स्मारक डाक टिकट जारी किया। यह एक यादगार वस्तु है, जिसे खास मकसद से बनाया गया है।
आखिर क्यों जारी किया गया यह खास सिक्का?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना 1925 में नागपुर में हुई थी। इस साल 2025 में संघ अपनी स्थापना के 100 साल पूरे कर रहा है। किसी भी संस्था के लिए सौ साल का सफर एक बड़ी उपलब्धि होती है और इस ऐतिहासिक पल को हमेशा के लिए याद रखने के लिए भारत सरकार ने यह स्मारक सिक्का जारी किया है। यह सिक्का सिर्फ एक धातु का टुकड़ा नहीं, बल्कि देश के इतिहास का एक अहम हिस्सा है, जो आने वाली पीढ़ियों को संघ की यात्रा की याद दिलाता रहेगा।
#WATCH | Delhi | PM Narendra Modi releases a specially designed commemorative postage stamp and coin highlighting the RSS’ contributions to the nation, on the occassion of the organisation's centenary celebrations.
Source: DD pic.twitter.com/8pMYdvMXzK
— ANI (@ANI) October 1, 2025
PM मोदी ने इस मौके पर कहा, कि इस सिक्के पर पहली बार आजाद भारत में भारत माता की तस्वीर अंकित की गई है, जो शेर पर विराजमान हैं और वरद मुद्रा में हैं। उनके सामने स्वयंसेवक नतमस्तक हैं। यह डिजाइन अपने आप में एक संदेश देता है और राष्ट्र के प्रति समर्पण का प्रतीक है। साथ ही जारी किए गए डाक टिकट में 1963 की गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेते RSS स्वयंसेवकों की तस्वीर है, जो संगठन की राष्ट्रीय सेवा में भूमिका को दर्शाती है।
₹100 का सिक्का-

ये सिक्के आमतौर पर चांदी या अन्य खास धातुओं से बने होते हैं और इनकी संख्या सीमित होती है। इसलिए कॉइन कलेक्टर यानी सिक्का संग्रहकर्ता इन्हें खरीदते हैं और अपने कलेक्शन में शामिल करते हैं। समय के साथ इन सिक्कों की कीमत बढ़ती जाती है। क्योंकि ये दुर्लभ और ऐतिहासिक महत्व के होते हैं। सरकार ने पहले भी डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन, नए संसद भवन के उद्घाटन और अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं पर ऐसे स्मारक सिक्के जारी किए हैं।
कहां से और कैसे खरीद सकते हैं यह खास सिक्का?
अगर आप भी इस ऐतिहासिक सिक्के को अपने कलेक्शन में शामिल करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको सरकारी और विश्वसनीय स्रोतों से ही खरीदारी करनी चाहिए। भारत सरकार की Security Printing and Minting Corporation of India Limited (SPMCIL) की आधिकारिक वेबसाइट www.indiagovtmint.in पर ये स्मारक सिक्के उपलब्ध कराए जाते हैं। देश में तीन मुख्य सरकारी टकसालें हैं – मुंबई, कोलकाता और हैदराबाद – जहां से ये सिक्के सीधे खरीदे जा सकते हैं।
वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करने के बाद आप ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं और पेमेंट भी ऑनलाइन ही हो जाती है। ध्यान रखें कि ये सिक्के लिमिटिड एडिशन में होते हैं, इसलिए जल्दी सोल्ड आउट हो जाते हैं। इसके अलावा, जो लोग कॉइन कलेक्शन में रुचि रखते हैं, वे ऑथोराइज़्ड कॉइन डीलर और न्यूमिसमैटिक वेबसाइट जैसे टर्स्टिड वेबसाइट से भी खरीद सकते हैं, लेकिन हमेशा Authenticity चेक करना जरूरी है। सबसे सुरक्षित तरीका यही है, कि आप सीधे सरकारी वेबसाइट से ही खरीदारी करें ताकि आपको असली सिक्का मिले।
विजयदशमी पर RSS की स्थापना-
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा. कि कल विजयदशमी है, जो अच्छाई की बुराई पर जीत, न्याय की अन्याय पर जीत, और सच्चाई की झूठ पर जीत का प्रतीक है। ठीक 100 साल पहले इसी पावन दिन पर RSS की स्थापना हुई थी और यह कोई संयोग नहीं था। डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने इस संगठन की नींव राष्ट्र सेवा, अनुशासन और सामाजिक जिम्मेदारी के संकल्प के साथ रखी थी।
PM मोदी ने कहा, कि हमारी पीढ़ी के स्वयंसेवकों के लिए यह सौभाग्य की बात है, कि हम संघ के शताब्दी वर्ष को देख रहे हैं। उन्होंने संघ के संस्थापक डॉ. हेडगेवार को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, कि राष्ट्र सेवा में समर्पित लाखों स्वयंसेवकों को इस अवसर पर बधाई।
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एकता और सामाजिक सद्भाव पर जोर-
इस कार्यक्रम में PM मोदी ने देश की एकता और सामाजिक सद्भाव पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा, कि विविधता में एकता हमेशा से भारत की आत्मा रही है और अगर इस ताकत को तोड़ा गया, तो भारत कमजोर हो जाएगा। उन्होंने घुसपैठियों से होने वाले जनसांख्यिकीय बदलाव को सामाजिक सद्भाव के लिए बड़ा खतरा बताया और कहा कि यह सवाल हमारी आंतरिक सुरक्षा और भविष्य से जुड़ा है। इसीलिए उन्होंने लाल किले से डेमोग्राफिक मिशन की घोषणा की थी।
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