SBI Clerk Mains 2025: SBI क्लर्क मेन्स 2025 परीक्षा संपन्न होने के बाद, देशभर के लाखों उम्मीदवार अब रिज़ल्ट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। कट-ऑफ मार्क्स चयन प्रक्रिया में आगे बढ़ने और आखिरी मेरिट लिस्ट में जगह सुरक्षित करने का निर्णायक फैक्टर है। विशेषज्ञों के विश्लेषण और पिछले रुझानों के आधार पर हम आपके लिए लेकर आए हैं, SBI क्लर्क मेन्स 2025 के लिए राज्यों के हिसाब से एक्सपैक्टिड कट-ऑफ मार्क्स की जानकारी।
SBI Clerk Mains 2025 एक्सपैक्टिड कट-ऑफ-
बैंकिंग क्षेत्र में नौकरी की चाह रखने वाले कई उम्मीदवारों के लिए, SBI क्लर्क 2025 मेन्स का अपेक्षित कट-ऑफ प्रतिस्पर्धा में उनकी स्थिति का एक प्रारंभिक संकेतक है। हालांकि आधिकारिक कट-ऑफ केवल अंतिम परिणाम के साथ ही घोषित की जाएगी, विशेषज्ञ विश्लेषण और पिछले परीक्षा पैटर्न से मिले अंतर्दृष्टि एक काफी सटीक तस्वीर प्रदान करते हैं।
रविंदर कुमार, एक प्रमुख बैंकिंग कोचिंग संस्थान के निदेशक, बताते हैं, "इस बार परीक्षा का पैटर्न पिछले वर्ष के समान था, लेकिन कुछ सेक्शन में कठिनाई स्तर में बदलाव देखने को मिला। साथ ही, इस बार रिक्तियों की संख्या भी अधिक है, जो कट-ऑफ को प्रभावित कर सकती है।" इस अनंतिम डेटा तक पहुंच होने से न केवल इंतजार की चिंता कम होती है, बल्कि उम्मीदवारों को अपने प्रदर्शन का वास्तविक मूल्यांकन करने और भर्ती यात्रा के आगामी चरणों के लिए तैयार रहने का मौका भी मिलता है।
SBI Clerk Mains 2025-
पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी राज्य दिखाई दे रहे हैं, जहां सामान्य श्रेणी के लिए कट-ऑफ क्रमशः 82-85, 80-84, और 82-84 अंकों के बीच रहने की उम्मीद है। दिल्ली, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में भी प्रतिस्पर्धा काफी तीखी रही, जहां कट-ऑफ 76-80 अंकों के बीच रह सकती है।
अरुणाचल प्रदेश, असम, गुजरात और झारखंड जैसे राज्यों में तुलनात्मक रूप से कम प्रतिस्पर्धा देखी गई, जहां कट-ऑफ 70-76 अंकों के बीच रहने का अनुमान है।
अनीता यादव, जिन्होंने भी SBI क्लर्क मेन्स परीक्षा दी, कहती हैं, "मुझे उम्मीद है कि उत्तर प्रदेश में कट-ऑफ थोड़ी कम रहेगी क्योंकि इस बार तार्किक क्षमता का सेक्शन काफी कठिन था। मैंने लगभग 78 अंक स्कोर किए हैं और मुझे लगता है कि मेरा चयन हो सकता है।"
SBI Clerk Mains 2025 कट-ऑफ ट्रेंड (पिछले वर्षों का विश्लेषण)-
पिछले वर्षों के आंकड़ों से पता चलता है कि हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में 2021 में सबसे अधिक कट-ऑफ थी, जो 99.5 अंकों पर थी। दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड भी लगातार उच्च कट-ऑफ वाले क्षेत्र रहे हैं।
साल 2023 में, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक कट-ऑफ (86.50) रही, जबकि कर्नाटक में सबसे कम (75.25) कट-ऑफ दर्ज की गई। 2019 से 2023 तक के आंकड़ों का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि अधिकांश राज्यों में कट-ऑफ में उतार-चढ़ाव होता रहा है, लेकिन समग्र रूप से एक बढ़ती प्रवृत्ति देखी जा सकती है।
शर्मिला शर्मा, जो बैंकिंग परीक्षाओं की विशेषज्ञ हैं, बताती हैं, "हर साल परीक्षा का कठिनाई स्तर और रिक्तियों की संख्या बदलती है, जिससे कट-ऑफ में भी बदलाव आता है। लेकिन देश के कुछ हिस्से जैसे महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और दिल्ली लगातार अधिक प्रतिस्पर्धी बने रहते हैं।"
SBI क्लर्क मेन्स कट-ऑफ 2025 को प्रभावित करने वाले कारक-
विशेषज्ञों के अनुसार, इस वर्ष कई कारक हैं जो SBI क्लर्क मेन्स कट-ऑफ 2025 को प्रभावित कर सकते हैं:-
एसबीआई द्वारा जारी की गई रिक्तियों की संख्या इस वर्ष अधिक थी, जिससे कुछ राज्यों में कट-ऑफ थोड़ी कम हो सकती है। लेकिन इस बार प्राप्त आवेदनों की संख्या भी बढ़ गई है, जिससे कट-ऑफ अधिक हो सकती है। विश्लेषण के अनुसार, परीक्षा पिछले वर्ष की तुलना में उतनी कठिन नहीं थी, जिससे कट-ऑफ में वृद्धि हो सकती है। तर्क क्षमता पिछली परीक्षा की तुलना में अधिक कठिन थी, लेकिन मात्रात्मक योग्यता और अंग्रेजी सेक्शन तुलनात्मक रूप से आसान थे।
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राकेश तिवारी, जिन्होंने भी परीक्षा दी, कहते हैं, "रीजनिंग में कुछ पज़ल और सीटिंग अरेंजमेंट के प्रश्न काफी चैलेंजिंग थे, लेकिन क्वांट और इंग्लिश सेक्शन में मैं अच्छा परफॉर्म कर पाया। मुझे लगता है कि इससे ओवरऑल कट-ऑफ हाई जा सकती है।" इन मिश्रित कारकों के कारण, अंतिम कट-ऑफ राज्य-दर-राज्य भिन्न हो सकती है, जो सभी पालियों में समग्र प्रदर्शन पर निर्भर करेगी।
परिणाम के बाद क्या?
एसबीआई क्लर्क मेन्स परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों को अगले चरण में लैंग्वेज प्रोफिशिएंसी टेस्ट (LPT) से गुजरना होगा। इसके बाद अंतिम मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी और चयनित उम्मीदवारों को विभिन्न शाखाओं में नियुक्ति दी जाएगी।
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