Haryana Security Alert
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    Haryana Security Alert: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनज़र, गुरुग्राम जिला प्रशासन ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। प्रशासन ने 7 जुलाई तक पटाखों के साथ-साथ ड्रोन और ग्लाइडर या हॉट एयर बैलून जैसे निचले उड़ान वाले वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह निर्णय जिला उपायुक्त अजय कुमार और विभिन्न रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के बीच शुक्रवार शाम को हुई बैठक में लिया गया।

    "7 जुलाई तक ड्रोन और निचले उड़ान वाले वाहनों के संचालन के साथ-साथ किसी भी उद्देश्य के लिए पटाखों के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है," जिला प्रशासन के प्रवक्ता बिजेंद्र कुमार यादव ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया।

    Haryana Security Alert पटाखों और ड्रोन पर प्रतिबंध के पीछे का कारण-

    एक अधिकारी ने स्पष्ट किया कि वर्तमान परिस्थितियों में, आतिशबाजी और पटाखों से निकलने वाली आवाज़ लोगों में मिसाइल और बम हमलों का डर पैदा कर सकती है और कानून व्यवस्था की समस्याएं उत्पन्न कर सकती हैं। इसी वजह से यह कदम उठाया गया है। प्रतिबंध में माइक्रोलाइट विमान, ग्लाइडर, हॉट एयर बैलून, पतंग उड़ाना और चाइनीज माइक्रोलाइट भी शामिल हैं।

    गुरुग्राम के एक निवासी राजेश शर्मा ने कहा, "यह फैसला बिल्कुल सही समय पर लिया गया है। मौजूदा हालात में इस तरह की गतिविधियों से आम जनता में डर और भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है। हमें प्रशासन के इस निर्णय का समर्थन करना चाहिए।"

    Haryana Security Alert जिले में अतिरिक्त सुरक्षा उपाय-

    इसके अलावा, प्रशासन ने घोषणा की है कि उप-मंडल अधिकारियों के कार्यालयों के साथ-साथ ब्लॉक विकास और पंचायत अधिकारियों के कार्यालयों में 5 किलोमीटर की रेंज वाले सायरन स्थापित किए जाएंगे। जबकि जिले के अन्य सार्वजनिक स्थानों पर 1-2 किलोमीटर की रेंज वाले सायरन लगाए जाएंगे।

    यह कदम किसी भी आपातकालीन स्थिति में जनता को तत्काल सूचित करने और सुरक्षा उपायों को लागू करने में मदद करेगा। शहर के विभिन्न हिस्सों में सायरन लगाने से आपातकालीन सूचनाएं तेजी से प्रसारित की जा सकेंगी।

    "हम चाहते हैं कि हमारे नागरिक सुरक्षित महसूस करें और किसी भी स्थिति में तैयार रहें। सायरन सिस्टम हमें किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया देने में मदद करेगा," जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी संजय कुमार ने बताया।

    Haryana Security Alert संवेदनशील प्रतिष्ठानों के आसपास कड़ी निगरानी-

    अधिकारियों ने बताया कि वायु सेना और सेना के बेस जैसे संवेदनशील प्रतिष्ठानों के 3 किलोमीटर के दायरे में कड़ी निगरानी रखी जाएगी। इसके अलावा, होटल और अन्य ऐसे प्रतिष्ठानों को अपने आगंतुकों के सत्यापन के लिए दस्तावेज जमा करने के लिए कहा गया है।

    उन्होंने यह भी बताया कि जिले में एक सप्ताह से अधिक समय तक रहने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए पुलिस सत्यापन अनिवार्य कर दिया गया है। इससे अवांछित या संदिग्ध व्यक्तियों पर नज़र रखने में मदद मिलेगी।

    गुरुग्राम के एक होटल मालिक विनोद गुप्ता ने कहा, "हम पहले से ही अपने ग्राहकों का पूरा रिकॉर्ड रखते हैं, लेकिन अब हम अतिरिक्त सतर्कता बरत रहे हैं और सभी आवश्यक दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं। देश की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है।"

    स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया-

    स्थानीय निवासियों ने इन उपायों का स्वागत किया है, हालांकि कुछ लोग इन प्रतिबंधों से होने वाली असुविधा के बारे में चिंतित हैं। सेक्टर 56 के रहने वाले अमित शर्मा ने कहा, "सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए, इसलिए ये प्रतिबंध जरूरी हैं। हालांकि, कई लोग शादी और अन्य समारोहों के लिए पटाखे और विशेष इफेक्ट्स का उपयोग करते हैं, उन्हें अब अपनी योजनाएं बदलनी होंगी।"

    डीएलएफ फेज 3 की रहने वाली सुनीता मेहता ने कहा, "मेरे बेटे को ड्रोन उड़ाना पसंद है, और वह इसके लिए हर वीकेंड पार्क जाता था। अब उसे अपना शौक कुछ दिनों के लिए रोकना होगा। लेकिन हम समझते हैं कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए आवश्यक है।"

    प्रशासन की तैयारियां-

    गुरुग्राम प्रशासन ने इन प्रतिबंधों को सख्ती से लागू करने के लिए विशेष टीमें गठित की हैं। पुलिस के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन के अधिकारी शहर के विभिन्न हिस्सों में गश्त कर रहे हैं।

    पुलिस अधीक्षक रवि कुमार ने बताया, "हमने शहर के सभी प्रमुख स्थानों पर चेकपोइंट स्थापित किए हैं और विशेष टीमों को तैनात किया है। हम नागरिकों से अपील करते हैं कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।"

    आगे की चुनौतियां-

    ये सुरक्षा उपाय आने वाले दिनों में और भी सख्त हो सकते हैं। शहर के तेजी से विकसित होने और बड़ी संख्या में प्रवासी आबादी के कारण, गुरुग्राम जैसे शहरों में सुरक्षा प्रबंधन एक बड़ी चुनौती है।

    सुरक्षा विशेषज्ञ मेजर (रिटायर्ड) दीपक सिन्हा ने कहा, "गुरुग्राम में कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियां और संवेदनशील प्रतिष्ठान हैं। ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से यह बेहद महत्वपूर्ण है। प्रशासन द्वारा उठाए गए ये कदम समय की मांग हैं।"

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    जनता से अपील-

    जिला प्रशासन ने जनता से सहयोग की अपील की है और कहा है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें। उपायुक्त अजय कुमार ने कहा, "हम नागरिकों से अपील करते हैं कि वे शांति बनाए रखें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।"

    उन्होंने यह भी कहा कि जिला प्रशासन 24x7 अलर्ट पर है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। सुरक्षा एजेंसियों और स्थानीय प्रशासन के बीच निरंतर समन्वय बनाए रखा जा रहा है।

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