Ludhiana Wedding Firing: लुधियाना में एक शादी समारोह में रविवार को हुई गोलीबारी ने एक परिवार की खुशियां छीन लीं। 32 वर्षीय वसु चोपड़ा अपनी पत्नी और तीन साल के बेटे को बचाने की कोशिश में मारे गए। दो राइवल गैंग्स के बीच हुई इस भयानक झड़प में करीब 30 राउंड फायरिंग हुई, जबकि वेन्यू में कई VIP मेहमान, पॉलिटिशियन और एक MLA भी मौजूद थे।
बेखौफ अपराधियों की दहशत-
वसु के बहनोई और स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता पारुल मल्होत्रा ने बताया, कि अपराधी बिना किसी डर के गोलियां बरसा रहे थे और लोग अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे थे। उन्होंने वेन्यू के अंदर कम से कम 30 खाली कारतूस देखे। पारुल ने दुख जताते हुए कहा, कि उनकी बहन की शादी टूट गई और दो छोटे बच्चे अनाथ हो गए। एक साल पहले ही वसु के पिता का देहांत हो चुका था और वह घर का इकलौता कमाने वाला था।
पिता का अंतिम बलिदान-
घटना के चश्मदीदों ने बताया कि वसु अपने परिवार के साथ डिनर कर रहे थे जब अचानक गोलियों की आवाज़ सुनाई दी। अपनी जान की परवाह किए बिना, वसु ने अपने बेटे को गोद में उठाया, पत्नी का हाथ पकड़ा और खुद को ढाल बनाकर हॉल की तरफ भागे। लेकिन एक गोली उनके पेट में लगी और वे तुरंत शहीद हो गए। इस हादसे में दूल्हे की बुआ नीरू छाबड़ान को भी चेहरे पर गोली लगी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
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कानून के बावजूद बेलगाम अपराध-
लुधियाना पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा ने इसे गैंग वॉर नहीं बल्कि स्थानीय लड़कों के बीच सुरमैसी की लड़ाई बताया। लेकिन आरोपियों का क्रिमिनल रिकॉर्ड कुछ और ही कहानी बयान करता है। शुभम अरोड़ा उर्फ मोटा के खिलाफ अटेंप्टिड मर्डर सहित 18 FIR दर्ज हैं। सोमवार को पुलिस ने अंकुर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया। 18 आरोपियों में से केवल दो ही custody में हैं, जबकि मुख्य आरोपी शुभम फरार है। सोमवार को नन्हे बेटे ने ही अपने पिता की चिता को अग्नि दी जबकि वसु की मां बेसुध होकर रो रही थीं, “मैनू अपने नाल लेजा, वसु।”
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